टीकापुरमे शौचालय समस्या झेल्टी यात्रु
पहुरा समाचारदाता
टीकापुर, १ चैत्र । टीकापुर नगरपालिकाके मुख्य बजार चोकमे सार्वजनिक शौचालय नाइ होके यात्रु समस्यामे परटी आइल बाटै ।
बजारके मुख्य चोक कहिके खडक चोकहे चिन्हजाइठ् । सबसे ढिउर मनैनके जमघट हुइना खडक चोकसे नै लम्मा तथा छोट दुरीके यात्रुबाहक बस छुट्ना करठ् । यात्रुहुक्रे टीकापुर झरेबर ओ बाहर यात्रा करेबर खडक चोकसे यात्रा शुरु करठै । वर्षाैंसे उ क्षेत्रमे सार्वजनिक शौचालय नाइ हुइल कारण यात्रु खुला ठाउँमे शौच कैना बाध्य बाटै ।
टीकापुर बजार क्षेत्रमे दुई सार्वजनिक शौचालय बावै मने एक शौचालय कबुकाल खुल्ना करल रलेसे फेन औरे शौचालयमे वर्षौसे ताला झुण्डल डेखजाइठ् । बजारमे सार्वजनिक शौचालय नाइ रहल कारण कि टे व्यापारीके होटल धाइ पर्र्ना बाध्यता रहल बा नाइ रलेसे खुला झाडीमे जाके शौच करे पर्ना बाध्यता रहल बा । व्यापारी फेन कौनो सामान नाइ किनटसम शौचालय प्रयोग करे नाइ डेठै । व्यापारी आपन शौचालयमे ताला लगाके रख्ना, ग्राहक सामान किनेबर शौचालयके चाभी डेना नाइ टे शौचालय नाइ हो कहना करल यात्रुके कहाइ रहल बा ।
विसं २०६५ से कर्णाली रिभर साइड प्रालिके टिकट काउन्टरमे काम करटी आइल नवीन चौलागाई शौचालय नाइ रहल कारण बस समितिके कर्मचारीसे फेन यात्रु ढिउर समस्यामे परल बटैलै । शौचालय निर्माणके लाग नगरपालिकासँे ढिउर चो हारगुहार करगैल । मने, नगरपालिका शौचालय निर्माणके काममे बेखबर जस्टे बनल बा । चौलागाई कहलै, ‘हम्रहीनहे बाध्यता बा, खुला ठाउँमे शौच कैना । केक्रो पसलमे जाउँ पैसा मग्ठै । नाइ होके कुछ किने परल । खुल्ला ठाउँमे सक्कु जनहनके आँखी छलके शौच कैनाके विकल्प नाइहो ।’ उहाँ सार्वजनिक जग्गा रहटी रहटी फेन नगरपालिकासे शौचालय बनैना कन्जुस्याइँ करल बटैलै ।
ओस्टके सुदूरपशिचम यातायात प्रालिके कर्मचारी शम्शेरसिंह राठोर नगरपालिकासे इच्छाशक्ति नाइ रहल कारण यात्रुसे सास्ती भोगे परल बटैलै । उहाँ वार्षिक करोडौँंके बजेट नगरपालिकासे विनियोजन कैना करल रलेसे फेन बजारके मुख्य चोकमे सार्वजनिक शौचालय निर्माण करे नाइ सेक्ना दुःखद रहल बटैलै ।
‘नगरपालिकासे खुला दिसामुक्त नगरपालिका घोषणा करल तीन बरससे ढिउर हुइल । मने, मनै खुला ठाउँमे शौच कैना बाध्य बाटै,’ राठौर कहलै, ‘रहल सार्वजनिक शौचालयहे प्रयोगमे लाने नाइ सेकल नगरपालिकासे शौचालय निर्माण कैके सहज बनी कना आश फेन मरे लागल ।’
उ चोकके पश्चिमपट्टि अधिकांश यात्रु शौच करठै । जौन ठाउँमे टीकापुर नगरपालिकाके उपप्रमुख केशरी विष्ट ओ पूर्व प्रमुख पदमबहादुर रावलके घर परठ् । उहाँहुक्रे घरक अंगनामे शौच करल कहटी उजूरीसमेत डारल बटैटी राठौर उजूरी डरलेसे फेन शौच कैना औरे विकल्प नाइ रहल कारण यात्रु उहे ठाउँमे शौच कैना बाध्य रहल बटैलै ।
विसं २०६३ से ठेला व्यवसाय करटी आइल रुपमा महतो पैसा तिरके व्यपारीके शौचालयमे शौच कैना बाध्यता रहल बटैली । उहाँ खुला झाडीमे शौच करे जैना महिलाहे समस्या हुइना कहटी कतिपय महिला यात्रु समस्या खेप्टी आइल बटैली । ‘महिला हम्रहीनहे पुछे अइठै, शौचालय कहाँ बा ? कहिके । हमार उत्तर उहे झाडी रहठ्,’ महतो कहलै, ‘महिला डगरामे महिनावारी होके शौचालय नाइ रहल कारण झनै समस्यामे पर्ना करल बाटै । कैयौँचो मै व्यापारीके शौचालयमे लेके महिलाहे सहयोगसमेत करले बाटुँ ।’
टीकापुर बजारमे दुई शौचालय रलेसे फेन मनैनके सबसे ढिउर भिडभाड रहना खडक चोकमे शौचालय नाइहो । कलेसे टीकापुर अस्पताल लग्गे रहल सार्वजनिक शौचालय वर्षौंसे बन्द अवस्थामे रहल बा । अस्पतालमे अउइया बिरामी अस्पतालके शौचालय प्रयोग करटी अइलेसे फेन निजी क्लिनिकमे उपचार करुइया बिरामीहे शौचालयके समस्या हुइटी आइल पाजाइठ् ।