घर बैठले वार्षिक लाखौं कमाई
नरेन्द चौधरी
हसुलिया, २३ कुवाँर । नेपालमे ढिउर शिक्षित युवा बेरोजगार रहल बाटै । पर्हलिख सेकलपाछे खोजल जस्टे जागिर नाइ भेटाके अब्बे ढिउर शिक्षित युवा बेरोजगार रहल बाटैँ । मने जागिर किल नाइहो, कोइ फेन व्यापार व्यवसाय सञ्चालन कैके अपने फेन रोजगार हुइटी बेरोजगार रहल युवाहे रोजगार फेन बनाइ सेकजाइठ् कना उदाहणीय बनल बाटै दिनेशकुमार बोहरा ।
कैलालीके कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर–१, हरिनगरके दिनेश आपन घरक पर्हलिखके बेरोजगार सदस्यहुक्रनहे रोजगारीके लाग टमान मेरिक व्यवसाय सञ्चालन कैके रोजगार बनैले बाटै ।
दिनेश अपने गाउँठाउँमे कुटानी पिसनीके लाग राईस मिल, मच्छरी पालन ओ सुवर पालन व्यवसाय सञ्चालन कैके अपने घरक सदस्यहुक्रनहे रोजगार बनाइल हुइट । विदेश जाके पसिना चुुहैनासे फेन घरपरिवारके संग अपने गाउँठाउँमे कुछ कैके पैसा कमैना उद्देश्यसे उहाँ उ व्यवसाय सञ्चालन करल बटैलै ।
२०७० सालमे कालिका एग्रिकल्चर बिजनेस हाउस प्रालि दर्ता कैके धनगढीस्थित साझा विकास बैंकसे २५ लाख ऋण सहयोगसे दिनेश गाउँमे राईस मिल सञ्चालन लन्लै । कलेसे ओकर संगे उहाँ सुवर पानल ओ मच्छरी पानलके लाग पोखरी फेन खोडैलै । कुछ दिन आघेसम पर्ह लिखके घरे वेरोजगार बैठल उहाँक घरक सदस्य अब्बे भर काम पैले बाटै ।
दिनेश कहलै, ‘विदेश जाके काम कैनासे फेन स्वदेशमे काम कैना उचित सोचके व्यवसाय सञ्चालन कैनु, यिहीसे घरक वेरोजगार सदस्य रोजगारी पैले बाटै ।’
दिनेशके बर्का भटिज्वा सुरेन्द्र बोहरा डिग्री करले बाटै । ओस्टके छुट्की भटिज्वा धु्रब बोहरा इन्टर पास कैके ओस्टहे वेरोजगार रहल रहिट ।
दिनेश आघे कहलै, ‘पर्हलिखके घरक लर्का ओस्टही बैठल रहिट, अब्बे घर बैठ्ले रोजगार बनल बाटै ।’ ‘कौनो फेन काम करक लाग आपन सोच बनाइक परठ् ओ हिम्मट कसे परठ्, हिम्मट हारके कामे नाइहो’, दिनेश कहलै ।
राईस मिलहे सुरेन्द्र हेरठै, कलेसे चाहल बेला उहाँहे ध्रुव फेन सहयोग करठै । कलेसे मच्छीनहे चारा डर्ना काम धु्रब करठै । दिनेश भर आपन गोसिन्या राजमति बोहराके सहयोगमे साँझसकार सुरीनहे खुद्रा डर्नाके साथे सरसफाई करठै । कलेसे दिनके उहाँ हसुलिया बजारमे रहल कालिका कृषि सहकारीमे व्यवस्थापकके जिम्मेवारी हेर्ठै ।
उहाँहुक्रनसे पालल् मच्छीन ओ सुुरीनके लाग खरी, ब्रान ओ बुसी मिलसे आजैना ओरसे मच्छी ओ सुवर पालनमे कम खर्च हुइना दिनेश बटैलै । ओहकान खर्च कलक विद्युत बिल किल हो ।
बोहराके सुरीनके खोरमे अब्बे अठारठो सुवर रहल बाटिन् । उहाँ अपने खोरसे उन्नतजातके उत्पादन हुइल सुवरके घेँटरु फेन विक्र वितरण करटी रहल बाटै । उहाँ वार्षिक लगभग एक सयसे ढिउर सुरीक घेँटरु विक्री करटी आइल जानकारी डेलै ।
दिनेश आपन तिनु व्यवसायसे बार्षिक आठ लाख बराबर आम्दानी हुइटी रहल बटैलै ।
अब्बा दिनेशहे टमान निकायसे अनुदान सहयोग फेन हुइटी रहल बा । गैल बरस सुदूरपश्चिम प्रदेश भुमि व्यवस्था कृषि तथा सहकारी मन्त्रालय पशुपन्छी तथा मत्स्य विकास निर्देशनालय भेटेरिनरी अस्पताल तथा पशुसेवा विज्ञकेन्द्र महेन्द्रनगर कञ्चनपुरसे बँगुर फर्मके लाग चार लाख अनुदान सहयोग करल रहे ।