टीकापुर घटनाहे राजनीतिक तवरसे सुल्झाई परलः सभापति मनु
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २६ कार्तिक । थरुहट/थारुवान राष्ट्रिय मोर्चा तीन बुँदे मागसहित टमान राजनीतिक दलहुकनहे ज्ञापनपत्र बुझैटी बा ।
लौवा संविधानमे अपन पहिचान ओ अधिकार सुनिश्चितता कैना सुरु हुइल थरुहट/थारुवान संघर्षके क्रममे २०७२ भदौ ७ गते टिकापुरमे हुइल राजनीतिक दलके आधिककारिक धारणा का हो ? यकर सम्बन्धमे मोर्चा तथा आम कैलालीबासीहे स्पष्ट करे पर्ना, पहिचान ओ अधिकारके लाग हुइल आन्दोलनक क्रममे हुइल ।
टीकापुर घटनाहे राजनीतिक तवरसे समाधान कैना राजनीतिक दलके पहलकदमीके बारेमे जनताहे जानकारी कराई पर्ना, २०७२ साल भदौ ८ गतेक सम्प्रादायिक दंगा निम्तिना मेरके थारुहुकनके घर, पसल, व्यापार, एफएम मे आगजानी तथा लुटपात करुइया अपराधिहुकनके नाममे कितानी जाहेरी हुइलेसेफे अपराधिहुकनहे प्रहरी प्रशासनसे घटना हुइल ५ बरस वित सेक्लेसफे कानूनी दायरामे नइनानल ओ पक्राउ करके मुद्दाफे नइचलाइलमे यि प्रति यहाँहुकनके पार्टीके आपराधिक धारण जनताआघे स्पष्ट रुपमे नानडेहे लगायत तीन बुँदे मागसहित ज्ञापनपत्र बुझैटी बा ।
यिहे क्रममे थरुहट/थारुवान राष्ट्रिय मोर्चा कैलालीके संयोजक माधव चौधरी बुधके रोज नेपाली काँग्रेस कैलालीके सभापति नरनारायण शाह ‘मनु’हे तीन बुँदे मागसहित ज्ञापनपत्र बुझैले रहिट । मोर्चासे डेहल ज्ञापनत्रपत्र बुझटी सभापति मनु कुछ दिनभिटरे पार्टीसे छलफल कैके हाली पार्टीके आधिकारिक धारण अइना बटैलै ।
उहाँ कहलै, ‘नेपाली काँग्रेस २०७३ सालमे जिल्ला कमितिके बैठक करके टीकापुर घटना राजनीतिक घटना रहल ओरसे राजनीतिक तवरसे सुल्झाई पर्ना निर्णय करल रहे, ओकरपाछे कुछ पहलफे आघे बह्रल रहे ।’
नेपाली काँग्रेसके ओरसे गृहमन्त्री विमलेन्द्र निधि रहल ओ प्रधानमन्त्री प्रचण्ड रहिट, भदौ ८ गते टीकापुरेम हुइल थारुहुकनके घर, पसल, व्यापार, एफएममे आगजानी क्षति पुर्तिके पहल हुइल सभापति मनु बटैलै । गैल बरस टीकापुरमे मोर्चासे करल कार्यक्रममेफे पार्टीके झबही बैठकसे पानी पिवैना निर्णय करल उहाँ बटैलै । मानानीय रेशम चौधरीके विषयमे पार्टी सम्बेदशिल रहल कहटी टीकापुर घटनाके हाली टुङगो लगाई पर्ना पार्टीके धारण रहल उहाँ कहलै ।
संविधानसभा सदस्य तथा पूर्व माननीय कृष्णकुमार चौधरी नेपाली काँग्रेस उद्धारबादी ओ थारु समुदायप्रति जिम्मेवार रहल कहटी माग मुद्दाहे गम्भीर रुपमे लेडेना आग्रह करलै ।
ज्ञापनपत्रमे पहिचान ओ अधिकार सुनिश्चितताके लाग आहवान हुइल थरुहट/थारुवान आन्दोलनके क्रममे राज्यके विभेदपूर्ण व्यवहारके कारण टिकापुर घटना हुइल ओ घटनाके वास्तविकता सत्यतथ्य शासकहुक्रे नुकाई खोजल कहल बा ।
कपोलकल्पिट झुठा बनावटी प्रहरी रिपोर्ट, उजुरी, कतिपय दलके नेताहुक्रे पुरै थारु समाज ओ थरुहट आन्दोलनहे अपराधिक कहटी सम्मानित अदालतहे समेत प्रभावित कैना दुस्साहश कैना, निन्दनीय ओ गम्भीर कार्य हो कना मोर्चाके ठहर रहल ज्ञापनपत्रमे कहल बा ।
निर्दोष आन्दोलनकारीहुकनहे अपराधिक कना, विना प्रमाण पाँच बरषससे माननीय रेशम चौधरी लगायत ११ जनहनहे कारागारमे बन्दी बनैना चरम कदमके पराकाष्ट रहल ओरसे यी राज्यके गैरजिम्मेबारपनहे प्रष्ट झल्काइठ कहल बा ।
मोर्चासे बुझाइल विज्ञप्तीमे कहल बा, ‘हम्रे कौनो आवेग वा बदलाभावमे अपन अधिकारके सवाल उठाई नइखोजठुई, आन्दोलनके क्रममे हुइल टिकापुर घटना राजनीतिक घटना रहल ओरसे राजनीतिक रुपमे समाधान खोजे परल, यदि फेरसे यी घटनाहे विना कारण आलटाल करे खोजजाई कलेसे हम्रे टीकापुर राजबन्दी पविार कडा आन्दोलनमे जैना तयार बाटी ।’
ओस्टेक मोर्चासे बुधके रोज नेपाली काँग्रेस, नेकपा, जसपा, साझा पाटी, राष्ट्रिय जनमोर्चा, राप्रपा, नेपाल लोकतान्त्रिक पार्टीलगायत राजनीतिकदलहुकन तीन बुँदे मागसहित ज्ञापनपत्र बुझैटी राष्ट्रिय मानव अधिककार आयोग क्षेत्रीय कार्यालय धनगढीमेफे बोधार्थ पठैना संयोजक माधव चौधरी जानकारी डेलै ।