थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत २७ कुँवार २६४८, अत्वार ]
[ वि.सं २७ आश्विन २०८१, आईतवार ]
[ 13 Oct 2024, Sunday ]

विचार

थारु समुदायहे अन्तर्घात कहाँसम ?

थारु समुदायहे अन्तर्घात कहाँसम ?

रेशम चौधरी छुट्ना हल्ला पिटल दुई साता पहिले हो । टीकापुर मुद्दा खारेजीके समाचारसे सञ्चार माध्यममे मजेसे ठाउँ पैले रहे । सामाजिक सञ्जाल भरिभराउ रहे । नेपाली राजनीतिक वृत्तसे थारू गाउँमे रेशम चौधरी छुट्ना चर्चा माहौल ढिकैले रहे ।
थारु समुदायके अटवारीः कहिया ओ कैसक

थारु समुदायके अटवारीः कहिया ओ कैसक

अटवारी, थारू समुदायके महान् चाड माघ पाछेक दोसर भारी पर्वके रूपमे मानजाइठ । यी पर्वमे खास कैके पुरुषहुक्रे निराहार व्रत बैठके मनैठैं । यद्यपि स्वेच्छा कोइ महिलाहुक्रे फेन व्रत बैठल पाजाइठ । दीर्घायू, सुस्वास्थ्य एवम् सुखमय जीवनके
अष्टिम्की: प्रकृति र मानव जीवनको महिमा

अष्टिम्की: प्रकृति र मानव जीवनको महिमा

हरेक समुदायमा रहेको चाडवाड, उत्सवलगायतका संस्कृतिसँग जोडिएर रहेको विविधताले त्यो समुदायको पहिचान झल्काउँछ । नेपाल यस्तो देश हो जहाँ विभिन्न जाति समुदायको आआफ्नै कला संस्कृतिहरू रहेका छन् । चाड पर्व, चालचलन रहेको छन् । यसले देशको
भाषा ओ संस्कृतिके अभियान

भाषा ओ संस्कृतिके अभियान

कौनो जातिके पहिचान विलैना बा कलसे उ जातिके भाषा ओ संस्कृति विलाई परठ कैखे अंग्रेजीम एक्ठो कहाई बा । हुइना फे भाषा ओ संस्कृति विलाईट कलसे कौनो फे जातिके पहिचान सुस्ट सुस्ट हेरैटी जाइट । उह होर्सेँ आपन भाषा ओ संस्कृति के संरक्षण कर्ना
बेलापरसुवासे लखनऊसम परगा

बेलापरसुवासे लखनऊसम परगा

अभिन छोटे रहुँ । मने जानेजुकुर होगैल रहुँ । बुडुक् महा डुलारु रहुँ । छोटेमे बुडुक् संग कबु बन्सी लगाइ टे कबु पहुनी खवाइ हुइल । इ संस्मरणमे इन्डिया घुम्लक् लावा ओ पुरान बातचित आझ इ लिख्नौटीमे लिख्नास लागल । इहे गैल २०७९ जेठ १४ गते
विदेशी सोंचके एक हल्कोरा

विदेशी सोंचके एक हल्कोरा

विश्व अब्बे आर्थिक क्रान्तिके डगरमे दिन प्रतिदिन आघे बहरटी बा । मने नेपालके सन्दर्भ भर ठिक उल्टा डेख मिलट । नेपालके सन्दर्भमे हेरेबेर उत्पादन दक्षता हुइल ओ दक्ष युवा जमात दिन दिने विदेशीनाक्रम बहरटी गील बा । एकर प्रत्यक्ष प्रभाव
प्रविधि विकास ओ थारु महिला

प्रविधि विकास ओ थारु महिला

विज्ञान ओ प्रविधिक विकाससँगसँगे हम्र निरन्तर आघ बहर्टि बाटी । परिवर्तित समयसँगे आघ बहर्टि रहवेर हम्र आधुनिकतासेफें जोर्गिल बाटी । आधुुनिकताक नाउँम हम्र कहोँरे आपन मौलिक पहिचान बिस्र्रैटि बाटि कि ? हमार थारुन्हँक मौलिक पहिचान
बनुवाँ ओ अक्सिजनके सम्बन्ध

बनुवाँ ओ अक्सिजनके सम्बन्ध

संसारम जीव ओ जगतके विकास क्रमम एक डोसर अपरिहार्य नैहोक नैहुइना कलक् कार्वनडाइकसाइड ओ अक्सिजन हो । यी डुनुम अन्तरसम्बन्ध कसिन रहठ ? विशेष कहिके प्राकृतिक बनुवाँ, वन्यजन्तु ओ हम्र मनैन्के विचके जोरल करी कसिन हुइक पर्ना हो, कसिन हुइटा
कठरिया थारु भासा साहित्यः एक चर्चा

कठरिया थारु भासा साहित्यः एक चर्चा

ओंरी डराइ कैलाली कंचनपुर जिल्लामा मात्र बसोबास भएको एक मात्र समुदाय हो कठरिया थारु समुदाय । इ समुदायके अपन छुट्टे संस्कृति, भेसभुसा, खानपान, रीतिरिवाज, चालचलन बा । अपन परम्परा, गीतबाँस, चाडपर्व बा । यहाँ इ अभिलेखमे कैलालीमे रहल कठरिया
राजनीतिक दल ओइनहे मोर प्रश्न

राजनीतिक दल ओइनहे मोर प्रश्न

संघीय गणतन्त्र नेपालके जल्दाबल्दा सवालके इतिहासके मेर मेरके कालखण्डके अवशेष अध्ययन कर्ना बेला बखतमे न्यायपूर्ण आन्दोलन हुइल डेखजाइट् । जट्रा न्यायपूर्ण आन्दोलन हुइलेसेफे, उ सक्कु आन्दोलनहे निष्कर्ष विहिन शासकहुकरे बनाइल