हरैया सेजप्रति पहिले विरोध, आजकाल स्वागत
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २३ फागुन । सन २०१० मे कैलालीके गोदावरी नगरपालिकाके हरैया क्षेत्रमे विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) निर्माणके लाग अध्ययन हुइल । गुरुयोजना समेत तयार हुइल । मने कार्यान्वयनमे जाई नैपैटी भटाभुुङ होगिल । स्थानीय कृषि तथा वन क्षेत्र मासके आर्थिक क्षेत्र बनाई नैमिली कहिके विरोध जनाइलपाछे प्रभावित हुइल रहे ।
मने हाल १० पाछे फेरसे उ क्षेत्रमे सेज निर्माणके चर्चा परिचर्चा सुरु हुइल बा । खासकैके कैलाली निर्वाचन क्षेत्र नम्बर ४ से निर्वाचित प्रतिनिधि सभा सदस्य लेखराज भट्ट उद्योग वाणिज्य तथा आपूर्ति मन्त्रालयके जिम्मेवारी सम्हारल याहोर चर्चा सुरु हुइल हो ।
सेजके स्थलगत अध्ययन अनुगमनके क्रममे मन्त्री भट्ट पहिलेके अध्ययनहे आधार बनैटी अध्ययन कर्ना निर्देशन समेत डेले बाटै । ओकरपाछे जनचासो बह्रल बा । मन्त्री भट्टके निजी सचिवालयके अनुसार हरैयामे सेज निर्माणके लाग चालु आर्थिक बरसभिट्रे डोसर चरणके सम्भाव्यता अध्ययन कर्ना जनागिल बा ।
गोदावरी नगरपालिका–८, स्याले बजार व्यवस्थापनके अध्यक्ष गोपाल देउवा पहिले ज्या जसिन हुइलेसे फेन सेज बनैना हालके सरकारके कदम स्वागत योग्य रहल बटैलै । सेज निर्माण हुइलेसे यी क्षेत्रके विकासमे टेवा पुग्नके साथे रोजगारी सिर्जनासे स्थानीय नागरिकहुक्रे लाभान्वित हुइना अध्यक्ष देउवा आशा व्यक्त कर्लै ।
स्थानीय पूर्ण चौधरी विगतके दिनमे सरकार स्थानीय संग विना समन्वय कर्ले जग्गा अधिग्रहणके प्रक्रियामे गैलपाछे विरोध हुुइल स्पष्ट पर्लै । अभिन फेन सरकार स्थानीय जनताहुकनसे समन्वय करके निर्माण करेक पर्ना बटैटी उहाँ सेजके स्थापनासे यी क्षेत्रके किल नाई मुलुकके विकासमे टेवा पुग्न विश्वास व्यक्त कर्लै ।
विेशेष आर्थिक क्षेत्र प्राधिकरण काठमाडौ सन २०१० मे सेजके लाग हरैया क्षेत्रमे सम्भाव्यता अध्ययन करके गुरुयोजना समेत तयार करल रहे । प्राराम्भिक सर्वे प्रतिवेदन अनुसार सेज स्थापनाके लाग हरैयास्थित सरकारी स्वामित्वके वन क्षेत्रमे सम्भाव्यता अध्ययन करगिल रहे । लगत्ते स्थानीयहुक्रे कृषि भूीम मासके औद्योगिक क्षेत्र बनाई लागल कहटी विरोध जनाइलपाछे अलपत्र परल हो ।
उहाँ स्थापना कर्ना सेजहे ‘धनगढी सेज’के रुपमे नामाकरण करगिल रहे । जेकर लाग १ सय ८० हेक्टर क्षेत्रफलमध्ये ५३ प्रतिशत क्षेत्रफलमे औधोगिक क्षेत्र बनैना रहल उ प्रतिवेदनमे उल्लेख बा । जौन औद्योगिक क्षेत्रमे १ सय ३० ठो प्लट बनैना रहल रहे ।
कलेसे २६.८ प्रतिशत क्षेत्रमे हरियाली तथा खुला राख्न ओ बाँकी क्षेत्रफलमे भर अन्य पूर्वाधार निर्माण कर्ना जनागिल रहे । कलेसे स्थापनाके लाग २.५ बिलियन बजेट लागत अनुमान करगिल रहे । हाल उ रकममे बृद्धि हुइना जनागिल बा ।