राजपामे केन्द्रसे जिल्लासम विवादे विवाद
२ सांसदबीच २ बरसे लडाइ, संसदीय दलके नेताके लाग हानठाप
लखन चौधरी
धनगढी, २६ फागुन । राष्ट्रिय जनता पार्टीभिट्टर पद ओ प्रतिष्ठाके लडाइ केन्द्रमे किल नाई प्रदेश ओ जिल्ला तहमे फेन ओत्रही बा ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सभामे प्रतिनिधित्व कर्ना राजपाके २ सांसदबीच २ बरससे पद ओ प्रतिष्ठाके लडाइ चल्टी आइल हो ।
प्रदेश सभामे कैलाली निर्वाचन क्षेत्र नम्बर १ (क) से निर्वाचित सांसद कृष्णबहादुर चौधरी ओ पार्टीके वरिष्ठ उपाध्यक्षसमेत रहल समानुपातिक ओहोरसे निर्वाचित मालामति रानाथारु प्रतिनिधित्व करटी आइल बाटी ।
कौनो फेन राजनीतिक दल संसदमे आपन दलके नेतृत्वके लाग संसदीय दलके नेता, प्रमुख सचेतक, सचेतकलगायत चयन करेक पर्र्ना नीति अवलम्बन कर्ले रहठै । जौन अनुसार सुदूरपश्चिम प्रदेशमे सत्ता पक्ष नेकपा ओ प्रमुख प्रतिपक्षी नेपाली काँग्रेस पहिलेही दलके नेता, प्रमुख सचेतक ओ सचेतकके टुंगो लगासेक्ले बाटै ।
मने सुदूरपश्चिम प्रदेश गठन हुइल २ बरस बित्लेसे फेन डोसर प्रतिपक्ष दल राजपा टुंगो लगाई नैसेकल हो । खासकैके आन्तरिक विवाद तथा दुनु जाने संसदीय दलके नेतामे दाबी करे लागलपाछे हालसम टुंगो लागे नैसेकल हो । सांसद रानाथारु अप्ने पार्टीके वरीयता रोलक्रममे वरिष्ठ रहलओरसे दलके नेता अप्ने बनेक् पर्ना अडानमे रहल बाटी । कलेसे डोसर सांसद चौधरी भर अप्ने प्रत्यक्ष निर्वाचित सांसद हुइलओरसे अप्ने पाइक पर्र्ना अडान लेले बाटै । दुनुु जाने आ–आपन अडानमे रहलपाछे २ बरससम टुंगो लागे नैसेकल हो ।
एक बरस आघे राजपा कैलाली सांसद चौधरी दलके नेता हुइटै कहटी संसद सचिवालयमे चौधरीके नाम सिफारिस करल रहे । मने सांसद रानाथारु आपनहे कौनो जानकारी नैडेके एकलौटी ढंगसे सिफारिस कर्ना निर्णय करल कहटी विरोध जनाइलपाछे उ सिफारिस ओहै प्रभावित होगिल । ओहे विवादके कारण २ सांसदबीच ढिउर समयसम बोलचाले बन्द हुइल राजपा कैलालीके जिल्ला नेताहुक्रे बटैठै । हाल समान्य बोलचाली हुइलेसे फेन उहाँहुकनबीचके प्रतिष्ठा ओ पदीय लडाइ जस्के तस रहल पाइल बतागिल बा ।
सांसद मालामति रानाथारु कहठी–‘पार्टीभिट्टरके वरियता क्रम अनुसार मोर हैसियत बरवार हो । डोसर बात मै संविधान सभा सदस्य समेत होसेकलओरसे नैतिक हिसाबसे फेन मैही पाइक पर्र्ना हो । मने एकसे डोसरके अस्तित्व स्वीकार करे नैसेकलओरसे हम्रे दुनु जहनहे घाटा हुइल बा ।’
डोसर सांसद चौधरी संसदीय अभ्यासके आधारमे अप्ने पाइक पर्र्ना दाबी कर्ठै । ‘कौनो फेन राजनीतिक दलमे प्रत्यक्ष निर्वाचित सांसदहुक्रे नेतृत्व करे पाइक पर्र्ना संसदीय अभ्यास नेपालमे रहटी आइल बा । जौनकारण कौनो फेन हालतमे मैहि पाइक पर्र्ना हो ।’
जिल्ला तहमे विवाद नैमिललपाछे उहाँहुक्रे राजपाके केन्द्रीय कमिटीमे हारगुहार करल रहिट । मने केन्द्रीय जम्बो नेतृत्व स्वयम लम्मा समयसे पद ओ प्रतिष्ठाके लडाइके दलदलमे फसलओरसे निकास डेहे सेक्न सवाले नैहो ।
दुनु जाने सांसद पहुरा दैनिकसे बातचित करटी कहलै– ‘यहाँ टुंगो नैलागलपाछे हम्रे टुंगो लगाइक लाग केन्द्रीय कमिटीहे अनुरोध करल हुइटी । मने हालसम कौनो निकास आइल नैहो ।’
हाल राजपामे ६ सदस्यीय अध्यक्षमण्डल बा । २–२ महिनामे नेतृत्व लेना चक्रीय प्रणालीअनुसार पार्टी चलल बारु। अध्यक्ष मण्डलमे महन्थ ठाकुर, राजेन्द्र महतो, महेन्द्र यादव, शरतसिंह भण्डारी, अनिल झा ओ राजकिशोर यादव रहल बाटै । उ ६ जहनबीच फेन रस्साकस्सी चल्टी आइल बा ।
दलके संसदीय दलके नेताहुक्रे संसदसे थप सेवा सुविधा भोग करटी आइल बाटै । सुदूरपश्चिम प्रदेश सभा सचिवालयके सचिव रामसिंह धामीके अनुसार अन्य राजनीतिक दलके संसदीय दलके नेताहुक्रे प्रदेश सभा सचिवालयसे थप अतिरिक्त सुविधाके रुपमे अलग्गे सचिवालय, गाडी ओ इन्धनलगायत सुविधा भोग करटी आइल बाटै । मने राजपा लम्मा समयसम फेन टुंगो लगाई नैसेकलओरसे उ सेवासे विमुख हुइटी आइल हुइट । ओस्टके सरकारहे ठोस रुपमे रचनात्मक दवाव सिर्जना समेत करे नैसेकल राजपाभिट्टर आरोपप्रत्यारोप हुइटी आइल बा ।