थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १३ बैशाख २६४८, बिफे ]
[ वि.सं १३ बैशाख २०८१, बिहीबार ]
[ 25 Apr 2024, Thursday ]

सुदूरपश्चिममे ५० प्रतिशत रोपाई

पहुरा | १५ असार २०७७, सोमबार
सुदूरपश्चिममे ५० प्रतिशत रोपाई

पहुरा समाचारदाता
धनगढी,१५ असार ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशभर कुल खेतीयोग्य जमिनमध्ये ४९ दशमलब ६४ प्रतिशतमे रोपाई हुसेकल सुदूरपश्चिम प्रदेश भुमि व्यवस्था, कृषि तथा सहकारी मन्त्रालय जानकारी डेले बा ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशमे एक लाख ८१ हजार छ सय चार हेक्टरमे धान रोपाइ हुइटी आइलमे प्रदेशमे शनिच्चरसम ९० हजार एक सय ५६ हेक्टरमे रोपाइ हुसेकल जनाइल बा । मन्त्रालयके अनुसार सबसे ढेर रोपाई अछाममे हुइल बा कलेसे सबसे कम डोटी जिल्लामे हुइल जनाइल बा ।
अछाममे १६ हजार पा“च सय १६ हजार ५ सय ८० हेक्टरमे धान रोपाइ करटी आइलमे नौ हजार नौ सय ४ हेक्टरमे रोपाई हुइल बा कलेसे डोटीमे १० हजार आठ सय ९८ हेक्टरमे धान रोपाई हुइटी आइलमे तीन हजार आठ सय १४ हेक्टरमे रोपाई हुइल जनाइल बा ।
धानबालीके अन्न भण्डार मानल कैलालीमे अब्बेसम ४७ दशमलब ४९ प्रतिशत ओ कञ्चनपुरमे ५२ दशमलब ९७ प्रतिशतमे धान रोपाइ हुइल जनाइल बा । कैलालीमे ७१ हजार सात सय १५ हेक्टरमे धान रोपाइ हुइटी आइलमे ३४ हजार ५७ हेक्टरमे रोपाइ हुइल बा कलेसे कञ्चनपुरमे ४८ हजार तीन सय ७५ हेक्टरमे धान खेती हु“इटी आइलमे २५ हजार छ सय २४ हेक्टरमे रोपाइ हुइल मन्त्रालय जनैले बा ।
प्रदेशके डडेल्धुरा ओ दार्चुलामेफे ५० प्रतिशतसे कम रोपाइ हुइलमे जनाइल बा । मन्त्रालयसे डेहल तथ्यांक अनुसार डडेल्धुरामे छ हजार दुई सय २६ हेक्टरमे धान रोपाई हुइटी आइलमे दुई हजार चार सय ९० हेक्टर ओ दार्चुलामे चार हजार चार सय ८० हेक्टरमे रोपाई हुइटी आइलमे दुई हजार १६ हेक्टरमे रोपाई हुइल जनाइल बा । मन्त्रालयके अनुसार प्रदेशके बाजुरामे ५५, बझाङमे ५० ओ बैतडीमे ५२ प्रतिशतमे रोपाइ हुसेकल बा । बाजुरामे सात हजार दुई २० हेक्टरमे धान रोपाई हुइटी आइलमे तीन हजार नौ सय ७१ ह्ेक्टरमे रोपाई हुेसेकल बा । बझाङमे सात हजार एक सय १० हेक्टरमे धान रोपाई हुइटी आइलमे तीन हजार पा“च सय ५५ हेक्टरमे रोपाई हुसेकल बा कलेसे बैतडीमे नौ हजार हेक्टरमे धान रोपाई हुइटी आइलमे चार हजार छ सय ८० हेक्टरमे रोपाई हुसेकल जनाइल बा ।
यी पालि मनसुन हाली भित्रल कारण रोपाईफे हाली सुरु हुइल ओरसे धान उत्पादनमे वृद्धि हुइना कृषि निर्देशनालय जनैले बा ।
धानखेतीहे कौनो असर नइपरलेसे विगतके बर्षसे यी पाली उत्पादन बढ्न निर्देशक यज्ञराज जोशीके कहाई बा । ‘अवश्य फे यी पाली समयमे रोपाई ओराई । यिहीसे उत्पादन बह्री । मने, यकरपाछे का हुइ कहे नइसेक्जाई’ उहाँ कहलै– अघिल्का बर्षसे पहिले ढेर रोपाई हुसेकल बा, यी कृषि क्षेत्रके लाग सकारात्मक हो । यिहीसे उत्पादनमे वृद्धि करैना मिली ।’
आज धान दिवस
हरेक वर्ष धुमधामके साथ मनैटी आइल धान दिवस यस वर्ष भर फेरल बा । असार १५ के दिन हरेक वर्ष प्रदेशके भुमि व्यवस्था, कृषि तथा सहकारी मन्त्रालय, मन्त्रालयमार्फत रहल कृषि निर्देशनालय ओ स्थानीय तहसे धान दिवसहे भव्यताके साथ मनैटी आइल रहिट । यी वर्ष भर कोरोना भाइरस (कोभिड–१९)के कारण मन्त्रालय पत्रकार सम्मेलन करके दिवस नइमनैना जानकारी डेले बा ।
‘धान उत्पादनमे वृद्धि, आत्मनिर्भरता समृद्धि’ कना नाराके साथ १७ धान दिवस मनैना तयारी रहल रहे ।
मन्त्रालयके प्रवक्ता खगेन्द्र शर्मा कोरोना भाइरसके कारण यी वर्षके धान दिवसमे सञ्चारमाध्यममे प्रदेशके भुमि व्यवस्था, कृषि तथा सहकारी मन्त्रीके शुभकामना सन्देशमात्र प्रवाह कैना बटैलै । उहाँ यी बरस भारतसे धान चाउरके आयातमे कमी आइल बटैलै । गैल २५ हजार १ सय २० टन धान चाउर बाहेरसे आइलमे अशौ घटके ११ हजार ३ सय १७ टन केल आयात हुइल बटैलै । यी बरस प्रदेशके टमान ठाउँमे केरा खेतीमे मजा सुधार आइल बटैलै । प्रदेश सरकार मुङ खेती, थारु आलु, बगर खेती, मच्छरी पालन ओ केरा खेतीहे प्राथमिकता डेहल बटैलै ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू