थारु राष्ट्रिय दैनिक
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विद्यालय नाइ खुललपाछे मच्छी मरटी विद्यार्थी

पहुरा | ४ श्रावण २०७७, आईतवार
विद्यालय नाइ खुललपाछे मच्छी मरटी विद्यार्थी

टीकापुर, ४ साउन । दैनिक वर्षा हुइलपाछे कैलालीके लडियामे पानीके बहाव बह्रल बा । पानीके बहाव बह्रलसंगे यहाँ लडिया तथा खोला किनारमे मच्छी मर्र्ना महिलाके संख्या समेत बह्रल बा । भरल खोलुवा लडिया किनारमे थारू समुदायके महिला तथा बालिका टापी, हेल्का बोक मच्छी मरटी रहल बाटै ।

पानीमे मच्छी मर्ना स्वास्थ्य तथा सुरक्षाके हिसाबसे जोखिम रहठ्, मने थारू समुदायमे परम्पराके रुपमे रहल मच्छी मर्ना चलन अब्बे फेन अभ्यासमे बा । बर्सातमे धानखेती लगासेकलपाछे फुर्सदके समयमे थारू समुदायके महिला दिनभर मच्छी मारके साँझ टीनाटावनके जोहो कैना करठै । लम्मा समय विद्यालय बन्द रहलपाछे कैलालीके जोशीपुरके बालिका दैनिक मच्छी मर्नामे व्यस्त रहल बाटै ।

जोशीपुरके बालिका डाइकसंगे फुर्सदके समयमे लडिया तथा खोलुवा किनारमे मच्छी मर्ना करल उहाँहुक्रे बटैठै । नौ वर्षीया मुना चौधरी डाइक हेल्का बोकके कुलरिया लडिया किनारमे मरठी । ‘आजकाल दैनिक डाइकसँग मच्छी मारे अइठुुु, मोरसंग संघरिया फेन अइठै । रमाइलो हुइल बा,’ मुना कहली, “मच्छी मर्ना सिख्टी बाटुँ । सकारे खाना खाके अइठी, दिनभर मारके २०० ग्राम फेन मारे नाइ सेक्नु, डाइ अलिक ढिउर मारलेहठ् ।’

कक्षा ६ मे अध्ययनरत उषा चौधरी फेन दिनभर पानीमे भिजके मच्छी मारे जैठी । उहाँ दिनभर लगाके १०० ग्राम जत्रा मच्छी मारल बटैली । ‘विद्यालय बन्द होके घरमे कत्रा बैठ्ना हो ओहेमारे डाइक संगे मच्छी मारे आजैठुु ।’ जोशीपुरमे रहल कुलरिया लडियामे महिलासँगे दर्जनौँ बालबालिका लडिया किनारमे मच्छी मारे अइना करठै ।

लडियामे दैनिक पानीके बहाव बह्रटी गैल ओरसे बालबालिकाहे पानीमे खेले पर्ना काममे लगैना गलत रहल स्थानीयवासीके कहाइ बा । ‘लडिया उपटके आइल बा । बालबालिका लडिया किनारमे बोके नाइ सेक्ना गम्हीर हेल्का बोकके मच्छी मारे अइठै,’ स्थानीय रमेश विक कहलै । ‘अइसीक पानीमे भिजेबर सरुवा रोगके जोखिम बह्री, लडियामे डुब्न, पुहना डर फेन रही । अभिभावक सचेत हुइ परल ।’

थारू समुदायक महिला मच्छी मर्ना सिपार रहठै । पानी परके बाह्र आइल बेला मच्छी अइना हुइल ओरसे फुर्सदमे मच्छी मर्ना करल सुदेश्नी डगौरा कहली । ‘हम्रे खेतीपातीपाछे यी सिजनमे मच्छी मर्ना करठी, हम्रे समूहमे निक्रठी,’ सुदेश्नी कहली, ‘रमाइलो फेन हुइठ्, साँझके टिनाके जोहो फेन हुजाइठ् ।’

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