विधेयकके प्रेस यूनियनसे विरोध
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २८ सावन । प्रेस स्वतन्त्रतामे अंकुश लगैना कुछ प्रावधान सहित प्रदेश सभासे एफएम रेडियो तथा टेलिभिजन प्रशारण सम्बनधमे व्यवस्था कैना बनल विधेयक बुधके पारित करले बा ।
प्रदेश सभामे प्रदेश सभाके सदस्यहुक्रे छलफलके क्रममे विधेयकके टमान प्रावधानउप्पर डेहल सुझावउप्पर छलफल समेत नइकरके प्रदेश सभासे विधेयक पारित हुइल हो । प्रदेश सभा सदस्यहुकनके बोल्न क्रम सेकललगटे सभामुख अर्जुनबहादुर थापा विधेयक उप्पर उठल प्रश्नबारे सरकारके ओरसे सामाजिक विकास मन्त्री कृष्णराज सुवेदीहे जवाफ डेना अनुमित डेलै ।
मन्त्री सुवेदी जवाफ डेहल लगटे प्रदेशसभा सदस्यहुकनके सुझावहे छलफलमे नइलेके सोझे विधेयक पारित कैना प्रक्रिया शुरु कैगिल । विधेयकउप्पर प्रतिपक्षी दल नेपाली कांग्रेसके डिल्लीराज पन्त ओ सत्तापक्ष नेकपामे दुर्गा कुमारी कामी महत्वपूर्ण सुझाव डेहल रहिट । ओइने दनु जाने विधेयकमे रहल व्यवस्था अनुसार अपनही अभियोग लगैना, अपनही अनुसनधान कैना ओ अपनही सजाय तोक्न निकायके रुपमे आन्तरिक मामिला तथा कानून मन्त्रालय रहे नइहुइना प्रशारण पूर्व कौनोफे बिषयके विवरण मन्त्रालयमे पेश कैना विषय संविधान विपरित हुइना बटैले रहिट ।
विधेयकके प्रेस यूनियनसे विरोध
नेपाल प्रेस यूनियन शाखा कैलाली एफएम रेडियो तथा टेलिभिजन सम्बन्धी विधेयकके विरोध करले बा ।
बुधके रोज सुदूरपश्चिम प्रदेश सभा कार्यालय आघे धर्ना डेटी विरोध प्रदर्शन करले बा । रेडियो, एफएम ओ टेलिभिजन प्रसारण सम्बन्धमे व्यवस्था कैना सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे नानल विधेयकमे विरोध जनैटी प्रेस युनियनसे प्रदर्शन करल हो ।
प्रदेश सरकारसे नानले लागल मिडिया विधेयक मिडिया मैत्री ओ पत्रकारमैत्री नहुइल नेपाल प्रेस युनियन कैलाली सभापति श्रवण देउवा बटैलै । उहाँ कहलै, ‘यकर लाग हम्रे बार–बार छलफल हुइलेसेफे प्रदेश सरकारसे प्रेस उप्पर अंकुश लगाई खोजल बा । यी हम्रहिनहे कौनोफे हालतमे मान्य नइहुई ।’
सरकारसे नानल मिडिया विधेयक कुछ बुँदा सच्चाई पर्ना नेपाल पत्रकार महासघ कैलालीके कोषाध्यक्ष हिमाल जोशी बटैलै । मिडिया उप्पर हस्तक्षेप करटी प्रदेश सरकारसे विधेयक पास करे लागल कहटी उहाँ आपत्ति जनैलै ।
प्रेस स्वतन्त्रता संविधानमे उल्लेख हुइलेसेफे प्रदेश सरकारसे प्रेसहे नियन्त्रण करेक लाग विधेयकमे कुछ बुँदा समेटल ओरसे उ बुँदा सच्चाई पर्ना नेपाल पत्रकार महासघके कैलालीके पूर्व सभापति भरत शाह बतैलै ।
प्रदेश सरकारसे नानल रेडियो, एफएम ओ टेलिभिजन प्रसारण सम्बन्धमे व्यवस्था कैना बनल विधेयकउप्पर सुरुसे विल्गैना अपनहुक्रे विरोध जनैटी आइल वरिष्ठ पत्रकार मनमोहन स्वाँर बटैलै । प्रदेश सरकारसे नानल मिडिया विधेयक जस्टेक टस्टे प्रदेश सभामे पास करे लागलओरसे अपनेहुक्रे कुछ बुँदा सच्चाई पर्ना कहटी विरोध जनाइल उहाँ बटैलै ।
यूनियनसे खेद प्रकट
सुदुरपश्चिम सरकारसे एफएम रेडियो तथा टिभि सम्बन्धी व्यवस्था कैना बनल विधेयकमे रहल संविधान तथा प्रेस स्वतन्त्रताके विश्वव्यापी मान्यता विरोधी प्रावधानहे सच्यइना युनियनसे बार–बार माग करटी अइटी रहल ओ उ मागके सुनुवाई नइकरटी मिडियाहे अपन कब्जामे लेना नियतसे बुधके केल पारित करलमे युनियन खेद प्रकट करले बा ।
यूनियनके केन्द्रीय महासचिव रमेश विष्ट ओ कैलाली जिल्ला अध्यक्ष श्रवण देउवासे संयुक्त हस्ताक्षरित प्रेस विज्ञप्तीमार्फत खेद प्रकट कैगिल बा ।
संविधानसे प्रत्याभूत करल पूर्ण प्रेस स्वतन्त्रता एवम् अभिव्यक्ति स्वतन्त्रता कार्यान्वयनके लाग टमान ऐन कानून निर्माण एवं परिमार्जनके सन्दर्भमे नेपाल प्रेस युनियनसे गम्भीरतापूर्वक चासो व्यक्त करटी आइल विज्ञप्तीमे कहल बा । संविधानके उद्देश्य पूर्तिके लाग टमान कानूनके निर्माण, सुधार ओ संशोधन हुइना स्वभाविक हो मने संसद एकतर्फी ढंगसे आघे बह्रटी रहलमे युनियनके गम्भीर ध्यानाकर्षण हुइल कहल बा ।
विधेयकके कुछ बुँदा संशोधन कैनाके साथे कुछ बुँदा ठप कैना सुझाव डेहलमे कुछ बुँदाहे आंशिक रुपमे सम्बोधन करलेसेफे पत्रकारहे सरकारी निकायसे जाँच कराके केल समाचार लिखे पैना जैसिन प्रावधान धारलमे युनियनके गम्भीर असहमति रहल बा यी प्रावधान संविधानके मर्म ओ भावनाके विपरित हुइनाके साथे प्रेस स्वतन्त्रता विरोधी हुइलमे यम्ने युनियन गम्भीर असहमति प्रकट करटी उ प्रावधान तत्काल सच्यइना माग करले बा ।
मिडिया काउन्सिल विधेयकमे रहल प्रेस स्वतन्त्रता विरोधी प्रावधान सच्याके केल प्रतिनिधि सभामे पठैना राष्ट्रिय सभा तथा सञ्चार तथा सूचना प्रविधि मन्त्रालयसंग महासंघ जोडदार माग करले बा । संविधानके मूल मर्म, प्रेस तथा अभिव्यक्ति स्वतन्त्रताके अभ्यास ओ अन्तर्राष्ट्रिय मान्यता विपरीत गठन हुइना मिडिया काउन्सिलहे स्वीकार कैना महासंघ ओ सञ्चार क्षेत्र बाध्य नइहुइना विज्ञप्तिमे कहल बा ।