भजनीमे भोकमरीके त्रासः खेटुवा हेरके रुइठै किसान
पहुरा समाचारदाता
भजनी, २२ भदौ । कैलालीके भजनी नगरपालिका–९, खुरहुरयाके स्थानीय सीताराम चौधरीके गैल सावन १४ गते आइल बाढ घर ओ खेटुवा पूरा बुरा डेहल रहे । भस्कटी रहल घरेम् टेक्नी लगाके बैठ्टी आइल बाटै ।
घर संगे रहल १५ कठ्ठा धान लगाइल खेटुवा फुटबल मैदान जस्ते सफा हुइल बा । लहरैटी बाल पोसाइना बेलामे उहाँक् खेटुवा बाढसे उजार हुइल हो ।
बाढसे सखाप हुइल धान डेखैटी उहाँ कहलै, ‘मोर टे साबथोक यहे खेटुवा रहे हजुर । कुछ नै बचल । आब का कर्ना हो ? का खैना हो ? समझमे नैआइठ ।’
गैल बरसके धानसे हालसम उहाँक् परिवारके गर्ज चल्टी आइल बा । आब कुछ दिन किल पुग्न धान बाँकी बा । ओहोर खेटुवा खाली हुइलपाछे उहााके परिवारमे भोकमरीके त्रास अब्बेहेसे शुरु हुइल बा ।
‘असारमे साहु महाजनसे ऋण सापत करके खेटुवा लगैली । आब ओहे खेटुवा ओराइलपाछे कौन मुह लेके साहु महाजनके आघे जैना हो ? उहाँहुक्रे फेन फसल हेरके ऋण लगानी कर्ठै । आब टे उहाँहुक्रे हम्रहिन ऋण फेन नैडिही । बाहेर काम करे जाउ कलेसे सक्कु ओहोर कोरोनाके डर’, मन मर्र्ले सीताराम कहलै, ‘खेटुवामे पाइला टेक्टी किल चक्कर आइठ । कपार पिराइठ । रुइनास् लागठ ।’
खुरहुरया टोलके डोसर स्थानीय रामबहादुर चौधरी बाढसे ज्यान बच्लेसे फेन खेटुवामे रहल सक्कु धान सखाप हुइल ओ घरेम रहल धान चाउर कुछ दिन पुग्न मेरके रहल बटैलै ।
अब्बेहेसे खैना चाजके अभाव शुरु हुइना बटैटी उहाँ अप्नेहुकनके सुरक्षित बास ओ गाँसके सबसे बरवार समस्या रहल दुखेसो सुनैलै ।
यी पीडा सीताराम ओ रामबहादुरके किल नाई हो, गैल सावन १४ गते आइल बाढसे जिल्लाके दक्षिणी क्षेत्रके आमजनताहुकनके साझा समस्या हो । मोहना, कान्द्रा, पथरैया, काँढा, कर्णालीलगायत लडियामे अइना बाढसे भजनी नगरपालिका, जोशीपुर गाउँपालिका, जानकी गाउँपालिका, टीकापुर नगरपालिकालगायत स्थानीय तहके साढे ६ हजारसे ढिउर घरधुरी प्रभावित हुइल बा । ३ जाने ज्यान फेन गुमाइ परल रहे । हजारौं बाढ पीडितहुक्रे विस्थापित हुइल बाटै ।
उहाँहुक्रे अभिन डुबानके त्राससे घर फर्के नैसेकल हुइटै । कुछ हुलाकी राजमार्गके आँजरपाँजर पाल टाँड्ढके बैठल बाटै कलेसे कोइ सामुदायिक वनमे आधा महिनासे पाल टाँड्ढके बैठल बाटै ।
भजनी नगरपालिका ८ के खेमराज काफ्ले घरक् भौतिक संरचना भुताभुंग हुइल ओ अभिन बैठे सेक्ना अवस्था नैहोके उँच ठाउँमे बैठे आइल बटैलै । जोखिम सहके फेन पाल टाँड्ढके बैठल बटैटी उहाँ सुुरक्षित बासके व्यवस्था सरकारसे हुइक पर्र्ना माग कर्लै ।
ओस्टके भजनी नगरपालिका क्षेत्रमे किल ४ हजार बिघासे ढिउर क्षेत्रफलमे लगाइल धान बाली सखाप हुइल जनागिल बा । हप्तौं दिनसम धान बुरलपाछे धान मुवल भजनी नगरपालिका जनाइल हो ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके भूमी व्यवस्था कृषि तथा सहकारी मन्त्री विनिता चौधरी बाढ प्रभावित क्षेत्रमे प्रदेश सरकारसे अल्पकालीन ओ दीर्घकालीन योजनाके साथ आघे बह्रल बटैली ।
भजनीके स्थानीय समेत रहल मन्त्री चौधरी अल्पकालीन कार्यक्रम अन्तर्गत राहत, त्रिपाललगायत सामग्री वितरणके काम जारी रहल ओ दीर्घकालीन कार्यक्रमके रुपमे एकिकृत कृषि प्रणालीके व्यवस्था हुइना बटैली ।
‘हम्रे बर्खामे जान जानके धान काहे लगैना ? आब बर्खामे खाली छोरके औरे सिजनमे खेती प्रणालीके व्यवस्थापनमे बाटी । सहुलित दरमे कृषि यन्त्र उपकरण, बिउबिजन, सिँचाइके व्यवस्था करके हिउँदे खेती संगे चैते धान, मकै खेती, गन्ना खेतीमे प्रोत्साहनके कार्यक्रम नन्ना तयारीमे बाटी ।’
मने वन क्षेत्रमे बासके व्यवस्थापन कर्ना मजा विकल्प नैरहल बटैटी मन्त्री चौधरी सरकारके जनता आवास कार्यक्रम बाढ प्रभावित क्षेत्रमे विस्तार करे सेकजिना डोसर विकल्प रहल औल्याइली । जौन अन्तर्गत डुबानके समयमे गाउँ–गाउँमे सामूहिक बैठे सेक्ना उँच ठाउँमे घर बनैना अथवा सरकारसे कुछ अनुदान प्रदान करके बाढ प्रभावित क्षेत्रके जनताहुकन उच्च घर निर्माणके लाग प्रोत्साहनके कार्यक्रम नन्ना तयारीमे रहल मन्त्री चौधरी बटैली ।