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९ हजार जहन स्वरोजगार बनैना तयारीमे प्रदेश सरकार

पहुरा | २२ भाद्र २०७७, सोमबार
९ हजार जहन स्वरोजगार बनैना तयारीमे प्रदेश सरकार

रोजगारीके लाग भारत जैना क्रम भर नैरुकल

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २२ भदौ ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकार कोरोना महामारीसे प्रभावित हुइल मध्ये ९ हजार जहन तत्काल स्वरोजगार बनाई सेक्ना टमान मेरिक कार्यक्रम आघे बह्रैले बा ।

प्रदेश सरकारके भूमि व्यवस्था कृषि तथा सहकारी मन्त्रालय चालु आर्थिक बरस २०७७/२०७८ मे कोरोना प्रभावित तथा विदेशसे आइल ओ बेरोजगार रहल युवाहुकन लक्षित करके स्वरोजगारके टमान कार्यक्रम आघे बह्राइल हो ।

भूमि व्यवस्था कृषि तथा सहकारी मन्त्री विनिता चौधरी कृषि क्षेत्रमे कुछ करे चाहल ओ कृषिमे सम्भावना डेखल मनैनहे राहत अनुदान डेना कार्यक्रम नानल बटैली । जेकर लाग प्रदेशके ९ जिल्लाके ८८ ठो स्थानीय तहसे इच्छापत्र पेश करेक लाग आह्वान कर्ली ।

मन्त्रालयसे कृषि तथा पशुपंक्षी विकास कार्यक्रममे सहभागी हुइक लाग कोरोना प्रभावित मनैनहे इच्छापत्र पेश करेक लाग सूचना फेन जारी करसेक्ले बा ।

कुवार ६ गतेभिट्टर जिल्लास्थित कृषि ज्ञान केन्द्र, भेटनरी अस्पताल तथा पशुसेवा विज्ञ केन्द्र, गाउँपालिका तथा नगरपालिकाके कृषि शाखामे इच्छापत्र पेश करेक लाग अपिल करगिल हो ।

कार्यक्रमसे छोट अवधीमे आयआर्जन हुइना ओ रोजगारी सिर्जना हुइुना आशा लेगिल बा ।

मन्त्री चौधरी कहली, ‘अब्बाके परिस्थितिमे विदेशसे फर्कल, स्वादेशमे फेन रोजगारी गवाइल तथा बेरोजगार हुइल मनैनहे छोट अवधीमे स्वरोजगार बनाई सेकजाई कलेसे उ कृषि क्षेत्रसे किल सम्भव बा । हमार ठन टमान कार्यक्रम बा । कोरोना प्रभावितहुकन कौनो न कौनो कार्यक्रममार्फत अनुदान प्रदान करके ९ हजार जहनहे स्वरोजगार तथा रोजगारी डेना कार्यक्रम नन्ले बाटी ।’

स्वरोजगारके कार्यक्रम संगे वीमाके कार्यक्रम आघे बह्रैना मन्त्रालयके तयारी बा । टमान समयमे कृषि व्यवसायमे हुइना क्षति न्यूनीकरण करेक लाग ओ लगानी सुरक्षित करेक लाग कृषि व्यवसायहे वीमासे जोर्ना कार्यक्रम नानल मन्त्री चौधरी बटैली ।

मन्त्रालयसे हाले जारी करल सूचना अनुसार टीना खेती, बेम्टी (च्याउ) खेती, मढ (मौरी) पालन, छेग्री भेंरी पालन, बंगुरपालन, फलफूल खेती, गैया भैंस पालन, मच्छी पालन, स्थानीय मुर्गी÷बक्टी अन्य मासु जन्य पंक्षी पालन, नर्सरी तथा पुष्प व्यवसाय ओ अन्य करके १० मेरके कृषि क्षेत्रमे काम कर्ना इन्छुक मनैनहे कार्यक्रम डेना जनागिल बा ।

यी कार्यक्रमके लाग किल १५ करोड बजेट बिनियोजन करल मन्त्रालय जनैले बा । ओस्टके, पशुपंक्षी तथा कृषि एकिकृत कार्यक्रमके लाग किल १६ करोड बजेट विनियोजन करल मन्त्रालय जनैले बा ।

रोजगारीके लाग फेरसे भारतओहोर

कोरोनाके महामारी फैललपाछे गैल चैत्र महिना याहोर झण्डे डेढ लाख नेपाली गौरीफन्टा नाका होके सुदूरपश्चिम प्रदेश आइल रहिट ।

मने भारतमे दैनिक हजारौं जाने कोरोनाके संक्रमित बह्रटी रहल बेला भारतसे फर्कल नेपालीहुुक्रे फेरसे दिनके दिन जाइ लागल बाटै । लम्मा लकडाउन तथा स्वादेशमे रोजगारीके कौनो आधार नैहुइलपाछे उहाँहुक्रे धमाधम भारत फर्के लागल हुइट ।

भारतसे स्वदेश फर्कन नेपालीहुकनके तुलनामे ओहोरे जैनाहुकनके संख्या झन्डे ३ गुणा ढिउर रहल पागिल बा । कञ्चनपुरके डोके बजार प्रहरी चौकीके तथ्यांक अनुसार भदौ १३ गतेपाछे १ अठ्वारमे भारतसे ६ सय २८ जाने नेपाल फर्कल बाटै । भारत जवाइनके संख्या भर उ अवधिमे १ हजार ५५२ जाने रहल बा ।

डोके बजार चौकीके प्रहरी नायब निरीक्षक भूपाल थापा कहलै, ‘अब्बा नेपाल अइनासे फेन भारत जैना मनैनके संख्या ढिउर बा । नेपालमे रोजगारी नैमिलल कहठै । कोरोनाके डर फेन नैलागठ कहठै ।’

कैलालीके त्रिनगर नाका होके दैनिक २ सय ५० जाने भारत जाई लागल बाटै । भारतीय पक्ष उहाँहुकनहे आधारकार्ड रहलेसे जाइ डेले बा । आधारकार्ड नैरहलहुकन ओइनके अप्ने ‘मालिक’ नाकामे लेहे आई लागलपाछे भारत जैना सहजुल हुइल बा ।

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