विपी जयन्तीके अवसरमे स्वंसेविकाहुकन मास्क वितरण
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २४ भदौ । महामानव विश्वेश्वरप्रसाद कोइरालाके १०७ औं जन्म जयन्तीके अवसरमे नेपाली कांग्रेस कैलालीसे महिला स्वास्थ्य स्वयं सेविकाहुकनहे एन नाईनटिन मास्क वितरण करले बा ।
कोरोना महामारीके जोखिमके कारण औपचारीक कार्यक्रम करे नइसेक्ना हुइल ओरसे नेपाली कांग्रेस कैलालीसे धनगढी उप–महानगरपालिकामे रहल २ सय १४ जाने महिला स्वास्थ्य स्वसं सेविकाहुकनहे मास्क वितरण करल पार्टी समापति नरनारायण शाह ‘मनु’ बटैलै । उहाँ कहलै , यी जोखिमके विच काम करटी रहल महिला स्वास्थ्य स्वंसेविकाहुकनहे कम हुइलेसेफे राहत पुगी ।
‘कोरोनाके सक्कु ओर जोखिम रहल बा पार्टी सभापति शाह कहलै, ‘अप्ठेरोमे परल हुकनहे स्वास्थ्यके मापदण्ड पुरा करटी सहयोग कैना सक्कु नेता तथा कार्यकर्ताहुकनहे अनुरोध करटी ।’
यिहे विच पार्टी सभापति शाह विपी बाबु प्रजातन्त्र प्राप्तीके लाग खेलल भूमिका स्मरण करैले रहिट । ‘विपीसे १९९७ सालके राणाविरोधी आन्दोलन ओ प्रजातन्त्र स्थापनामे महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह कैना सक्षम रहलेसे पार्टी सभापति शाह कहलै, ‘विसं २०१५ सालमे गरिव जनताहे सार्वभौम बनैना अभियान सहित नेपालके प्रथम जननिर्वाचित प्रधानमन्त्री बने पुग्लै ।’ ‘विपीके विचारहे सशंकित हुके राजा महेन्द्रसे विसं २०१७ सालमे विपीहे पदच्युत कराके नेपालमे पञ्चायत बहाली हुइल रहिट उहाँ कहलै, विपी कोइराला न राजासंग डरैलै न पञ्चायत मने निरन्तर जनताके पक्षमे वकालत करटी रहलै ।’
‘विपी बाबु एक ठो राज नेता केल नइहुके महान विचारक फे रहिट सभापति शाह कहलै,‘ विपी मनैनके मस्तिष्कसे स्वतन्त्र वातावरणमे केल काम करे सेक्ना ओ मस्तिष्कके खोजके परिणाम यदाकदा जादुमय आविष्कारके रुपमे संसारसे प्रतिफल लेहे पैना बाट मजासे बुझल रहिट । टबमारे उहाँ कहिट ‘मनै ब्रेडसे नाही ब्रेनसे सञ्चालित रहठै ।’
‘प्रजातान्त्रिक समाजवाद’ हे व्याख्या कैना क्रममे विपी कोइरालासे कहना करल बाटहे स्मरण करैटी सभापति शाह कहलै, ‘साम्यवादमे प्रजातन्त्र ठपडेलेसे समाजवाद हुइठ ओ समाजवादमे प्रजातन्त्र निकारडेले साम्यवाद हुइठ ।’
धनगढी उप–महानगरपालिका नगरसमितिके सभापति तथा नगरप्रमुख नृपबहादुर वड विपी स्मृती दिवसके अवसरमे धनगढी उप–महानगरपालिकाके महिला स्वास्थ्य स्वयं सेविकाहुकनहे मास्क वितरण करल कहटी नेपाली कांग्रेस जिल्ला कार्यसमिति कैलालीहे धन्यवाद डेलै ।
विपी कोइरालाके जन्म १९७१ साल भदौ २४ गते (शैल्यकृयासे) वनारसमे हुइल रहे ।