थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत २७ भादौ २६४८, बिफे ]
[ वि.सं २७ भाद्र २०८१, बिहीबार ]
[ 12 Sep 2024, Thursday ]

मनिषके कमालके चित्रकारिता

पहुरा | २९ भाद्र २०७७, सोमबार
मनिषके कमालके चित्रकारिता

सागर कुश्मी
धनगढी, २९ भदौ ।
कौनोफे लावा चिजहे डेख्टी किल पन्नामे रचैना जाँगर लागिन् । कहुँ एकचो डेखल चिजहे ओ केकरो फोटु दिमागमे सेट कैके हली पन्नामे उटारलिंट मनिष चौधरी ।

कैलालीके कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ५ छुट्की पलियाके २४ बरसके मनिष चोधरी अब्बे मनैंनके ओ कौनो फेन बस्तुके चित्र जसका टस उटारे सेक्ठैं । चित्रकला उहाँके रुची विषय हो । जौन रुची खो सौखके विषय आब उहाँके पेशा तथा व्यवसाय बने लागल बा ।

उहाँ मुस्कि मरटी कहलै, ‘चित्रकला मोर दिल दिमागमे समागिल बा । आब टे लागठ, चित्रकला मोर प्राण हो ।’

अब्बे धनगढीके जय मालिका कलेजमे बिबिएस अन्तिम वर्षके परीक्षा डेके बैठल मनिषके बनाइल चित्र जे फे अच्चम परठैं । ओहकान चित्र बनैनामे कला क्षमता बहुट मजा बटिन् । उहाँ आपन चित्रकला मार्फत चित्रमे प्राण भरडेठै । चित्रहे जिवन्त बना डेना हुइलओरसे उहाँ छोट समयमे चित्रकलामार्फत आपन अलग्गे परिचय समेत बनासेक्ले बाटै ।

छोट्टेसे चित्रकलामे रुचि रहल चौधरी अब्बेसम सयौं चित्र बनासेक्ले बटैं । तालिम बिना लेले अपन क्षमातासे चित्र बनैटी आइल चौधरी टमान प्रतियोगितामे भाग लेसेक्ले बटैं । उहाँ कहठैं, ‘अब्बेसम भाग लेहल सक्कु प्रतियोगितामे पहिला किल हुइल बटुँ ।’

गाउँमे कक्षा ५ मे परहेबेर उह्किन बिना बटैले मस्टरवा श्रोत केन्द्र स्तरीय चित्रकला प्रतियोगितामे सहभागिताके लाग नाउँ लिखा डेलिन । वहाँ सहभागी होके बनाइल दुईथो चित्र, दुनु चित्र पहिल स्थान हाँठ परलिन । ओट्ठेंसे मनमे विचार जगलिन कि आब मै फेन मजा चित्र बनाइ सेकम कना आँट फे अइलिन ।

कैलालीके अत्तरियामे रहल एभरेष्ट मल्टिपल कलेजमे चित्रकारिता विषय परहैटी रहल चौधरी अपनठन स्रोत साधन रलेसे जसिन फेन चित्र बनाइ सेक्ना बटैठैं ।

‘सामान्य हुइलेसे फे तालिम ओ चित्र बनैना सामाग्री हुइ कलेसे मै जसिन मेरिक चित्र बनाके डेखाइ सेकम,’ उहाँ कहठैं, ‘अवसर ओ स्रोत साधनके अभावसे अपनमे रहल क्षमाता फे डेखाइ नैसेकगैल हो ।’

अझकल उहाँ अर्डर लेके कमिसनमे चित्र बनैना काम करटी बटैं । ओहकान बनाइल चित्र टमान किताबके आवरण ओ पत्रपत्रिकामे छप्टी आइल बटिन् ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू