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सीमा नाकामे मालिक लेहे आइलपाछे भारतओहोर नेपाली

पहुरा | १ आश्विन २०७७, बिहीबार
सीमा नाकामे मालिक लेहे आइलपाछे भारतओहोर नेपाली

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १ कुँवार ।
कैलालीके गोदावरी नगरपालिका–५ के किरण चन्द गौरीफन्टा नाका होके भारतके गुजरात गैलै ।

पेशासे मेकानिकल इन्जीनीयर रहल उहाँ परिवारसहित गुजरात बैठ्टी आइल बाटै । ओहै रोजगारी पैले बाटै । कोरोनाके महामारी फैललपाछे जेठ महिनामे नेपाल आइल उहाँ हाल कोरोना कहरके बीच भारत गैल हुइट ।

उहाँ कहठै, ‘याहोर रोजगारी नैहो । ओहरे काम कर्र्ठु । कम्पनी ढिउर दिनसे बलाइटा । गाडीके व्यवस्था कम्पनीसे करलपाछे फर्कटु ।’

कञ्चनपुरके पुनर्वास नगरपालिका १ ढक्काके सुरेश साउँद फेन गौरीफन्टा नाका होके भारत गैलै । ‘घरमे कुल देवताक् पूजा रहे । श्राद्ध करगिल । पितृहुकनसे आर्शिवाद मागगिल । आब परिवार पालेक् लाग भारत जाइटु,’ साउँद आघे कहलै, ‘हमार देशमे काम मिलठ टे भारत जैना कहाँ रहर रहे ? काम नैमिलठ, कामके लाग भारत जैनाके विकल्प नैहो ।’

उहाँसहित ५ जहनहे लेहे दिल्लीके व्यवसायीहुक्रे गाडी पठाइल रहिट । पाँचु जाने दिल्लीमे सुरक्षा गार्डमे काम कर्ठै । ‘ओहोर (भारत) लग्ना गाडीक् भाडा पठाडेले बाटै । आब कोरोनासे बच्टी काम करजाई,’ उहाँ कहलै, ‘काम करेक परल, कबसम घरभिट्रे सुट्ना हो ?’

किरण ओ सुरेश किल नाई, आजकाल गौरीफन्टा नाका होके अइना किल नाई फर्कन मनैन फेन बहुट बाटै । सीमा नाकामे आजकाल नम्मी लग्टी आइल बा । खासकैके भारतमे लम्मा समयसे रोजगारीमे रहल, मौसमी कामदारके रुपमे भारतमे काम करे पुगल मनै कोरोनाके महामारी भारतमे फैललपाछे लकडाउनके बीच नेपाल फर्कल रहिट । मने लम्मा लकडाउनपाछे बेरोजगार हुइल उहाँहुक्रे आजकाल फेरसे रोजगारीके लाग भारत जाई लागल हुइट ।

लम्मा समयसे भारतमे रोजगारीमे रहल नेपालीहुकनहे पहिले कार्यरत ठाउँके मालिकहुक्रे बलाई लागलपाछे ओ सीमा नाकामे गाडीके व्यवस्थासहित लेहे आई लागलपाछे उहाँहुक्रे फर्के लागल हुइट ।

कैलालीके जानकी गाउँपालिका–५ पथरैयाके भरतसिंह विक नयाँदिल्लीमे एक रेस्टुरेन्टमे काम करै । भारतमे लकडाउन हुइलपाछे रेस्टुरेन्ट सञ्चालक उहाँहे घर पठाडेहल । मालिकसे कामके लागि बलाइलओरसे ओहरी जाई लागल उहाँ बटैलै ।

‘मुगल रेस्टुरेन्टमे गार्ड रहिट । उ बेला लकडाउन हुइा करलपाछे ४÷५ दिनआघे आगिनुं,’ उहाँ कहलै, ‘घरमे नोन तेल टे चाहल । नेपालमे सक्कुओहर बन्द बा । भारतमे सक्कु होटल, कलकारखाना, व्यापार व्यवसाय खुलसेकल ।’

लम्मा लकडाउनपाछे २ छाक जोरेक लाग फेन मुस्किल हुइलपाछे उहाँहुक्रे छोटछोट दुधे बच्चा कोनामे लेके भारतओहोर जैना बाध्य हुइल बटैले बाटै ।

सुदूरपश्चिम प्रदेशके साढे २५ लाख जनसंख्याके ३० प्रतिशत जनसंख्या कामके लाग भारत आउजाउ करटी आइल गैरसरकारी संस्थाहुकनके दाबी बा ।

भारतसे सुदूरपश्चिमके टमान जिल्ला ओ कर्णाली प्रदेशके मनै आजकाल कञ्चनपुरके गौरीफन्टा नाका ओ गड्डा चौकी नाका होके फेरसे भारतओहोर जैटी बाटै ।

जिल्ला प्रशासन कार्यालय कञ्चनपुरके पछिल्का १० दिनके तथ्यांक अनुसार उ २ नाकाहोके अइना ओ जैना मनैनके संख्या करिब–करिब बराबरे रहल बा । भदौ २० गतेसे २९ गतेसमके तथ्यांक अनुसार ६ हजार ४९९ जाने आइल बाटै । कलेसे ६ हजार १८५ जाने भारत गैल बाटै । गड्डा चौकीके तुलनामे गौरीफन्टा नाकामे आवागमन ढिउर रहल पागिल बा ।

प्रशासन कार्यालयके प्रशासकीय अधिकृत खागेन्द्र भारतीके अनुसार खासकैके लम्मा समयसे भारतमे बैठल ओ भारतके टमान पहिचानपत्र लेसेकल नेपालीहुक्रे भारत जैटी रहल हुइटै । सीमा नाकामे भारतीय सुरक्षाकर्मीहुक्रे आधार कार्ड, भोटर कार्ड, राशन कार्ड रहल नेपालीहुकन प्रवेश डेटी आइल प्रशासकीय अधिकृत भारती जानकारी डेलै ।

ओस्टके, आजकाल सेवानिबृत नेपालीहुक्रे फेन भारत जैटी रहल बाटै । भारतीय सेना ओ प्रहरीमे सेवा निबृत नेपालीहुक्रे पेन्सन बुझेक लाग भारत जैना ओ अइना करटी रहल प्रशासन कार्यालय जनैले बा । भारतीय सीमावर्ती जिल्लाके डिएमके समन्वयमे दैनिक १ सय जाने सेवा निबृत नेपालीहुक्रे पेन्सनके लाग भारत जैटी रहल बटागिल बा ।

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