थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ 26 Apr 2024, Friday ]

नागरिकता बिनाके जिन्गी

पहुरा | २ आश्विन २०७७, शुक्रबार
नागरिकता बिनाके जिन्गी

उन्नती चौधरी
धनगढी, २ कुँवार ।
‘छोट उमेरमे भोज करके बहुट पछ्टैठु । जीवन नर्क हस लागठ ।’

यि पीडा गौरीगंगा नगरपालिका वडा नं. ८ के २२ वर्षीया विमला कुमारी भाटके हो । उहाँ १५ बरसके उमेरमे उर्हरके भोग करल उहाँ उमेर बिना पुग्ले भोज करके आजकल बहुट दुःख पैटी रहल सुनैली ।
उहाँ कहली, ‘गोसियाक् संग संगे मुना ओ जीना बाचा करल ७ बरस होगिल । ४ बरसके छावा फेन बा । मने सिंदुरपोटे भर नाई हो ।’

भोज हुइल ३ बरससम टे सब कोइ मजा मानिट । बच्चा पैनु टबसे दुःखके दिन सुरु होगिल ।
उहाँक् घरमे सासुरुवा, बरजने (जेठाजु) बरडिडी (जेठानी) सहित आपन गोसिया ओ छावा बाटिन् । गोसिया कामके डौरानमे इन्डिया जैटी रहठिन । उहाँ गर्भवती हुइल समयसे हालसम ससुरवाइसे पिटाइ पैटी आइल बाटी ।

परिवारके मनै विबाह दर्ता नैकरडेले हुइटिन् । विवाह दर्तासंगे नागरिकता चाहल कहलेसे गोसिया फेन सुसुरुवा ओ सासुइयाक् बात सुनके हेलाहा करटी आइल उहाँके कहाइ बा । नगरिकता नैरहलओरसे उहाँ सरकारसे पैना सक्कु मेरके सुविधासे वञ्चित हुइल बटैठी ।

उहाँहे उहाँक् बरजने ओ ससुरुवा पटक पटक पिटे लागलपाछे उहाँ न्याय खोज्न बाध्य हुइल सुनैठी । साढे ३ बरस हिंसा, दुव्र्यव्यवहार, अपमान सहके बैठल उहाँ सहे नैसेकके गैल असारके ओरौनीओहोर ईलाका प्रहरी कार्यालय राजीपुर पुगल रही ।

उहाँ कहली ‘गोसिया इन्डिया रहलेसे फेन ससुरुवा जब फेन बाटेलगैठै, अपमानित शब्द प्रयोग करके टोर लाग डोसर ठरुवा खोजडेब कहठै । गोसिया फेन फोनमे उल्टे महिन ग¥याइठै ।’ कोरोना महामारी चलल याँहोर गोसिया बैशाखमे घर अइलै । व्यवहार फेन मजै रहे । मने ससुरुवा भर डेखे नैसेक्ठै । महिन ग¥याइटी पिटे लग्नै । आपन गोसिया आब डाइबाबान्से अलग होके बैठ्ना निर्णय लेहल बटैली ।

मोर गोसिया ग्यास, चाउर ओ कपडा सक्कु किनके नन्लै । कुछ दिन संगे बैठ्ली । हप्ता दिनपाछे गोसिया फेन पिटे लग्नै । उहाँ शुरुमे ओरेक कैलालीके एक कर्मचारीके घरमे जाके न्यायके बारेमे सल्लाह मग्ली । उहाँके सहयोगमे ईलाका प्रहरी कार्यालय पुगके महिला हिंसा हुइल कहिके उजुरी डेली ।

उजुरी पश्चात असार २४ गते बन्दाबन्दी खुल्टी किल नागरिकता ओ विबाह दर्ता बना डेना सहमति हुइल । मने गोसियासे निर्णयके कार्यन्वयन नैहुइल बटैठी । अब्बा टे वास्ता फेन करे छोरल उहाँके गुनासो बा । उहाँ अब्बा अक्केल्ही बाटी । गोसिया भर छावाहे लेके आपन डाइ बाबाक् संग बैठे लागल उहाँ बटैठी ।

धर्मपुत्र संस्कारसे जीवन बर्बाद

छोट्टेमे डाइ बाबा ओराइलपाछे बेसाहारा बनल गौरीगंगा नगरपालिका १० के ४२ वर्षीय सीताराम चौधरी हालसम नागरिकता पाई नैसेकल हुुइटै । उहाँक् गोसिनिया निलम चौधरी विवाह दर्ता ओ नागरिकता नैरहलओरसे जीवनमे बहुट बाधा आइल बटैठी । उहाँहुकनके दुई छोरी ओ १ छावाक् जन्मदर्ता समेत बने नैसेकल हो । दुनु छाइन्के भोज फेन होसेक्लिन् । छावा भर हाल १९ बरस हुइल बाटिन् ।

सीताराम चाैधरी

उहाँक् जनम डेहल बाबा खुशीराम डगौरा २०३७ जेठ २५ गते ओ डाइ बिसरी देबी थरुनी २०३९ भदौं ३१ ओरागिलिन् । डाइ बाबा ओराइलपाछे कैलारी गाउँपालिका वडा नं. ३ उत्तर भर्रीके स्व. राजाराम चौधरीके घरम् उहाँ कमैया बैठ्लै ।

सीताराम १४ बरसके हुइलै उहाँक् मालिक्वा राजाराम आपन साँघरिया सोचन चौधरीहे धर्मपुत्र बनाइक लाग आग्रह कर्लै । ओ सोचनके धर्मपुत्र फेन बन्लै । जौनबेला ओहे ठाउँक् पार्वती चौधरी लगायत तीन जाने साक्षी बैठल सीताराम सुनैठै ।

साविक उदासीपुर गाविसमे कागज करके धर्मपुत्र बैठल उहाँ सशस्त्र द्वन्द्वके क्रममे उ गाविसमे आजजनि करलपाछे सक्कु प्रमाण नष्ट हुइल सीतारामके कहाइ बा । उहाँ नागरिकताके लाग बाबा मन्टी आइल सोचनहे ढिउर चो चिरोरी कर्लै । मने सोचन अंश डेना डरसे नागरिकता नैबनाडेलै ।

सोचनके पहिलहिसे दुई छाई ओ एक अपांगता रहल छावा रहिन । अब्बा सक्कु सम्पत्ति आपन छाइन्के नाउमे नामसारी करसेक्ले बाटै । सोचन नागरिकता नैबना डेहलपाछे उहाँ आपन जन्म डेहन बाबा डाइक् मृत्यू दर्ता प्रमाण पत्र पेश करके नागरिकताके लाग २०७५ अगहन १६ गते सिफारिस फेन लेहल बटैठै । मने जिल्ला प्रसाशन कार्यालय कैलाली उहाँ फिर्ता पठाडेहल ।

सीताराम कहठै ‘महिन अंश नैचाहल हो । नागरिकता हुइलेसे पुगजाई । ५० बरस बिटसेकल । नागरिक विहिन बाटु, मोर जस्टे अवस्था मोर लर्कान्के नाई हुइन् कहिके ढिउर संघ संस्थाहुकनसे पहलके लाग हातजोर बिन्ती फेन करसेक्नु ।’

गाउँक् मनै सीतारामके लाग बनुवाके किनारमे दुई कठ्ठा जमिनमे घर बनाडेले बाटिन् । नागरिकता नैरहलओरसे उहाँ सरकारी सेवासुविधासे बञ्चित बाटै ।

त्रुटिपूर्ण सरकारी सिफारिससे परिवारै विचल्लीमे

गौरीगंगा नगरपालिका वडा नं. १० के ४५ वर्षीय नरे भूलके बसाईसराईमे नन्नु भूल रहल कारण दुई छावा ओ एक पटोहिया नागरिकताविहिन बाटिन् । २०६१ सावन १५ गते डोटीसे बसाईसराई करेबर नरेके ठाउँ नन्नु उल्लेख करलपाछे उहाँके छावा चर्क भूल ओ लालबहादुर भूल हालसम नागरिकताविहिन बनल बाटै ।

नरे भूलके परिवार

बरका छावा चर्क भूल ४ बरस आघे जानकी सार्कीसे भोज कर्लै । उहाँहुकनके ३ बरसके बच्चा बा । जानकी कहली ‘न बिबाह दर्ता हो, न नागरिकता । बच्चान् जन्म दर्ता फेन नाइ हो । जौन कारण राज्यसे पाइक पर्र्ना सेवा सुविधासे बञ्चित होगिल बाटी ।’

उहाँ आघे कहली, ‘गौरीगंगा नगरपालिका दलित बालबालिकाहुकन मासिक ४०० रुपैया पोषण भत्ता डेहठ । उ सुविधासे फेन बञ्चित होगिल बाटी ।’ अति विपन्न‚ लोपोन्मुख ओ नेपाल सरकारसे तोकल पाँच वर्ष उमेर पूरा नैकरल बालबालिकाहुक्रे सामाजिक सुरक्षा भत्ताके रूपमे नेपाल सरकारसे तोकल बालपोषण भत्ता डेटी आइल बा ।

गौरीगंगा नगरपालिका वडा नं. १० मा (आव २०७६/०७७) एक वर्षके अवधिमे ८७ जाने नागरिकता, २३३ जाने विवाह दर्ता, १५९ जन्म दर्ताके सिफारिस बनल बा । गाउँघरमे नागरिकताके महत्व नैबुभलओरसे ढिउर मनै नागरिकता विहिन बनल अधिकारकर्मी सावित्रा घिमिरे बटैठी ।

उहाँ सूचना अभाव, सम्पत्तिमे महिलाके हक नैरहल लगायतके कारणसे अब्बा फेन ढिउर महिला नागरिकतासे बञ्चित हुइल बटैली ।

कैलालीके सहायक प्रमुख जिल्ला अधिकारी हिरालाल चौधरी सरकारसे निश्चित मापदण्द तोकल कारण प्रमाण पेश करे नैसेकल नेपाली मनै फेन नागरिकता पैनासे बञ्चित हुइल बटैलै । ‘अनाथ बेसहाराहुकनके हकमे दर्ता हुइल अनाथलय, बालमन्दिरसे संरक्षण करल हकमे फेन नागरिकता बनाइ सेकजिना बा । मने आउर जहनके हकमे कर्रा बा ।’

नेपालमे ढिउर मनै व्यवहारिक रुपमे नागरिकतासे बञ्चित हुइल बिल्गैठै मने कानून प्रमाण खोज्न हुइलओरसे सम्बन्धित निकायके पदाधिकारीहुक्रे जोखिम लेहे नैचाहलओरसे समस्या बिल्गाइल सहायक प्रमुख जिल्ला अधिकारी चौधरी बटैठै ।

नेपालके संविधान नेपालमे जन्मल हरेक नेपाली नागरिकता पैना संवैधानिक व्यवस्था बा । संविधानके धारा १० मे कौनो फेन नेपाली नागरिकहे नागरिकतासे वञ्चित नैकर्ना संवैधानिक ग्यारेन्टी कर्ले बा ।

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