कोरोनासे सचेत हुके डस्या मनाई
नेपालमे कोरोना भाइरसके संक्रमण समुदायस्तरमे फैलल बेला हिन्दु धर्मावलम्बीहुकनके महान् पर्व डस्या सुरु हुइल बा । कोरोना संक्रमण आउर ढेर फैले सेक्नाओरसे अब्बेक डस्या जो जहाँ बा, उहे मनाई पर्ना अवस्था आइल बा ।
नेपालके दैनिक ३ हजारसे पाँच हजारसम लौवा संक्रमित ठप्टी रहल अवस्था बा, संक्रमणदर काठमाण्डौ उपत्यकामे सबसे ढेर बा, उहाँ बैठुइया हजारौ मनै दैनिक डस्या मनाई जन्मघर लौटटी बाटै, कलेसे विदेशमे रहल नेपालीफे घर अइटी रहल बाटै, कोरोना संक्रमितके संख्या बह्रटी जाईबेर अस्पतालमे भेन्टिलेटर, आइसियु ओ अक्सिजनके अभाव सिर्जना हुइटी बा । डस्यामे मान्यजन तथा आफन्तजनसे टीका लगाके आर्शिवाद लेना चलन बा, विगतके जस्टे डस्या मनैना शैलीहे निरन्तरता डेना हो कलेसे कोरोना संक्रमणके अवस्था आउर भयावह हुई सेक्ना विल्गाइठ ।
डस्यामे मनोरञ्जनात्मक एवं एक आपसमे भेटघाटसेफे सुरक्षात्मक तवरसे मनाई पर्ना बेला बा । डस्यामे साइतअनुसार टीका लगैना चलन बा, कोरोना महामारीके बेलामे साइतहे आधार मानके टीका लगाईबेर भिडभाड हुके संक्रमण सरे सेक्ना ओरसे टीका लगाईबेर मास्क, पञ्जा अनिवार्य रुपमे लगाई परल । कोरोना भाइरस जोखिम खासमे छोट–छोट लर्का, वृद्ध अभिभावक तथा दीर्घरोगीहुक्रे रहल बाटै । कोरोना महामारीमे घरेम रहल वृद्धवृद्धा, दीर्घरोगी लगायत सक्कु जाने संक्रमणसे सुरक्षित हुइल खण्डमे केल चाडपर्वकेफे सार्थकता हुइना ओरसे सचेत हुके डस्या मनाई, अपने सुरक्षित रहटी घरेम हालसम सुरक्षित रहल वृद्ध अभिभावक तथा दीर्घरोगीहे अप्ठयारोमे नापारी । कोरोना महामारीहे मध्यनजर करटी डस्यामे आफन्तजन भेटघाट हुइल बेलामे नच्ना, गैना, भीडभाड करके खानपिन बनैना जैसिन गतिविधिहे सेकटसम नियन्त्रण करी ।