साझा मुद्दामे सहकार्य आवश्यक
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ०१ कार्तिक । आदिवासी जनजातीहुक्रे साझा मुद्दाके लाग एकहोके जैनाके विकल्प नइरहल बटैले बाटै ।
नेपाल आदिबासी जनजाती महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेश समन्वय परिषदसे शुकके रोज धनगढीमे आयोजित डशियाके शुभकामना लेनडेना कार्यक्रमके सहभागीहुक्रे साझा मुद्दामे आघे बह्रेक लाग एकरुपता ओ सहकार्य आवश्यक रहल बटाइल रहिट ।
कार्यक्रमके वडका पहुना रहल प्रदेशसभा सदस्य विरमान चौधरी निर्णायक तहमे पुगेक लाग मिल्के एक दुसरहे सहयोग करके जैनाके विकल्प नइरहल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘प्रदेशसभामे विचार मिलुइयाके संख्या कम बा, कहल जैसिन निति नियम बनैना अप्ध्यारो बा ।’ प्रदेशसभा सदस्य चौधरी राजनीतिक, सामाजिक ओ सांस्कृतिक मुद्दा उठानके लाग नेफीनहे जोडदार रुपमे लागे पर्ना सुझाव डेहल रहिट ।
कार्यक्रमके खास पहुना तथा थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय सदस्य प्रभातकुमार चौधरी कैलाली जिल्ला क्षेत्र नम्बर १ से बहुमत पाके विजय हुइल रेशम चौधरी नइछुटन राजनितिक चलखेल रहल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘झापा काण्डमे मुछल मनैनके कुछ नइहुइना, माननीय रेशम चौधरी आदिबासी जनजाती हुइलक कारण जेलमे कोच्ना काम हुइल बा ।’ टीकापुर घटना राजनितिक मुद्दा रहल मने जातीयताके रुपमे लेके गलत व्याख्य हुइटी रहल उहाँ कहलै । एक्के देशमे दुई मेरिक कानून लगैना काम हुइटी रहल केन्द्रीय सदस्य चौधरी बटैलै ।
लौव संविधान जारी हुइलपाछे उत्प्रीडित, आदिबासी जनजाती, पिछडा वर्ग अधिकार सम्पन्न हुइही कहल रहे, मने निर्णायक ठाउँमे ओइनके उपस्थिति खै टे ? उहाँ सरकारसे प्रश्न करलै ।
नेफीनके सल्लाकार तथा अधिवक्ता नेत्र तमाङ २०६२/०६३ के आन्दोलनपाछे आदिबासी जनजाती, उत्पीडित, दलित, महिला, पिछडावर्गके उत्थानके लाग १५ प्रतिशत बजेट विनियोजन कैना कहल रहे, मने बहुमतके सरकार उ फे कटौटी करल बटैलै । वर्तमान सरकार आदिबासी जनजातीहुकनके अधिकार डेना सट्टा अधिकारसे अछिन्टी गैल उहाँ बटैलै ।
थारु कल्याणकारिणी सभा कैलालीके सभापति लाहुराम चौधरी पहिचान जोगाइक लाग भाषा, धर्म, संस्कृतिके जर्गेना आवश्यक रहल ओ राज्यसे सहयोग कैना जरुरी रहल बटैलै । सामाजिक अभियानके लाग आन्दोलन करे परलेसे जातिय संगठन एकबद्ध हुके लागे पर्नाके विकल्प नइरहल उहाँ बटैलै ।
नेपाल आदिबासी जनजाती महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेश समन्वय परिषदके अध्यक्ष दलबहादुर घर्तीमगर पहिचान ओ अधिकार प्राप्तीके कैलाली कञ्चनपुरमे नेफिनके समन्वय समितिसे स्थानीय तहगत रुपमे अन्तरक्रिया चलैना जानकारी डेहल रहिट ।
रानाथारु समुदायहे अलग्गे आदिबासी जनजातीमे सुचिकृत करल कहटी नेपाल रानाथारु समाजके केन्द्रीय महासचिव भक्तराज राना सरकारहे धन्यबाद डेहल रहिट । आब अधिकार ओ पहिचानके लाग एकरुपता ओ सहकार्य करके जैना जरुरी रहल उहाँ कहलै ।
नेफीन प्रदेश उपाध्यक्ष देवबहादुर भुजेल निर्णायक तहमे पुगल नेता पार्टीके स्वार्थमे लागल आदिबासी जनजातीके अधिकार स्थापित हुई नइसेकल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘आदिबासी जनजातीहुक्रे साझा मुद्दाके लाग सहकार्य करके गैलेसे केल पहिचान ओ अधिकारके लाग दवाव डेहे सेक्जाई ।’
थारु विद्यार्थी समाजके केन्द्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद करियाप्रधान आदिबासी जनजाती महासंघ जनचेतना मुलक कार्यक्रम संचालन कैना आवश्यक रहल बटैलै । कार्यक्रमके उद्देश्यबारे गंगा योन्जन, संचालन मीन गुरुङ ओ स्वागत मन्तव्य उपाध्यक्ष रामकुमारी चौधरी व्यक्त करल रहिट ।