थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १६ अगहन २६४८, अत्वार ]
[ वि.सं १६ मंसिर २०८१, आईतवार ]
[ 01 Dec 2024, Sunday ]

अधिकार सुनिश्चितता बिनाके संविधान अस्वीकार्यः थारु अगुवा

पहुरा | २ कार्तिक २०७७, आईतवार
अधिकार सुनिश्चितता बिनाके संविधान अस्वीकार्यः थारु अगुवा

थाकसके कारण गोरखापत्रके थारु भाषा पृष्ठ बन्द हुइल आरोप

पहुरा समाचारदाता
सुर्खेत, २ कार्तिक ।
संविधानमे अपनेहुकनके अधिकार सुनिश्चितीकरण नइकरल ओरसे अन्तरहृदयसे थारुहुक्रे संविधान स्वीकारे नइसेकल थारु बुद्धिजिवीहुक्रे बटैले बाटै ।

थारु कल्याण कारिणी सभा सुर्खेतसे थारुहुकनके आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवम् राजनीतिक अवस्था बारे थारु कर्मचारी, बुद्धिजीविहुकन बीचमे करल अन्तरक्रिया कार्यक्रममे उहाँहुक्रे ओसिन बटैले रहिट ।

थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय सदस्य तथा अनुगमन समितिके संयोजक मान बहादुर चौधरी थारुहुकनके पहिचानके लाग राज्यसंग बार–बार आन्दोलन करे परल जिकिर करटी राज्यसे पाई पर्ना सेवा सुविधासे वञ्चित हुई परल बटैलै । उहाँ संविधानमे हमार अधिकार सुनिश्चितीकरण नइकरल ओरसे अन्तरहृदयसे थारुहुक्रे संविधान स्वीकारे नइसेकल बटैलै ।

थारु बुद्धिजीवि एवम् लेखक मान बहादुर पन्ना भाषा संस्कृति हरेक मानव समुदायके पहिचान रहल ओरसे थारुहुकनके भाषा संस्कृतिप्रति राज्य गम्भीर नइहुइल ओर ढेर समस्या भोगे परल बटैलै । थारुहुकनके साझा संस्था थाकस सरकारी निकायसे प्रकाशित गोरखापत्रमे थारुपृष्ठ प्रकाशनहे गैरजिम्मेवारी पत्राचार करके रोक लगैना लाजमर्दो रहल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘सिङ्गो थारुहुकनके पाइल अधिकार अपनेमुराढी कुण्ठित कैगिल बा, थाकसके कारण स्थगन हुइना े थारुहुकनके आस्थाउप्पर खेलवाद कैगिल बा ।’ यकर लाग टेबल टक करके समाधान खोज्टी थाकस उ विषयमे जवाफदेही हुई पर्ना माग करलै ।

नागरिक समाज कैलालीके संयोजक दिलबहादुर थारु गोरखापत्र थारु भाषा पृष्ठके बारेमे सामाजिक सञ्जालमे आइल प्रतिक्रियासे पूर्वके थारु भाषा महत्व नइपाइल बटैलै । पश्चिमा थारु भाषा केल प्राथमिकता पाइल कना तर्क युक्तिसंगत नइरहल टिप्पणी करटी डा. कृष्णराज सर्वहारी एक ठो व्यक्तिहे आरोपित करटी–करटी नियमित प्रकाशन कार्यहे बन्द कैना मजा नइरहल बटैलै ।

थारु भाषा तथा साहित्यके अभियन्ता सोम डेमनडौरासे हम्रे आ–अपन ठाउँसे योगदान डेहे पर्ना बेलामे थारु विद्वान मित्रहुकन बीचके आपसी कलहसे हम्रे अपनही पाछे पर्ना ओरसे यी प्रति गम्भीर हुई पर्नामे जोड डेहल रहिट । अपन पहिचानके बारेमे साझा मुद्धा बनाके आघे बह्रना बेलामे थाकस जैसिन संस्थासे सही भूमिका खेले नइसेकल दुखेसो पोख्लै ।

थारु आयोगके शाखा अधिकृत जागुराम थारु १३ ठो संवैधानिक निकाय मध्ये थारु आयोग एक रहल बटैलै । थारु समुदायसंग प्रत्यक्ष जोरना पुलके रुपमे काम कैना केन्द्रसे जिल्लासम निकाय नइहुके केन्द्रसे केल काम करे परेबेर असहुल हुइटी रहल बटैलै । थारु भाषा साहित्य संस्कृति सम्पदाबारे अध्ययन अनुसन्धान कैना सशक्तिकरण कैना ओ नीतिगत रुपमे सरकारहे सुझाव डेना काम केल हुइल ओरसे सोचल जैसिन काम हुई नइसेकल बटैलै ।

थाकस सुर्खेतके सभापति बेचुलाल चौधरीके घर गोस्यामे हुइल अन्तरक्रिया कार्यक्रममे सुर्खेतके निजामति कर्मचारी, शिक्षक, बुद्धिजीविहुकनके सहभागिता रहल रहे ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू