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किसान धानके समर्थन मोल नैपैलै

पहुरा | १७ कार्तिक २०७७, सोमबार
किसान धानके समर्थन मोल नैपैलै

तोकल मोलसे ६ सय कममे बेच्ना बाध्य

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १७ कार्तिक ।
किसानहुक्रे सरकारसे तोकल धानके समर्थन मोलसेफे घाटा खाके धान विक्री कैना बाध्य हुइल बाटै ।

खाद्य व्यवस्था तथा व्यापार कम्पनी, प्रादेशिक कार्यालय धनगढी यी बरस मोटा धानके समर्थन मोल प्रतिक्वीन्टल २ हजार ७३५ रुप्या निर्धारण करलेसे फेन किसान भर १ हजार ९०० से २ हजार २ सय रुप्यासम गल्ला व्यापारीहे धान विक्री करटी आइल बाटै ।

‘बर्खाह बाली सेकलपाछे अब्बे हिउदेबाली सुरु हुसेल’, कैलारी गाउँपालिका–५ के किसान विरकुमार चौधरी कहलै, ‘लाही, गोँहु, आलुके जोटनी, विया खरिदके लाग पैसा चाहल ओरसे सस्ता मोलमेफे धान बेच्न बाध्य बाटी, किसानके आम्दानीके स्रोत कहलक उहे अन्नबाली हो, उ बेच्न बाहेक हमारठेन और उपायफे नइहो ।’

हिउँदे बालीके लाग पैसाके जोहो करे पर्ना ओरसे सस्ता हुइलेफे धान बेच्ना बाध्य बाटी, मलखाद मंहगा रहल ओ धान भर सस्तामे विक्री हुइलपाछे किसान जबफे मारमे रहल उहाँ बटैलै ।

खाद्य व्यवस्था तथा व्यापार कम्पनी धानके समर्थन मोल तोक्लेसेफे खरिदभर अगहनसे सुरू कैना जनैले बा, मने हिउँदे सिजनके लाग पैसा जुटाई ओरसे किसानहुक्रे धमाधम व्यापारीनसे गल्ला बेच्ना बाध्य बाटै ।

खाद्य व्यवस्था तथा व्यापार कम्पनी, धनगढीके प्रमुख अनिलकुमार श्रेष्ठ व्यापारीनसे नाइहोके किसानन्से धान खरीद कैना दाबी करलै । उहाँ कहलै, ‘कैलाली–कञ्चनपुरके गोदामके क्षमता कम हुइल कहटी किसानके माग अनुसार धान खरीद करे नइसेक्जाई, गोदाम भाडामे लेना केन्द्रमे समेत पत्राचार करल कैगिल बा ।’ ६० हजार क्वीन्टल धान खरीद कैना खाद्य व्यवस्था तथा व्यापार कम्पनी, प्रादेशिक कार्यालय धनगढी यी बरस ६० हजार क्वीन्टल धान खरीद कैना कम्पनीके प्रमुख श्रेष्ठ बटैलै ।

कम्पनीसे समयमे समर्थन मूल्य नाइ टोक्ना ओ उहे मूल्यमे फेन धान लेना आनाकानी कैना हुइल ओरसे किसानहुक्रे गल्ला व्यापारीहे ओइनके मूल्यमे बेच्न बाध्य हुइ परल गोदावरी नगरपालिका–५ गेटाके किसान विनोद जोशी बटैलै ।

अब्बेक तत्काल पैसक खाँचो बा, यिहे बेचके बरसभरिक खर्चके जोहो करे परठ, सरकार धान नइलेहलपाछे सस्तामे गल्ला व्यापारीहे विक्री करे परल औरे किसान लाहुराम चौधरीके कहाई बा ।
धान विक्रीसे तुरुन्ते गहुँ खेतीके लाग तयारी करे पर्ना हुइल ओरसे अपने प्रतिक्वीन्टल १ हजार ९ सयका दरसे १६ क्वीन्टल धान विक्री करसेकल धनगढी उपमहानगरपालिका–१३ राजपुरके किसान शुक्ला चौधरी बटैलै ।

‘खाद्यसे कब समर्थन मूल्य टोकी, कब खरीद करी कना कौनो टुंगो नाइहो,’ उहाँ कहलै, ‘मै हरेक बरस गल्ला व्यापारीहे नै धान विक्री करटी आइल बाटु ।’ समयमे मूल्य नाइ टोक्ना तथा खरीद नाइ कैना खाद्य कम्पनीके पुराने कार्यशैलीसे किसान मारमे परल बाटै । यहाँके किसान कम्पनीसे टोकल मूल्यसे ६०० से १ हजार कम मूल्यमे गल्ला व्यापारीहे धान विक्री कैना बाध्य बाटै ।

अब्बे टमान स्थानमे गल्ला व्यापारीसे खरीद केन्द्र राखके किसानन्से सस्ता मूल्यमे धान खरीद करटी रहले बाटै । सरकारसे धानके समर्थन मूल्य टोकके किसानसे धान खरीद करे पर्ना माग उठ्टी आइल रलेसे फेन बेवास्ता हुइबर किसानहुक्रे मारमे परल हुइट ।

खाद्य व्यवस्था तथा व्यापार कम्पनीसे निर्धारित सरकारी दररेटपाछे किसानन् नाइ होके गल्ला व्यापारीनसे धान खरीद कैना करल ओरसे यी क्षेत्रके कतिपय अगुवा कृषकके गुनासो रहल बा । अब्बे किसानसे धान विक्री कैना समय नाइ हुइल कहटी किसाननके धान ढिला खरीद कैना कम्पनी डेवारी पाछे व्यापारीनसे धान खरीद कैना मनस्थिति बनाइल आरोप समेत उहाँहुक्रनके बा ।

कम्पनीसे कैलालीके किसानन्से ५५ हजार ओ कञ्चनपुरके किसानन्से ५ हजार क्वीन्टल धान खरीद कैना जनैले बा ।

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