थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत २७ भादौ २६४८, बिफे ]
[ वि.सं २७ भाद्र २०८१, बिहीबार ]
[ 12 Sep 2024, Thursday ]

सुर्खेतमे थारुनके थर सूचीकरण प्रारम्भ

पहुरा | २३ कार्तिक २०७७, आईतवार
सुर्खेतमे थारुनके थर सूचीकरण प्रारम्भ

मानबहादुर पन्ना
सुर्खेत, २३ कार्तिक ।
कर्णाली प्रदेश सुर्खेत उपत्यकामे केल बसोबास कैना आदिबासी थारु समुदायके थर सूचीकरण प्रारम्भ हुइल बा ।

थारु आयोगके सहकार्य ओ मानवशास्त्र केन्द्रीय विभाग त्रिवि कीर्तिपुरके आयोजना तथा सुर्खेत थारु कल्याणकारिणी सभाके समन्वयमे वीरेन्द्रनगर नगरपालिका–१०, नयाँगाँउ होमस्टेमे सुर्खेतमे बसोबास कैना थारु समुदायके टमान थर उपथर गोत्र पहिचानके लाग गोष्ठीके आयोजना करल अनुसन्धाता छविलाल कोपिला बटैलै ।

थर सूचीकरण एवं कार्यक्रमके फोकल पर्सन कोपिला थारुहुकनके थर गोत्रसम्वन्धी खोज अनुसन्धान नइहुइल ओरसे थारु बस्ती रहल २४ जिल्लामे थारुहुकनके थर पहिचान करे लागल उहाँ बटैलै । यिहीसे आघे डा. गोपाल दहित पश्चिह्वा थारुहुकनके थर ७६ ठो, ओ खिलनाथ लेखी पूर्वके थारु जातिके थर उपथर २४२ ठो, सुर्खेतमे मानबहादुर पन्नासे सुर्खेती थारुहुकनके थर ५० ठो सूचीकरण करल पाइल बटैलै ।

थारु कल्याण कारिणी सभाके केन्द्रीय सदस्य कृष्णबहादुर थारु यिहीसे आघे व्यक्तिगत रुपमे थरसम्वन्धी पहिचान कैना कार्य सुर्खेतमे मानबहादुर चौधरी ‘पन्ना’से करल जिकिर करटी थारुहुक्रे अपन थरसमेत पत्ता नइहुइनासे भोजविहा, कर्मकाण्डमे समेत समस्या हुइना बटैलै । यैसिन गहन विषयमे एकदिने गोष्ठीसे सफल हुई नइसेक्ना हुइल ओरसे हरेक गाउँमे थारु युवामार्फत वास्तविकता आघे नाने पर्ना बटैलै ।

थारु बुद्धिजीवी एवं लेखक मानबहादुर चौधरी ‘पन्ना’ थारुहुकनके थर पहिचान हुई नइसेकल ओरसे और जातिके व्यक्तिहुक्रेफे थारुके थर गोत्र नइरहठ कना बाट कैना, अपने जातमे भोजविहा कैना जात आदि बाटसे प्राडित हुके अपने एक दशक आघे सुर्खेतके थारुहुकनके थरसम्वन्धी खोज अनुसन्धान करके ५० ठो थर पहिचान करल बटैलै । टमान थर उपथर रहल उल्लेख करटी अपन थर गोत्रसंग विहाबारी नइचल्न बाट स्पष्ट परलै । वि.सं.२०७० मे सुर्खेत पहिचान राष्ट्रिय दैनिक पत्रिका ओ थारु पत्रकार संघ केन्द्रीय समितिसे प्रकाशिट पत्रिका फुलरियामे अपने थर उपथरसम्वन्धी खोजमूलक लेख लिखल बटैलै । थारु समुदायमे अपन थरसम्वन्धी मिथक कहे सेक्ना थारुहुक्रे अंगरीमे गने सेक्ना सीमित थारुहुक्रे केल रहल बटैलै ।

थाकस सुर्खेतके सभापति बेचुलाल चौधरी सुर्खेतमे प्रायः अपन थर का हो ? कनाबारे समेत पत्ता नइरहल बटैलै । युवापुस्ताहे झन अपन थर जानकारी नइहुके चालचलन रीतिरिवाजमे समेत समस्या उत्पन्न हुइना चिन्ता व्यक्त करलै । यकर लाग बुढापाकाहुक्रे अपन सन्ततिहुकनहे जानकारी कराई पर्ना आवश्यकता औल्यइलै ।

जङ्रार साहित्यिक बखेरीके केन्द्रीय अध्यक्ष सोम डेमनडौरा थारुहुकनके कुल देउतासे समेत थारु जातिके थर पत्ता लगाई सेक्ना हुइल ओरसे बुढापाके व्यक्ति एवम् गुरुवाहुकनके सहयोग महत्वपूर्ण हुइना बटैलै । गोष्ठीमे सहभागीहुक्रे थारु आयोगसे थारुहुकनके थर पहिचान कार्य सुरु करलमे धन्यवाद डेटी अइना दिनमे थारुहुकनके भाषा, कला, साहित्य, गीत, संस्कृति, चालचलन आदिके संरक्षण सवद्र्धनमे जोड डेहे पर्ना बटैलै । यकर अतिरिक्त थारुहुकनके हक अधिकार सुनिश्चितिकरणमे समेत ध्यान जाई पर्ना आग्रह करले रहिट ।

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