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उच्च अदालतके फैसला प्रति मोर्चाके असन्तुष्टि

पहुरा | ३ पुष २०७७, शुक्रबार
उच्च अदालतके फैसला प्रति मोर्चाके असन्तुष्टि

न्यायके लाग आन्दोलनके विकल्प नाइहो

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ३ पुस ।
टीकापुर घटना सम्बन्धी मुद्दामे उच्च अदालत दिपायलसे करल फैसला प्रति थरुहट थारुवान राष्ट्रिय मोर्चा कैलाली असन्तुष्टि व्यक्त करले बा ।

धनगढीमे शुके पत्रकार सम्मेलनके आयोजना करटी थरुहट थारुवान् राष्ट्रिय मोर्चासे उच्च अदालत दिपायलसे प्रतिनिधि सभा सदस्य रेसम चौधरी लगायतके मुद्दामे राजनैतिक पूर्वाग्रही ढंगसे फैसला करल अरोप लगैले बा ।

‘राजनीतिक पूर्वाग्रह राखी फैसला करल प्रति हमार आपत्ति रहल बा,’ मोर्चा कैलालीके संयोजक माधव चौधरी कहलै, ‘उच्च अदालतके फैसला प्रति हमार गम्भीर खेद प्रकट बा ।’

टीकापुर मुद्दाहे राजनीतिकरुपसे समाधान करे पर्ना उहाँ बटैलै । यदि राजनितिकरुपसे समाधान नाइ होके राज्य विरुद्ध सशक्त सघर्षमे उत्रना उहाँ पत्रकार सम्मेलनमे चेतावनी डेलै ।

जनता समाजवादी पार्टी कैलालीके अध्यक्ष गयाप्रसाद कुश्मी टीकापुर घटना राजनीतिक आन्दोलन रहल बटैलै । पहिचान सहितके संघीयता हुइ परल कना माग राख्टी थारुहट आन्दोलन करल कहटी उ आन्दोलनमे क्रममे घटल घटनाहे राजनीतिकरुपसे समाधान करे पर्ना उहाँके कहाइ रहे । कुश्मीसे उच्च अदालतसे करल फैसला सच्याइ पर्ना समेत बटैलै ।

‘यी मुद्दा राजनीतिक मुद्दा हो,’ उहाँ कहलै, ‘राजनेताहुक्रे राजनैतिक रूपमे सम्बोधन कैके यकर निकास निकारे परल ।’

राजनीतिक रूपसे टीकापुर घटनाके निकास नाइ निकरलेसे औरे द्वन्द्वमे जैना उहाँके चेतावनी रहे । थरुहट थारुवान् राष्ट्रिय मोर्चाके केन्द्रीय सल्लाहकार कृष्ण थारु राज्यसे थारुहुक्रे दमन करल बटैैलै । न्यायके लडाइ जारी रख्टी सर्वोच्च अदालत जैना उहाँ बटैलै । ‘यदि सर्वोच्च अदालतसे फेन न्याय नाइ पैलेसे आन्दोलन करब,’ उहाँ कहलै ।

बिफेक रोज उच्च अदालत दिपायलसे प्रतिनिधि सभा सदस्य रेसमलाल चौधरी सहित सात जनहनके हकमे जन्मकैदके सजाय हुइना तल्लो अदालतके आदेश उच्च अदालतसे सदर करल रहे ।

अदालतसे थप एक जनहनहे फेन जन्मकैदके सजाय सुनैले बा । टीकापुर घटनामे ३ बरस जेल सजाय भोगके रिहा हुइल लक्ष्मण थारुहे फेन उच्च अदालतसे जन्मकैदके फैसला सुनैले बा ।

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