थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १५ बैशाख २६४९, सोम्मार ]
[ वि.सं १५ बैशाख २०८२, सोमबार ]
[ 28 Apr 2025, Monday ]

३९ प्रतिशत दम्पति परिवार नियोजनके साधन प्रयोग करठैं

पहुरा | ७ पुष २०७७, मंगलवार
३९ प्रतिशत दम्पति परिवार नियोजनके साधन प्रयोग करठैं

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ७ पुस ।
संयुक्त राष्ट्रसंघीय जनसंख्या कोष (युएनएफपिए) से स्वास्थ्य व्यवस्थापन सूचना प्रणाली मार्फत् करल पाछेक अध्ययन अनुसार सुदूरपश्चिममे चारचो गर्भ जाँच करुइया गर्भवतिके दर ७३ से झरके ५८ प्रतिशतमे पुगल पाइल बा ।

अध्ययनअनुसार कैलालीके ५१, कञ्चनपुरके ५६, दार्चुलाके ५५, बझाङके ५७, बाजुराके ५९, बैतडीके ६२, डोटीके ५७, अछामके ७० ओ डडेल्धुराके ८० प्रतिशत गर्भवति चारचो गर्भ जाँच सेवा लेना करल बाटै । यी तथ्यांक सरकारी स्वास्थ्य संस्थामे सेवा लेहुइया गर्भवतिके संख्या किल राखल युएनएफपिएके सल्लाहकार अरुण जोशी बटैलै ।

सन् २०१६ के नेपाल जनसांख्यिक तथा स्वास्थ्य सर्वेक्षणके अनुसार प्रदेशमे चारचो गर्भ जाँच करुइया १५ से ४९ बरस उमेरके गर्भवतिके प्रतिशत ७३ रहे । ९०.५ प्रतिशत गर्भवतिसे दक्ष स्वास्थ्यकर्मीसे गर्भवती जाँच सेवा पैटी रहल रहिट । उ अवधिमे तीनचोसम गर्भजाँच करुइया गर्भवतिके संख्या ५९.६ प्रतिशत रहे । नेपालसे आइसिपिडिमे लगायतमे करल प्रतिवद्धता ओ दिगो विकास लक्ष्य अनुसार चारचो गर्भ जाँच करुइयाके संख्या बहे्र पर्नामे घट्टी गैल डेखजाइठ् । दीगो विकास लक्ष्यसे २०३० सममे चारचो गर्भ जाँच करुइयाके संख्या ९० प्रतिशत पुगैना बा कलेसे नेपालसे यी दर शतप्रतिशत पुगैना आइसिपिडिमे प्रतिवद्धता जनैले बा ।

ओस्टके स्वास्थ्य व्यवस्थापन सूचना प्रणालीके सन् २०१८ ओ १९ के तथ्यांक अनुसार प्रदेशके ७१ प्रतिशत गर्भवतिसे स्वास्थ्य संस्थामे बच्चा जन्मैना करल बाटै । स्वास्थ्य व्यवस्थापन सूचना प्रणालीसे स्वास्थ्य संस्थामे सुत्केरी हुउइया महिला कैलालीमे ८२, कञ्चनपुरमे ५१, दार्चुलामे ६५, बझाङमे ७०, बाजुरामे ७७, बैतडीमे ६४, डोटीमे ७१, अछाममे ७७ ओ डडेल्धुरामे ८० प्रतिशत रहल जनाइल बा । दक्ष स्वास्थ्यकर्मीसे सुत्केरी सेवा पैना महिलाके दर सुदूरपश्चिममे ६६ प्रतिशत रहे । उ अवधिमे स्वास्थ्य संस्थामे सुत्केरी सेवा लेहल बापत सुदूरपश्चिममे ९६.३ प्रतिशत सुत्केरी यातायात खर्च पाइल रहिट ।

ओस्टके, सुदूरपश्चिममे आधुनिक परिवार नियोजनके साधन प्रयोग करुइया दम्पतिके संख्या ३९ प्रतिशत पुगल बा । कैलालीमे ४३, कञ्चनपुरमे ४०, दार्चुलामे ३८, बझाङमे ३१, बाजुरामे ३६, बैतडीमे ३९, डोटीमे ३२, अछाममे २९ ओ डडेल्धुरामे ३४ प्रतिशत दम्पती आधुनिक परिवार नियोजनके साधान प्रयोग कैना करल बाटै ।

दिगो विकास लक्ष्यसे यी दर २०३० सम ६० प्रतिशत पुगैना लक्ष्य निर्धारण करले बा कलेसे नेपालसे आइसिपिडीमे परिवार नियोजनके अपरिपूर्तमे माग पूरा कैके सक्कु जनहनहे सेवा पुगैना प्रतिबद्धता जनाइल बा । सुदूरपश्चिममे कौनो परिवार नियोजन साधन प्रयोग करुइया दम्पतिके संख्या ५७.३ प्रतिशत ओ आधुनिक साधन प्रयोग करटी रहल महिलाहुक्रनके संख्या ४८.१ रहल बा । परिवार नियोजनके आधुनिक साधन प्रयोग करटी रहल दम्पती प्रदेशभिट्टर ६१ प्रतिशतसे मागमे सन्तुष्टी जनैले बाटै । १५ से ४९ बरस उमेरके २१.३ प्रतिशत महिलाहुक्रे परिवार नियोजनके साधन परिपूर्ति नाइ हुइल माग करल रहिट कलेसे १९ से १९ बरसके ३५ प्रतिशत किशोरी उ माग करल रहिट ।

राष्ट्रिय जनगणना २०६८ के तथ्यांक अनुसार आभिन फेन सुदूरपश्चिममे ३७.३ प्रतिशत किशोरकिशोरीके बालविवाह हुइना करल बा । जेकर कारण २१ प्रतिशत महिला आभिन फेन भौतिक, यौन तथा भावनात्मक (सम्वेगात्मक) हिंसामे परल बाटै । सर्वेक्षणके अनुसार पहिल बच्चा जन्मुइया औषत उमेर सुदूरपश्चिममे १९.८ बरसमे रहल बा ।

दिगो विकास लक्ष्य अनुसार सन् २०३० सममे बालविवाह, महिला हिंसा ओ मातृ तथा शिशु मृत्युदर शून्यमे झर्ना आइसिपिडीमे प्रतिबद्धता जनैले बा । प्रदेश अर्थ विकास तथा प्राकृतिक स्रोत समितिके सभापति हर्कबहादुर कुँवर नेपालसे करल प्रतिवद्धता अनुसार प्रदेश सरकारसे फेन ऐन ओ नीति बनाके कार्यक्रम लाने पर्ना बटैलै ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू