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भजनीके बाढीपीडित अतिक्रमित जग्गामे बनैलैं झाेंप्री

पहुरा | ७ पुष २०७७, मंगलवार
भजनीके बाढीपीडित अतिक्रमित जग्गामे बनैलैं झाेंप्री

पहुरा समाचारदाता
भजनी, ७ पुस ।
गैल सावन १४ गतेके बाह्रके कारण भजनी नगरपालिका–९ मे रहल लक्ष्मी थापाके परिवार विस्थापित हुइ पुगल । बाह्रसे घरहे क्षति पुगल, रहल खानपिन सक्कु पुहा लैगिल । ओहे बेला कटान करल कान्द्रा लडिया अब्बा घर लग्गे अङनामे पुग्गिल बा ।

‘बर्सेनि लडिया कटान करटी आइल अब्बा घर अङनामे पुग्गिल बा, न टे जग्गा जमिन हो,’ थापा कहलै, ‘सक्कु जे ज्यान जोगाइक लाग यहे अस्थायी शिविरमे आइ लग्नै मै फेन संगे लाग्के आगिनु ।’ अब्बा लक्ष्मी थापाके चार जहनके परिवार भजनी नगरपालिका–१ स्थित महुन्याल सामुदायिक वनके जग्गा अतिक्रमण करटी बैठ्टी आइल बा ।

थापा जस्टे बाह्रके कारण विस्थापित होके महुन्याल सामुदायिक वन ओ पशुपति सामुदायिक वनके जग्गा अतिक्रमण करके भजनी नगरपालिकाके टमान वडाके करिब ५०० से ढेर परिवार बसोबास करटी आइल बाटै ।

विशेष करके नगरपालिका–३, ५, ७, ८ ओ ९ के अधिकांश जग्गा अतिक्रमण करके बैठ्टी आइल बाटै । थापाके चार जहनके परिवार घर छोरके सावन ३१ गतेसे शिविरमे बैठ्ठै । कान्द्रा लडिया कटान करटी घरसम पुगल पाछे उहाँहुक्रे आउर कौनो विकल्प नै बिल्गाइलमे शिविरमे आके बैठल बटैलै ।

भजनी नगरपालिका–५ लालबोझीके हर्कबहादुर बुढा सावन १८ गते जग्गा अतिक्रमण करके बनाइल शिविरमे अइलै । कन्द्रा लडीयामे आइल बाह्रके कारण घरमे बैठे सेक्ना अवस्था नै रहल पाछे उहाँके पाँच जहनके परिवार किरपाल टरे शिविरमे बैठे लग्लै ।

‘हम्रिहिनहे कौनो समस्या नै हो । समस्या बर्सातके बाह्रके डुबान किल हो,’ बुढा कहलै, ‘बर्सेनि बाह्रके कारण विस्थापित हुइ परना हमार भजनीवासीके बाध्यता बा ।’

ओस्टके भजनी नगरपालिका–९ के अमर सुजी कोरोनाके कारण काम बन्द हुइल पाछे असारमे भारतसे घर अइलै । घरमे नै बैठ्के क्वारेन्टिनमे बैठल सुजी घर नै पुग्टी बाह्र आइल । ओहे समयमे बाह्रके कारण सुजीके घरसम जाइ सेक्ना कौनो अवस्था नै रहे । ‘घरम बाह्र पूरा क्षति पुगैले बा । लावा बनैना पैसा फेन नै हो,’ सुजी कहलै, ‘शिविरमे किरपाल टरे बैठल बटी । अभिनसम देशमे रहल कौनो तहके सरकारके प्रतिनिधि हमार समस्या बुझे आइल नै हुइट ।’ उहाँ राहतके नाउँमे लाखौँ रुप्याँ खर्च हुइलेसे फेन अपने १० केजी चामलसमेत नै पाइल गुनासो करलै ।

भजनी नगरपालिका–७ की आस्मादेवी डंगौरा फेन ओहै महुन्याल सामुदायिक वनके अस्थायी शिविरमे अपन परिवारसहित बैठ्टी आइल बाटै । उहाँ बाह्रसे भत्काइल घर पुनःनिर्माण करलेसे फेन कुछ परिवार अभिन फेन शिविरमे बैठल बटैलै ।

अब्बासम ४०० से ढेर घर निर्माण होसेकल बा । उहाँहुकनहे राजनीतिक संरक्षणसमेत रहल बुझगिल बा । शिविरमे बाह्र आइल समयमे परिवारहुक्रे सामूहिक बाढीपीडित सङघर्ष समिति समेत गठन करले बाटै । समितिभित्तर ४०७ घरपरिवार आबद्ध रहल बाटै । अभिनसम शिविरमे ५०० से ढेर घरपरिवार रहल आङ्कलन करगिल बा । समितिके अगुवाइमे उच्च स्थानमे घरवासके माग करटी नगरपालिकामे धर्नाके कार्यक्रमसमेत हुँइटी आइल बा ।

बाढीपीडित संघर्ष उपसमिति अध्यक्ष लक्ष्मी थापाके अनुसार मंसिरमे किल २० से ढेर परिवार शिविरमे अस्थायी रुपमे बसोबास करे लागल बटैलै । उ शिविर उच ठाउँमे रहल ओरसे बाह्र ओ डुबानके कौनो समस्या नै हुइना कहटी बैठे सुरु करल उहाँहुक्रे बटैठै ।

‘सामुदायिक वन भर तीनचो सम इ स्थान खाली कैना परिपत्र करले रहे मने यी बीचमे हमार समस्या बुझे कोइ फेन आइल नै हो,’ ओहे ठाउँमे बैठ्टी आइल खडक बुढा कहलै, ‘स्थानीय, प्रदेश ओ सङ्घीय सरकारके कुछ फेन प्रतिनिधि आइल नै हुइट ओ हम्रिहिनहे कोइ उठाइ आइ कलेसे ओकर डटके सामना करब, डोसर बिकल्प नै हुइलसम हम्रे डोसर ठाउँ नै जाब ।’

भजनी नगरपालिकाके नगरप्रमुख शेरबहादुर चौधरी अभिनसम शिविर खाली करे अउइयाहे कौनो प्रक्रिया आगे नै बह्राइल बटैलै । ‘उ बेलाके परिस्थिति भयावह रहे । हम्रे किहुहे रोके नै चाहली ओ नै फे रोक्ली,’ नगरप्रमुख चौधरी कहलै, “अब का कैना कना विषयमे सर्वदलीय बैठक बलैना तयारीमे बटी, ओम्नेसे जा निर्णय हुइ, ओहे अनुसार आगे बह्रब ।’ उहाँ स्थानीय तहसे किल चाहके बाह्र पीडितहुकनके समस्या समाधान करे नै सेक्ना बटैटी ओकर लाग सङ्घ ओ प्रदेश सरकार फेन जिम्मेवार बने परना बटैलै ।

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