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परियोजनाके सिकाई ओ अनुभव साटासाट

पहुरा | ७ पुष २०७७, मंगलवार
परियोजनाके सिकाई ओ अनुभव साटासाट

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ७ पुस ।
सीमान्तकृत बालिकाहरुको शिक्षामा सहयोग (स्टेम टु) परियोजना अन्र्तगत हुइल गतिविधिसे सिकाई ओ अनुभव साटासाट कैगिल बा ।

युके.एड.के आर्थिक सहयोगमे मर्सिकोर नेपाल ओ बेस कैलालीसे सञ्चालिट सीमान्तकृत बालिकाहरुको शिक्षामा सहयोग (स्टेम) परियोजनासे हुइल गतिविधिके सिकाई ओ अनुभवबारे मंगरके रोज धनगढीमे स्थानीय तह, विद्यालय, तथा सहकारीविच अनुभव साटासाट हुइल बा ।
स्टेम टु परियोजना सन २०१७ से २०२० सम रहल ओरसे अभिनसम कैगिल गतिविधिसे सिखल ओ हुइल अनुभाव साटासाट कैनाके साथे ठप सल्लाह सुझावके लाग स्थानीय तहस्तरीय कार्यक्रमके आयोजना करल व्याकवार्ड सोसाइटी एजुकेशन (वेस) कैलालीके कार्यक्रम संयोजक लक्ष्मण चौधरी जनैलै ।

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सीमान्तकृत बालिकाहरुको शिक्षामा सहयोग (स्टेम) परियोजना अन्र्तगत एक उप–महानगरपालिका, ३ नगरपालिका ओ २ ठो गाउँपालिका अन्तर्गतके ३० विद्यालयके ९ हजार बालिका प्रत्यक्ष लाभान्वित हुइल उहाँ बटैलै ।

मर्सिकोर नेपालके फिल्ड म्यानेजर नवराज जोशी परियोजनासे समावेशी शिक्षा संचालन करटी बालिकासंगे बालकहुकनफे सहयोग बटैलै । उहाँ कहलै, ‘परियोजना लागु हुइल विद्यालयके छात्राछात्रहुकने गुणस्तरीय शिक्षामे पहुँचके लाग टमान गतिविधि संचालन कैगिल बा ।’ विद्यालय जैना बालिकाहुकनके क्लव गठन करके टमान गतिविधि, शिक्षकके गुणस्तर सुधार, एसईईके ग्र्रेड सम्बन्धमे कक्षा संचालन करल फिल्ड म्यानेजर जोशी जनैलै ।
विद्यालय बाहेर रहल बालिकाहुकनके व्यवसायके लाग गल्र्स ट्रान्जिसन फन्ड मार्फत ३ करोड २० रुप्या छुटयाके कैलालीके चार ठो सहकारीसे ८ प्रतिशत व्याजरमे विना धितो व्यावसयिक लोन डेहलपाछे ३५० बालिका व्यवसाय करटी रहल उहाँ जनैलै ।

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मर्सिकोर नेपालके शिक्षा संयोजक सकबहादुर बुढाथोकी परियोजनाके सहयोगमे विद्यालयमे बाल संरक्षण नीति, शिक्षा नीति बनाइल बटैलै ।
‘परियोजना लागु हुइल विद्यालयमे शिक्षण गुणस्तर बह्रल बा,’ उहाँ कहलै, बालिकामैत्री वातावरण बनैना सफल हुइल बा, विद्यालयमे छात्रामैत्री शौचालय, सेनेटरी प्याड बनाई सिखल, सुझाव पेटीका रख्ना, विद्यालयमे पोलिसी बनैना सहयोगके साथे विद्यालयमे अभिभावकके सहभागिता बह्रल बा ।’
परियोजनासे अभिभावक, शिक्षक तथा समुदायके लाग जनचेतना कार्यक्रम संचालन कैगिल बा, जोखिमसे बच्ना विद्यालय जैना ओ बाहेर रहल बालिकाके लाग आत्मरक्षा तालिम डेगिल शिक्षा संयोजक बुढाथोकी बटैलै ।

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धनगढी उपमहानगरपालिका–७ मनेहरा मुक्तकमैया शिविरके अञ्जु चौधरी गल्र्स ट्रान्जिसन फन्डसे सहयोग पाके बंगुर पालन सुरु करलपाछे आयस्रोतमे बृद्धि हुइल बटैली । उहाँ कहली, ‘मै पहिले एसएलसीमे फेल हुके ओस्टही बैठल रहु, जिटीएफ फन्डसे २ लाख लोन लेके व्यवसाय सुरु करनु, आयस्रोत मजा हुइलपाछे फेरसे विद्यालय भर्ना हुके पढाईहे निरन्तरता डेले बटु ।’ साथे व्यावसायहे बह्रैटी अब्बे २० ठो बंगुर पालन करल उहाँ बटैली ।

सुदर्शन सुवेदी समावेशी विद्यालय वातावरणबारे जानकरी अब्बे डेटी सर्वसुलभ शिक्षा हुई पर्ना बटैलै । उहाँ कहलै, ‘अपाङगता रहल बालिका विद्यालय बाहेर बटै, अपाङगता रहल बालबालिकाहुकनके आइडेन्टीटीमे कमी बा ।’

अनुभाव साटासाट कार्यक्रममे भवानी मावि मसुरियाके विद्यालय व्यवस्थापन समिति अध्यक्ष नरबहादुर कडायत छात्राहुकनके गुणस्तरीय शिक्षा ओ सिकाईमे परिवर्तन आइल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘पहिले महिनावारीके बेला छात्रा महिनामे चारपाँच दिन विद्यालय छोरिट, परियोजना लागु हुइलपाछे विद्यालयमे ओइनके उपस्थिती बह्रल बा, विज्ञान प्रयोगशाला, पुस्तकालय, कम्प्यूटर सहयोग हुइलपाछे कम्प्यूटर शिक्षाफे संचालन कैगिल उहाँ बटैलै ।

गौरीगंगा नगरपालिका–५ अध्यक्ष जंग बहादुर विक परियोजनासे बालिकाहुकनके मनोबल बह्रल, बोल्न शैलीमे बृद्धि हुइल बटैलै । कमलबजार नगरपालिकाके उपप्रमुख भूमिशरण बजगाई, स्थानीय तहसे करे पर्ना काम संघसंस्थासे कैडेहल बटैली । परियोजना पहाडके जिल्लामेफे सचालन कैना उहाँ आग्रह करली ।

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नगरपाालिका महासंघके केन्द्रीय सदस्य तथा गौरीगंगा नगरपालिकाके उपप्रमुख अञ्चला चौधरी स्थानीय तहसे विद्यालयमे गुणस्तरीय शिक्षामे ध्यान डेहल मने विद्यालय छोरल बालिकाके हकमे कुछ करे नइसेकल बटैली । उहाँ कहली, ‘अब्बे सबजाने अवसरके खोजी करठै, स्टेम परियोजना सीमान्तकृत बालिकाहुकन आयआर्जनमे जोरना सह्रनीय कार्य हो ।’ परियोजनासे अभिभावकके सोचमे परिवर्तन हुइल उहाँ कहली ।

कार्यक्रममे नगरपालिका महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक एवं पाटन नगरपालिका प्रमुख केशव बहादुर चन्द परियोजनासे विद्यालय जैना बालिकासंगे विद्यालय छोरल बालिकाहुकनके शैक्षिण गुणस्तरके साथे आयआर्जनमे टेवा पुगल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘परियोजनासे विद्यालयमे पह्रना कितावसंगे व्यावहारिक ज्ञान आर्जनमे सहयोग पुगल बा ।’

कार्यक्रमके संचालन तथा सहजीकरण मर्सिकोर नेपालके सिनियर प्रोजेक्ट अफिसर पवित्रा चौधरी करल रहिट । कार्यक्रममे टमान स्थानीय तहके प्रमुख, उपप्रमुख, विद्यालय व्यवस्थापन समितिके अध्यक्ष, विद्यालयके प्रअ, सहकारी संस्थाके व्यवस्थापन लगागतके सहभागितामे परियोजनाके सिकाई ओ अनुभव साटासाट कैगिल रहे ।

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