‘अख्तियारमे परल उजुरीके सुनुवाई ढिला’

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १४ पुस । अख्तियार दुरुपयोग अनुसन्धान आयोगके कार्यालय कञ्चनपुरके आयोजनामे मंगरके रोज धनगढीमे अन्तरक्रिया कार्यक्रम हुइल बा ।
धनगढी उपमहानगरपालिकाके समन्वय तथा अख्तियार दुरुपयोग अनुसन्धान आयोगके कार्यालय कञ्चनपुरके आयोजनामे भष्टाचार नियन्त्रण तथा सुशासन प्रवद्र्धनमे अख्तियार दुरुपयोग अनुसन्धान आयोगके भूमिका विषयमे अन्तरक्रिया हुइल हो । अन्तरक्रियामे उपमहानगरपालिकाके जनप्रतिनिधि, शाखा महाशाखाके प्रमुख, वडा सचिव सहभागी रहिट ।
कार्यक्रममे धनगढी उपमहानगरपालिकाके प्रमुख नृपबहादुर वड अख्तियार दुरुपयोग अनुसन्धान आयोग परल उजुरी हाली सम्पादन करे पर्ना बटैलै । हाली उजुरी सम्पादन नइहुके अन्यौलता सिर्जना करठ नगरप्रमुख वड कहलै, ‘टबमारे उजुरीके प्रकृति हेरके सम्पान करे परठ ।
धनगढी उपमहानगरपालिकाके उपप्रमुख सुशीला मिश्र भट्ट कानूनी अज्ञानताके कारणफे कतिपय बाट पाछे समस्या हुइना करल बटैली । उहाँ कहली खास बाट नियत कैसिन धारके काम करले बा कना हो ।
अख्तियारसंग हमार टमान प्रश्न रहल बा उपप्रमुख मिश्र कहली कहु पदमे रहल व्यक्तिहुकनहे दुःख डेना अख्तियार सक्रिय हुइल टे नइहो । अख्तियार डरके विषय हुसेकल उपप्रमुख मिश्र बटैली । बेनामे उजुरीके करणफे निर्दोश व्यक्तिहुक्रे दुःख पैले बटै उपप्रमुख मिश्र कहली, उ विषयमे फे सोच्न जरुरी बा ।
तथ्याङ्कमे हेरेबेर स्थानीयतहके उजुरी अख्तियारमे ढेर रहल बटैटी धनगढी उपमहानगरपालिकाके प्रमुख प्रशासकीय अधिकृत जगन्नाथ पन्त कहलै यम्ने उजुरी ढेर हुइना वा भष्टाचार ढेर रहल हो ओम्ने विश्लेषण करे परठ । स्थानीयतहके विरुद्ध खोल्टा परल, मोर घर आघेक सडक नइबनल, मोर काम नइहुइल कहिकेफे बेनामे उजुरी पर्ना करल प्रमुख प्रशासकीय अधिकृत पन्त बटैलै । उहाँ कहलै, समग्रमे अख्तियारके उद्देश्य विधिके शासन प्रवद्र्धन कैना हो ।
अख्तियार दुरुपयोग अनुसन्धान आयोगके कार्यालय कञ्चनपुरके प्रमुख खगेन्द्र प्रसाद रिजाल अख्तियारसे प्रवद्र्धनात्मक काम अन्तर्गत अन्तरक्रिया कार्यक्रम करटी आइल बटैलै । उहाँ कहलै अख्तियारसंग कोरोना जैसिन डराई नइपरी । कतिपय नीतिगत बाटसेफे समस्या बा अख्तियार प्रमुख रिजाल कहलै, उ सुधार हुइटी जैही ।
अख्तियार कार्यालयमे काम करटी रहल कारण दातागिरी नइकैना बटैलै । कार्यक्रममे अख्तियार दुरुपयोग अनुसन्धान आयोगके कार्यालय कञ्चनपुरके उपसचिव लक्ष्मीदत्त कलौनी प्रस्तुतिकरण करल रहिट ।
