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भोगबन्ढी जग्गाके टिना खेतीसे फेरल जीवन

पहुरा | १५ पुष २०७७, बुधबार
भोगबन्ढी जग्गाके टिना खेतीसे फेरल जीवन

पहुरा समाचारदाता
धनगढी,१५ पुस ।
धनगढी उपमहानगरपालिका १४ के बिस्ना थापाके गोस्या आधा उमेर भारतमे बिटल । अभिन फेन उहाँके गोस्याके रहर सेकटसम भारतमे रोजगारी कैना सोचमे रहिट । मने उहाँके उ सोचहे कोरोना कहरसे बीच्चेम अवरुद्ध बनाइल । आब का करना हो कहिके उहाँके गोस्या दोधारमे रहल बेला वडा सदस्य मार्फत विस्ना उद्यमसिलताके तालिम हुइ लागल पटा पैली । उहाँ उ तालिम लेना ओ पाछे मिल्के यहोरही काम कैना सल्लाह करली । ओम्ने ओहकान गोस्या राजी हुइलीन । विस्नु तालिममे सहभागी हुइली ।

तालिममे सहभागी होके उहाँ कैसिक उद्यम कैना, काहे कैना, कौन उद्यमके कैसिन समस्या बा, ओकर चुनौती का का बा, ओम्ने, ओकर समाधान कैसिक करे सेकजाइ कना बारेमे पटा पैली । तालिममे सहभागी हुइटी रहलमे उहाँ तरकारी खेती कैना सोच बनैली । ओ गोस्यासंग मिल्के भोगबन्ढकी रहल जग्गामे तरकारी खेती कैना योजना बनल । गोस्या भारत जाइक लाग अपन जग्गाहे भोगबन्ढी ढारके रकम लेहल रहिट । उ रकम कुछ टीरसेक्ले बाटै कलेसे बाँकी रकम टिरना तयारीमे थापा दम्पति रहल बाटै ।

अब्बा विस्नुके ५ कठ्ठा तरकारीसे भरल बा । फुल गोभी ओ बन्द गोभी फुल्ना टयारीमे बा । मिर्चा ओ ढनियाँ बारी हरियर हुइल बा । मसिन माटीमे मोठा ओ बरवार मुरै फरटी रहल बा । कुछ तरकारीके विउ रोपक लाग तयार होसेकल बा । कुछ तरकारी माटीसंग खेल्टी रहल बाटै । कुछ महिना आघे सामान्य घर चलाइक लाग औरेक भर परना ओ प्रायः एकदम निराश ओ मलिन बिल्गैना उहाँके मुहार फेरल बा । मुहारमे चमक थपल बा । गोस्याहे घरे ढरना सोचसे सुरु करल तरकारी खेतीसे अपने जीवन फेन बदललमे खुशी बटी विस्नु । ‘गोस्या कामके लाग भारत जाइट ।

अभिन फेन संगे आर्गानीक तरकारी खेती करटी रहल बटी ।’ थापा कहली– ‘भारतमे नोकरी करके कमैना पैसासे ज्यादा घरके बारीमे काम करलेसे कमाही हुइट । गाउँमे तरकारी खेती करके कमाइ सेक्ना बिल्गाइल ओरसे अब्बा दादाभौजी फेन सहयोग करटी रहल बाटै । ’

विस्नुके परिवार अब्बा करटी रहल ५ कठ्ठा जमिन अपुग हुइ लागल बा । ओकर लाग १० कठ्ठा जग्गा भाडामे लेसेक्ले बाटु । अब उहाँ फेन तरकारी खेती बह्रटी बा । उहाँहुकनके करल तरकारी विक्री वितरण कैना फेन कौनो कररा नै हो । यिहीसे आघे भोगबन्ढी ढारके जग्गामे थापा दम्पति धान ओ गोहु खेती लगैना करल रहिट । मने आब उहाँहुक्रे धान गोहु खेती नै कैना निधो करसेक्ले बाटै । आझ गोस्याहे घरमे रोक्लेसे तरकारी खेती करके कमाही हुइ लागल पाछे बिस्नु बहुट खुशी हुइल बटी । ‘धान गोहु लगाके हुइल उत्पादन तीन महिना फेन खाइ नै पुगे ।

बर्षभर किन्के खाइ परे ।’ थापा कहली– ‘अब्बा तरकारी खेती लगाइ लागल पाछे यिहीसे कमाही हुइल बा । उ पैसासे आवश्यक सक्कु खर्च कटाके आम्दानी फेन हुइ लागल बा । आब हम्रे काहे धान गोहुँ लगैना तरकारी खेती करब आब ।’

विस्ना तरकारी खेतीमे लग्ना उत्प्रेरणा ओ आवश्यक प्राविधिक सहयोग कोभिड १९ प्रभावितके लाग आर्थिक सामाजिक रिकभरी परियोजनासे करल हो । युनडीपीके आर्थिक सहयोगमे जिल्ला लघु उद्यमी समुह संघ कैलाली तथा धनगढी उपमहानगरपालिका सहयोग ओ समन्वयमे करल लघु उद्यमशीलता तालिमसे उहाँहे तरकारी खेती कैना उर्जा थपल । उहिसे उहाँहे तरकारी खेती करक लाग आवश्यक तरकारीके बिउ, मोटर ओ सिंचाईके लाग पाईप पैली । ओहैसे कृषि मार्फत उन्नतिके डग्रीमे लागल बिस्ना बटैठी ।

विशेष करके कोभिड १९ से रोजगारी गुमाइल ओ भारतसे आइल आप्रवासी कामदारहे जिविकोपार्जन सुधार कैना उद्यमशीलता तालिम डेगील रहे । कोभिड १९ प्रभावितके लाग आर्थिक सामाजिक रिकभरी परियोजनासे देहल तालिममे सहभागी हुइ पाइल पाछे उहाँमे उद्यमसिलता कैना उत्प्रेरणा जागल हो ।

धनगढी उपमहानगरपालिकासँग मिल्के सञ्चालन हुइटी रहल परियोजनासे विस्ना जैसिन अपने घरमे बैठके काम करे चहुइयाहे तालिम करैटी उद्यमसिलताओर लगैटी रहल जिल्ला लघु उद्यमी समुह संघ कैलालीके अध्यक्ष गणेश विष्ट बटैलै । व्यवसायपाछे किसानके लाग उत्पादनहे बजारीकरण करैना फेन अपने पहल करल उहाँ बटैलै ।

यी परियोजना धनगढीके तीन ठो वडामे लागु करगिल बा । धनगढी उपमहानगरपलिका वडा नम्बर १, १४ ओ १६ के एक सय ५० जहनसे ढेरहे परियोजनाके सहयोगमे स्वरोजगार बनाईल बा ।

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