दार्चुलामे महाकाली मिचके बँन्ढ्वा बँन्ढटी भारत
दार्चुला, २० पुस । महाकालीके बाढसे २०७० मे दार्चुला सदरमुकामके १ सय ५६ घर पुहाइल रहे । बाढसे निरन्तर पुगैना क्षति घटाइक लाग नेपालसे तटबन्ध बनाइ लागल उ बेला भारतीय पक्षसे माइकिङ कैके रोकल रहे ।
नेपालसे खोलुवाके किनारसे सरदर सय मिटर दुरसे तटबन्ध बनैटी रहे । भारतके आपत्ति रहे– ‘सीमा लडियामे आपनखुसी तटबन्ध बनाइबर हमार भूभाग डुबे सेकी । बनैना बा कलेसे आउर दुरसेक बनाउ ।’ नेपालसे तटबन्ध आउर दुर सारल । मने, उहे ठाउँके उहोरसे भारत अब्बे लडियामे पर्ना मेरके तटबन्ध बनैटी रहल बा ।
उ फेन बाढपूर्वके नेपाली भूभागमे । दार्चुला जिल्ला प्रशासनसे उक्त निर्माण कार्य रोक्न भारतके धारचुला पिथौरागढके उपजिल्ला अधिकारीहे पुस २ गते पत्राचार करल रहे । मने, निर्माण निरन्तर चल्टी रहल बा । लडिया ओर ढुंगामाटी गिरैटी डोजर चल्टी रहल बावै ।
‘भारतके एसडीएमहे पत्राचार होसेकल बा । उहाँ पत्रके वास्ता नाइ कैके संरचना बनैटी रहल बा,’ प्रमुख जिल्ला अधिकारी शरदकुमार पोखरेल कहलै, ‘सीमा लडियामे बिनासमन्वय काम नाइ करे परल । भारतसे काम करटी रहल बा कना मै नेपाल सरकारहे फेन जानकारी करासेकल बाटुँ । बाँकी अब परराष्ट्र मन्त्रालयके पत्रके आशमे बाटी ।’ गृह ओ परराष्ट्र मन्त्रालयहे पुस २ गते नै पत्राचार करसेकल ओ परराष्ट्रसे आपनहे जानकारी प्राप्त नाइ हुइल पोखरेल बटैलै ।
‘प्रस्तुत विषयमे २०७० असार २ गते महाकाली लडियामे अविरल वर्षापाछे आइल बाढसे नेपाल–भारत सीमा नाका वारपार रहल क्षेत्र कटान कैके कतिपय क्षेत्रमे पानीके बहावके कारण लडिया किनार रहल सीमा नाका क्षेत्रके भौगोलिक स्वरूप परिवर्तन हुइल,’ सहायक प्रमुख जिल्ला अधिकारी ज्योत्सना भट्ट जोशीसे हस्ताक्षरित पत्रमे लिखल बा, ‘उ सम्बन्धमे इ जिल्लाके महाकाली नगरपालिका–५ गल्फै क्षेत्र भौरादगड, महाकाली लडिया किनार रहल जिल्ला अस्पताल दार्चुलाके सीमापार भारत ओर हाल सुरक्षा/चेक वाल बाँध बन्टी रहल स्थान महाकाली लडियामे बाढपूर्व साविक नेपाल ओरके भूमि रहल ।’
मने, हाल उ स्थानमे एस्काभेटर, जेसीबी आदि उपकरणसे उत्खनन करे लागल डेखगैल पत्रमे उल्लेख बा । ‘नेपाल पक्षसँग आवश्यक समन्वयबिना उक्त वाल महाकाली लडिया किनारमे बनाइ लागल निर्माण कार्यहे यथाशीघ्र रोकक् लाग आदेशाअनुसार अनुरोध बा,’ पत्रमे बा ।
जिल्ला प्रशासन कार्यालयसे गृह मन्त्रालयहे फेन उहे दिन यी बारे पत्राचार करल रहे । वहाँ सय हाराहारीमे कामदार खटल जनाइल बा ।


