‘मेडिकल शिक्षामे समृद्धि अइना’

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २१ पुस । कैलालीके गेटामे निर्माणाधीन गेटा मेडिकल कलेजके संरचना निर्माणके काम अन्तिमचरणमे पुगल बा ।
कलेज निर्माणके कार्य अन्तिम चरणमे पुगलसंगे अपने गाउँठाउँमे मेडिकल शिक्षा अध्ययन करे पैना सम्भावना बर्हलपाछे सदूरपश्चिम प्रदेशबासी खुशी डेखल बाटै । स्थानीय शिक्षक गोविन्द ओझा मेडिकल कलेज सञ्चालन हुइना अवस्था डेखल ओरसे प्रदेशमे मेडिकल शिक्षामे समृद्धि अइना विश्वास व्यक्त करलै ।
‘इहीसे मेडिकल पर्हना किल नाइहोके गुणस्तरीय स्वास्थ्यसेवा प्रदान कैनामे समेत योगदान पुगैना आशा बा,’ ओझा कहलै, ‘कलेज सञ्चालनमे आइबर इ क्षेत्रके आर्थिक ओ रोजगारी सिर्जनामे समेत बरवार टेवा पुग्ना बा ।’ साविकके सेती अञ्चल अस्पताल धनगढीके मेडिकल सुपरिटेण्डेन्ड डा. गणेशबहादुर सिंह कलेज सञ्चालन हुइबर प्रदेशके समग्र विकासके लाग कोषेढुंगा सावित हुइना विश्वास व्यक्त करलै ।
‘विगतमे सीमित व्यक्ति किल छात्रवृत्तिमार्फत् मेडिकल शिक्षा पर्हे पाइट, कतिपय व्यक्ति अपने खर्चमे पह्रे विदेश जाइट,’ उहाँ कहलै, ‘गेटा मेडिकल कलेज सञ्चालनसे अपने ठाउँमे मेडिकल शिक्षा पहे्र चाहना सपना पूरा होके मेडिकल शिक्षामे क्रान्ति नै हुइना सम्भावना बा ।’
निर्माणाधीन उ मेडिकल कलेजके अधिकांश संरचना चालू आर्थिक बरसभिट्रे पूरा हुइ लागल बावै । ‘चालू बरसभित्रे सक्कु संरचना तयार पारके कलेज सञ्चालनके प्रक्रियामे जैना सोच बनैले बाटी, कलेज पूर्वाधार निर्माण विकास समितिके कार्यकारी निर्देशक भीमबहादुर साउद कहलै, “अब्बेसम औषतमे ८० प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा होसेकल बा ।’
प्रदेशमे मेडिकल शिक्षाके समृद्धिसँग जोरल गेटा मेडिकल कलेज सरकारके प्राथमिकता प्राप्त आयोजना हो । निर्माण शुरु करेबर आठ अर्ब ३४ करोड लागत अनुमान रहल उ आयोजनाके गुरुयोजना अद्यावधिक हुइबर निर्माणके लागत अनुमान बर्हना जनाइल बा ।
शुरुके बरसमे कलेजके संरचना निर्माणके प्रक्रिया आघे बर्हाइबर उत्पन्न बाधा अवरोध ओ झन्झटिलो प्रक्रियाके कारण कलेज स्थापना हुइना नाइ हुइनामे अन्योलता सिर्जना डेखल रहे । पाछेक बरसमे कलेजके संरचना निर्माण कार्यसे गति लेहलपाछे भर हाली कलेज सञ्चालनमे अइना आशामे स्थानीयवासी बाटै । स्थानीयवासी मानबहादुर चौधरी कलेजके भवन संरचना निर्माण काम धमाधम हुइटी रहल ओरसे हाली पठनपाठन हुइनामे आशा जागल बटैलै ।
सरकारसे विसं २०६६ मे मेडिकल कलेज स्थापनाके घोषणा करल रहे । प्रक्रियागत ढिलाइके कारण निर्माण कार्य भर चार बरसआघे किल शुरु हुइल रहे । अब्बेसम कलेज भवनके निर्माण पूरा होसकेल बा । अस्पताल भवन ओ प्रशासनिक भवनके काम ९५ प्रतिशत पूरा हुइल बा । छात्रावास भवनके ८० प्रतिशत ओ आवास गृहके काम ५० प्रतिशत ओराइल बा । निर्माणस्थलमे टमान २४ संरचना निर्माणधीन बावै ।
आगामी फागुनसम पानी, विद्युत, फोहर व्यवस्थापनलगायतके काम शुरु करे लागल बा । मेडिकल कलेज परिसरके मूल डगरा निर्माणके साथे(बाँकी ३ पेजमे) कलेज निर्माण स्थलके उत्तरओर
रहल लडिया नियन्त्रणके काम फेन हुइटी रहल बा ।
छ सय शय्याके निर्माण कैना लक्ष्य
कलेजके अस्पताल भवनलगायतके संरचनाके निर्माणमे शर्मा राजेन्द्रकुमार कम्पनी, लुम्बिनी कुमार केएस् ओ रविना कन्ट्रक्सन प्रालि संलग्न रहल बाटै । संरचना निर्माण कार्य अन्तिमचरणमे पुगल रलेसे फेन कलेजहे कौन प्रारुप (मोडेल)मे सञ्चालन कैना कना विषयमे टुंगो लग्ना भर बाँकी रहल बा ।
नेपाल सरकारसे कलेज सञ्चालनके प्रारुपके बारेम विधेयक तयार पारके यिहीसे आघे नै कानूनी परामर्श करसेकल जनाइल बा । कार्यकारी निर्देशक साउँद कहलै, ‘कौन प्रारुपमे कलेज सञ्चालन कैना कना टुंगो नाइ लागटसम तत्कालके लाग वैकल्पिक व्यवस्था कैके हुइलेसे फेन कलेज सञ्चालन करे सेकजाइ ।’ संरचना निर्माणके काम पूरा हुइलपाछे आगामी आर्थिक बरससे अस्पताल सञ्चालन सँगसँगे पठनपाठन शुरु करे सेकजैना डेखल बा ।
एकीकृत स्वास्थ्य शिक्षा प्रतिष्ठानअन्तर्गत कलेज सञ्चालन हुइना सम्भावना रहल बटाइल बा । कलेज निर्माणके लाग सरकारसे छुट्याइल ५१ दशमलब आठ हेक्टर जग्गामे रहल रुख्वा कटानीके लाग हुइल ढिलाइलगायतके कारणसे शुरुके अवस्थामे कलेज निर्माण सम्बन्धी पूर्वाधारके निर्माणके काम आघे बह्र्रैना ढिलाइ हुइल रहे ।
कलेजके भोगाधिकारमे रहल जग्गामध्ये झण्डे छ बिघा जग्गामे मुक्तकमैया परिवारके बसोबास रहल बा । उहाँहुक्रनहे अन्यत्र पुर्नस्थापना कराइक लाग पहल सुरु करल बा । मुक्तकमैया बैठल उक्त जग्गामे मेडिकल कलेजअन्तर्गतके ट्रमा सेन्टरलगायतके संरचना निर्माण कैना योजना रहल बटाइल बा ।
