सुुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्य अधिकारसम्बन्धी कार्याशाला गोष्ठी

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २२ पुस । सुुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार ऐन (२०७५) ओ प्रदेश जनस्वास्थ्य सेवा ऐन (२०७६) के कार्यान्वयन सम्बन्धमे आझ धनगढीमे कार्याशाला गोष्ठी हुइल बा ।
‘सदनसे लेके जनतासम नेपालमे वकालत संजालमार्फत सीमान्तकृत महिलाहुकनके प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार प्रवद्र्धन’ परियोजना अन्तर्गत सुरक्षित मातृत्व संजाल महासंघ नेपाल ओ सामाजिक विकास मन्त्रालय सुदूरपश्चिम प्रदेशके आयोजनामे हुइल कार्यक्रममे महिला प्रजनन स्वास्थ्य, सुरक्षित मातृत्व, नवजात शिशुके स्वास्थ्य सम्बन्धमे छलफल हुइल रहे ।

कार्यक्रमके उद्घाटन करटी सामाजिक विकासमन्त्री कृष्णराज सुवेदी सुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्य ओ नवजात शिशुके स्वास्थ्यमे प्रदेश सरकार सचेत ओ गम्भीर रहल बटैलैं । महिला प्रजनन सुधार ओ नवजात शिशुके स्वास्थ्यमे सुधारके लाग अलग्गे प्रसूति अस्पतालके लाग प्रदेश सरकार पहल करटी रहल फेन उहाँ बटैलैं ।
कार्यक्रममे सामाजिक विकासमन्त्री सुवेदी ‘एक विद्यालय, एक नर्स’ लगायत टमान कार्यक्रममार्फत मातृ तथा शिशु स्वास्थ्यमे काम करटी रहल जानकारी करैलैं । ‘सुुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्य अधिकारके ऐन ओ नियमावली प्रभावकारी रुपमे कार्यान्वयन करेक
लाग प्रदेश सरकार प्रतिवद्धता बा,’ उहाँ कहलैं, ‘यकर प्रभाकारी कार्यान्वयनके लाग सचेतनाके साथ–साथे सरोकारवालाहुकनसँग सहकार्य ओ सहयोगके आवश्यक बा ।’

ओस्टके, कार्यक्रममे वरिष्ठ अधिवक्ता प्रयागदत्त भट्ट सुुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार ऐन विषयमे कार्यपत्र प्रस्तुत करले रहिट । उहाँ यी ऐनमे रहल सुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्यके अधिकार सम्बन्धमे व्यवस्थाबारेमे जानकारी डेलैं । यी ऐनके प्रस्तावनामे नेपालके संविधानसे प्रदत्त महिलाके सुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्य सेवाहे सुरक्षित, गुणस्तरीय, सर्वसुलभ तथा पहुँच योग्य बनैना सम्बन्धमे आवश्यक व्यवस्था करना वाञ्छनीय हुइल ओरसे संघीय संसद यी ऐन बनाइल उल्लेख बा ।
ओस्टक कार्यक्रममे सामाजिक विकास मन्त्रालयके प्रवक्ता एवं स्वास्थ्य शाखा प्रमुख नरेन्द्रसिंह कार्की प्रदेश जनस्वास्थ्य सेवा ऐनके विषयमे ओ सुरक्षित मातृत्व संजाल महासंघके केन्द्रीय कोषाध्यक्ष संजालके विषयमे जानकारी करैले रहिट ।
कार्यक्रममे सामाजिक विकास समितिके अध्यक्ष कुन्ती जोशी जनस्वास्थ्य सेवा ऐनके कार्यान्वयन बल्गर कराइक लाग प्रदेश सरकार प्रतिवद्ध रहल बटैली । ओस्टके, अर्थ विकास समितिके अध्यक्ष हर्कबहादुर कुँवर जनस्वास्थ्य जैसिन विषय दूरदराजके महिला दिदीबाबुनठन अइसिन कार्यक्रम लैजाइ पर्ना बटैलैं । कार्यक्रममे धनगढी उपमहानगरपालिकाके उपप्रमुख सुशीला मिश्र भट्ट संघीय, प्रदेश या स्थानीय तहसे नानल अइसिन जनस्वास्थ्यके चेतना, जानकारीमूलक रणनीतिमे फेन ध्यान डेहे परना बटैली ।

कार्यक्रममे सेती प्रादेशिक अस्पतालके बालरोग विशेषज्ञ डा. प्रदीप मिश्र सुुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्यके प्रभाकारी कार्यान्वयनके लाग सामाजिक रूपान्तरण आवश्यक रहल बटैलैं । उहाँ गर्भपतनसे महिला स्वास्थ्यमे असर परना हुइल ओरसे विषम परिस्थितिहे गर्भपतन नैकरैना सल्लाह डेलैं ।
ओस्टके, डा. खगेन्द्र भट्ट सुदूरपश्चिम प्रदेशमे मातृ ओ शिशुके लाग भारी अस्पतालके आवश्यकता रहल बटैलै । उहाँ भ्रुण हत्याके अनुगमन, नियम कडा करेपरल नैटे अन्यथा बिकराल अवस्था सिर्जना हुइसेक्ना बाट बटैलैं ।

कार्यक्रममे राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोगके सुदूरपश्चिम प्रमुख मोहनराज जोशी, अनौपचारिक सेवा केन्द्र (इन्सेक) के संयोजक खडकराज जोशी, धनगढी उपमहानगरपालिकाके न्यायिक समिति सदस्य रत्ना विष्ट, चक्र विकलगायत मन्तव्य व्यक्त करले रहिट ।
कार्यक्रम सुरक्षित मातृत्व संजाल महासंघ नेपालके सुदूरपश्चिम अध्यक्ष विनय लामाके अध्यक्षतामे हुइल रहे कलेसे कार्यक्रम सञ्चालन डण्डीराज सुवेदी करले रहिट ।
