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बस्ती बचैना स्थानीय उठैलै चरुवा

पहुरा | १६ माघ २०७७, शुक्रबार
बस्ती बचैना स्थानीय उठैलै चरुवा

नरेन्द्र चौधरी
हसुलिया, १६ माघ ।
कैलाली जिल्लाके कैलारी गाउँपालिका–३, मोहनपुरके स्थानीय गाउँहे बाढसे लडिया कटनी ओ पटानीहे रोकेक लाग घुराहाके लडियाके छेउमे चरुवा उठैले बटै ।

२०३५ सालसे बासोबास करटी आईल मोहनपुर गाउँ बाढ पीडित क्षेत्र हो । उ क्षेत्रमे घुराहा लडियाके वाढसे उहाँके बासिन्दाहुक्रे हरेक वरष जेठ महिनासे कुवाँर/कत्तिक महिनासम लडियामे अइना बाढसे परशानी व्यहोरटी आइल बटै ।

लडियम अइना बाढसे गाउँ ओ खेतबारीके अन्नबलीहे बचाईक लाग चरुवा निर्माण स्थानीय बाँधुराम चौधरी बटैलै । लडियक बाढसंगे पुहके आइल बालु खेती योग्य जमिनमे बलरेट बनैटी गैल कहटी चरुवा निर्माण करल उहाँ बटैलै ।

घुराहा लडियक् किनारे बनाइल चरुवा ।

चरुवा निर्माण करेक लाग कैलारी गाउँपालिकाके कार्यालयके आर्थिक सहयोगमे ओ गाउँके उपभोक्तनके सहयोगसे गैल महिनामे चरुवा निर्माणके काम हुइल बा ।

मोहनपुर ड्याम निर्माण योजना उपभोक्त समितिहे सीमा विकास कार्यक्रम अन्तर्गत कैलारी गाउँपालिकासे पाँच लाखके आर्थिक सहयोगमे ओ तीन दिन मोहनपुरके गाउँके ८८ घरधुरी रहल गाउँके उपभोक्त प्रत्येक घरसे एक/एक जाने चरुवा (ड्याम) निर्माण कारके श्रमदान करल रहिट । चरुवा के लम्बई एक हजार दुई सय ६० मिटरसे धेर रहल बा ओ उचाई पाँच से सात फिट रहल समितिके अध्यक्ष बिरमल चौधरी जानकारी डेलै ।

वाढके तेज पानीसे चरुवा बचाईक लाग चरुवाके अँजारपँजार गन्ना लगैना ओ चरुवा उप्पर घाँस लगैना गाउँके बुद्धिजिवी उपभोक्त सुनिल चौधरी बटैले । गैल बरसके बर्खाक बाढ सात घर दुबान परल, मुरगी चिङना पुहल, घर टुरल उहाँ बटैलै । चौधरी कहलै, सबसे ढेर क्षति २०६४ सालमे आइल बाढ नोक्सान करले रहे, जेम्ने गोरु भैस पुहाके लैजैनाके साथे खैना अन्नाबाली ओ लट्टा कपराफे पुहा लैगिल रहे ।

‘घुरहा लडिया गाउँ टकाइलपाछे स्थानीयहुक्रे गाउँ छोरके भारतीय बनुवामे भागे परठ,’ उहाँ कहलै, गाउँमे उच्च घर नइहुके भारतीय बनुवाके शरण लेहे परठ ।’ बर्खाके बेला विद्यार्थीहुक्रे शिक्षासे बन्चित हुई पर्ना अवस्था रहल उहाँ कहलै । गाउँमे प्राथमिक विद्यालय बा, उहीसे उप्परके कक्षा लेहे जाई हसुलिया, के गाउँ जाई परठ, घुरहा लडियामे पुल नइहो बर्खामे विद्यार्थी शिक्षासे बन्चित हुई परल बा, चौधरी कहलै ।

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