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‘ रेशम चौधरी निर्दोष हुइटः लेखराज ’

चुनावके लाग फेंकल जालः थारु अगुवा

पहुरा | २७ माघ २०७७, मंगलवार
चुनावके लाग फेंकल जालः थारु अगुवा

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २७ माघ ।
संघीय सरकारके उद्योग वाणिज्य आपूर्ति मन्त्री लेखराज भट्ट सांसद रेशम चौधरीहे निर्दोष रहल बटैले बाटै ।

नेकपा ओली समूह निकट प्रेस संगठन नेपालके सुदूरपश्चिम प्रदेश स्तरीय भेलाहे सोम्मारके सम्बोधन कैटी मन्त्री भट्ट टीकापुर घटनाके प्रमुख योजना कहगैल तथा अदालतसे जन्मकैद सजाय पाके जेल जीवन बिटैटी रहल सांसद चौधरीहे निर्दोष रहल दाबी करले बाटै ।

थरुहट/थारुवान आन्दोलन ओ टीकापुर घटनाबारे सुने ओ बोल्ही नै चाहना मन्त्री भट्ट ओइसीन अभिव्यक्ति डेहलपाछे थारु समुदायमे तरंग पैैदा हुइल बा । उहाँके अभिव्यक्तिहे लेके अब्बे सामाजिक सञ्जालनमे टमान मेरिक टिका टिप्पणी हुइटी रहल बा । खास कैके मन्त्री भट्टके अभिव्यक्तिहे थारु अगुवाहुक्रे निर्वाचन अइटी रहल ओरसे थारु समुदायमे फेँकल जाल समेत रहल टिप्पणी करले बाटै ।

जितेन्द्र चौधरी सामाजिक सञ्जालमे लिख्ले बाटै– ‘जनताहुक्रे टे पूर्णरूपमे रेशम चौधरी निर्दाेष हुइट कहिके मत डेके छर्लङ पारसेक्ले बाटै ओ सांसद फेन बनासेक्लै मने नेटनके खिचातानी ओ कुर्सीके कारणसे हो काहे कि सांसद चौधरी जेलसे बाहर निक्रले टुहरीनके पत्ता साफ हुइना डर बा ।’
ओस्टके जमुना न्यूरे लिख्ले बाटी– ‘सत्तामे बैठके रेशमहे आजिवन जेल सजाय सुनाके ठुन्ले रना बाहर भाषणमे रेसम दोषी नैहुइट कहिके दोहोरो चरित्र डेखैना ? कि चुनाव अइटी रहल बा थारुनके साहानुभुति पाइक लाग टे नै हो बोलल् ?’

थरुहट मोर्चाके केन्द्रिय प्रवक्ता मीनराज चौधरी मन्त्री भट्टके अभिव्यक्तिहे निर्वाचनके अस्त्र रहल औँल्याइले बाटै । उहाँ सामाजिक सञ्जालमे कमेन्ट कैटी लिख्ले बाटै–‘माननीय मन्त्रीजीके निर्वाचन केन्द्रित अस्त्र हो, कोइ नै झुक्याइबी ।’

ओस्टके राजा राम फेन लिख्ले बाटै– ‘थारु समुदायमे उदाङ्ग हुइटी रहल पीडा चुनावी अस्त्रके प्रयोग ।’

मन्त्री भट्ट भेलाहे सम्बोधनके क्रममे कहले रहिट– ‘टीकापुुर हत्याकाण्डबारे यथार्थ चीज बाहर आइल नैहो । किहीसे हो ? रेशम चौधरीहे जाँकल बा, ओम्ने । रेशम चौधरी योजनाकार हुइट कि, नैहुइट महिन शंका बा । औरे जे हुइट जस्टे लागठ् महिन । इ चीज अध्ययन कैके रिपोर्ट हमार सरकारसे सार्वजनिक कैना जरुरी बा । निर्दोषहे बाहर निकर्ना ओ दोषिहे भिट्र जक्नामे पाछे नै परेपरल कना मै सोच्ले बाटुँ । कुछ दिन पहिले प्रधानमन्त्री फेन कुछ कहले रहिट ।’

मने कुछ दिन पहिले प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओली टीकापुर घटनाके विषयमे कुछ फेन नैकरे सेक्ना बटैले रहिट । नेकपा ओली समूहसे पुस २४ गते धनगढीमे आयोजना करल जनसभाहे सम्बोधन कैट प्रधानमन्त्री ओली कहले रहिट– ‘यहाँ जात–जातके बीचमे मारामारके अवस्था लन्लै । टीकापुर काण्डके टमान ढंगसे रचना करगैल । नक्कली मनै लन्लै, उचल्लै, जनताके बीचमे कोइ थारुनके नारा लगैलै, कोइ पहाडियाके । जनता–जनतामे विभाजन लाने खोज्लै । अब्बे फेन कतिपय थारु नेता जेलमे बाटै । कुहीहे वारेन्ट बा । इ सक्कु हम्रे हेरटी रहल बाटी । पहिले नै अदालती प्रक्रियामे जासेकल, पहिले नै असहज होसेकल ओरसे किनारा नै लगाइटसम कुछ करे नैसेकजाइ, कानुनी हिसाबसे ।’

मने उहे मञ्चसे कैलाली निर्वाचन क्षेत्र नं. ५ से निर्वाचित प्रतिनिधि सभा सदस्य नारदमुनि राना प्रधानमन्त्री ओलीके अभिव्यक्तिहे काउन्टर डेके विरोध करल रहिट ।

उहाँ कहले रहिट– ‘मै सक्कु कैलाली वासीके ओरसे प्रधानमन्त्री जीहे अनुरोध कैना चाहटुँ, टीकापुर घटना राजनीतिक घटना हो । इहीहे कौनो जाति विशेषके आन्दोलनके रुपमे नैहोके समग्र नेपाली जनता तथा कैलालीवासीके अधिकारके लाग हुइल आन्दोलनके रुपमे लेहे परल । लाल आयोगके प्रतिवेदनमे टेकके अन्यायमे परल टीकापुरवासीहे न्याय डेहे परल ।’

२०७२ भदौ ७ गते थरुहट आन्दोलनकारी ओ प्रहरीबीच दोहोरो झडप हुँदा १ नाबालकसहित ८ प्रहरीके ज्यान जैना मेरके टीकापुर घटना घटल रहे । ओकर डोसर सकारे भदौ ८ गते कफर्यूके बीच टीकापुरस्थित थारु समुदायके ८० से ढिउर घर, पसल, एफएम लगायतमे आगजनी हुइल रहे ।

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