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झाँक्री प्रकरण ओ अभिव्यक्ति स्वतन्त्रता

पहुरा | २ फाल्गुन २०७७, आईतवार
झाँक्री प्रकरण ओ अभिव्यक्ति स्वतन्त्रता

नेकपा प्रचण्ड–नेपाल पक्षके नेत्री रामकुमारी झाँक्रीहे बिफेक डुपहुर पक्राउ करल गृह प्रशासन ब्यापक दबाबपाछे ओहे सन्झा छोरल । सरकार झाँक्रीहे रिहा नइ करलेसे देशव्यापी आन्दोलन कैना चेतावनी नेकपा प्रचण्ड–नेपाल पक्ष डेले रहे । झाँक्रीहे सन्झाके उहाँक गोसिया पशुपति पुरीके जिम्मा जमानीमे रिहा कैगइल रहे । सम्माननीय राष्ट्रपतिविरुद्ध अशोभनीय अभिव्यक्ति डेहल अभियोगमे प्रहरी उहाँहे पकरले रहे ।

झाँक्री संविधानसे अभिव्यक्ति स्वन्त्रता डेहल ओरसे अपने राष्ट्रपतिके आलोचना करटी भाषण करल बटैले रहि । छुटल पाछे उ अपने कौनो व्यक्तिके नाहि, पदके आलोचना करल कहटि राष्ट्रपति संस्थाप्रति अपन सम्मान रहल बटैलि ।

नेतृ झाँक्री पक्राउ प्रकरणले अभिव्यक्ति स्वतन्त्रता खतरामे परल नागरिक समाज महसुस कर्ले बा । नेकपा प्रचण्ड–नेपाल पक्ष ओ सरकारी नेकपा ओली पक्षके नेतनके भासन सुन्लेसे अब्बे सबकोइ पकरवा पर्ना अवस्था डेखाइठ । भर्खर दरवारमार्गमे गृहमन्त्री रामबहादुर थापा बादल आमसभामे प्रचण्डहे पकरके चिडियाखानामे लैजाइ ना परे कना धम्किपुर्न अभिव्यक्ति डेले रहिट । चिडियाखानामे जिवजानवार ढै जाइठ । यकर अर्ठ प्रचण्डहे जानवरसे तुलना कैगैल । मने गृहमन्त्रीके अभिव्यक्तिमे के पक्राउ पुर्जी जारी करि ?

नेतृ झाँक्रीहे पक्रक् लग प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओलीक् निर्देशन रहे कना बाट आइल बा । पहिलक् प्रधानन्यायधिश कल्याण श्रेष्ठके कहाइ बा, इ देशक जनता संविधानमे लिखल किल पैना ठहरल । मने बाँकी नैलिखल प्रधानमन्त्री पैना ठहरल बिल्गठ । हम्रे कसिन संविधान बनैलक हो ? अर्थात् अवशिष्ट अधिकार प्रधानमन्त्रीहे रना कसिन संविधान लिख्लक हो ? वास्टवमे संविधानमे लिखगैलक अधिकार किल प्रधानमन्त्री बेल्से पैना हो, नै लिखगैल बाँकी सार्वभौम जनताके हो । संविधानमे जनता विरोध करे सेकठ, चिंठे सेकठ । संसद संविधान संशोधन वा थपघट करे सेकठ ओ प्रधानमन्त्रीहे फकाइ फेन सेकठ । नेपाली जनता डरैलेसे देशके लाग काम नै डिहि । देशके सम्पट कलक नैडराइल जनता हुइट । शासकहे चाहे जब सवाल कर्ना जनता जो देशके सम्पट हुइट ।

मने सरकार जनतनके सवालसे डराइटा । यकर टाटुल उडाहरन झाँक्री पकरवा प्रकरन हो । अभिव्यक्ति स्वतन्त्रता अब्बे खतरामे पर्ना अवस्ठा बा । ओहेसे यकर रक्षाके लग फेन जनता सवाल करक नै छोरक चाहि ।

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