बर्दियक् थारुन्के ‘जीवनगाथा’ प्रकाशित

पहुरा समाचारदाता
काठमाडौं, २ फागुन । जनयुद्ध दिवसके अवसरमे सनिच्चरके नेकपा अध्यक्ष पुष्पकमल दाहाल काठमाडौंमे ‘जीवनगाथा’ पोस्टाके घुर्घुट उघरलाँ ।
बारबर्दिया नगरपालिका प्रकासन करल ‘जीवनगाथा’ पोस्टामे जनयुद्धमे बर्दिया जिल्लामे सहिद, ज्यान गँवइलक, बेपत्ता पारगइल ओ घायल योद्धन्के जीवनगाथा संग्रहित बा । यम्ने ६ सय ८० योद्धन्के जीवनी समोट गैल बा । जेम्ने ३ सय २८ सहिद, २ सय ५० जने बेपत्ता पारगैल व्यक्ति ओ १ सय २ जने घायल अपाङ्गता हुइलक व्यक्तिन्के जीवनगाथा बा ।
कार्यक्रममे प्रचण्ड कहलाँ, ‘हजारो सहिद बलिदान डेके रकटले लिखल संविधान जो धरापमे पर्ना हो कि कना खतरा आइल बा ।’ समावेशी लोकतन्त्र, गणतन्त्र, संघीयता, धर्मनिरपेक्षता जसिन विसयके रक्षाके लग फेन ‘जीवनगाथा’ पोस्टा प्रेरणा डेना प्रचण्डके कहाइ रहे ।
कार्यक्रममे गोचाली परिवारके अध्यक्ष सुदिन चौधरी अपन गाउँ बर्दिया बेलभार सिर्सकके कविता सुनैले रहिट । उ कविताके भाव सम्झटि प्रचण्ड कहलाँ, ‘मै बेलभार लगायट बहुट थारु गाउँमे भूमिगत कालमे बैठल बटुँ । तात्कालीन विद्रोह उत्पीडित समुदायके विद्रोह रहे । टब्बे थारु समुदाय खेल्लक भूमिका प्रशंसनिय बा ।’ नेता ओ युद्धके परिकल्पनाकारके हैसियतले अपने उत्पीडित समुदायके विचार ओ उत्पीडनहे उजागर करक भूमिका किल खेल्लक, मने टब्बे थारु लगायत उत्पीडित समुदाय जो विद्रोह कर्लक विचार उहाँक रहे ।
पोस्टामे ६८० मेसे ९१ महिला ओ ५८९ जाने पुरुसके परिचय समोटल बा । ‘जीवनगाथा’ पोस्टाके प्रधानसम्पादक सुशील चौधरी कहलाँ,‘महिलन् उपर हुइल अन्याय सम्पादन करबेर मोर आँस नैठम्हल कलेसे भोगुइया पीडितहुकन कसिन लागल हुइहिन ।’ उहाँ जनयुद्धके पीडितमे ३४ प्रतिशत अत्यन्त निम्न ओ ३९ प्रतिशत निम्न मध्यम कैके ७३ प्रतिशतके आयस्तर न्यून रहलओर्से उत्पीडनमा परल समुह यम्न लागल जनैलाँ ।
राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोगके पहिलक सदस्य सुशील प्याकुरेल कहलाँ, ‘मै इन्सेकमे काम करेबेर बर्दियक कमैयनके अवस्था अध्ययन कर्ले रहि । जिम्डारनके अन्याय सुनके टब्बेहे लागल रहे कि यहाँ एक डिन जरुर थारुन्के बरा विद्रोह हुइ ।’
द्वन्द्वपीडित साझा चौतारीक पहिलक् अध्यक्ष भागीराम चौधरी सहिदनके इतिहास बँचाइक लग बारबर्दिया नगरपालिकासे सहकार्य कैके पोस्टा निकारगैल बटैला । कार्यक्रममे थारु आयोगके अध्यक्ष विष्णु चौधरी, राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोगके सचिव बेद भट्टराई, लेखक नरेन्द्रजंग पिटर लगायट पहुनन् पोस्टाके महत्वबारे बोल्ले रहिट । बारबर्दिया नगरपालिकाके मेयर दुर्गाबहादुर थारु कविर प्रकाशकीय मन्तव्य डेले रहिट कलेसे उपमेयर अन्जु दहित स्वागत मन्तव्य डेले रहि ।
बर्दिया जिल्लक ६ ठो नगरपालिका बाँसगढी, बारबर्दिया, गुलरिया, मधुवन, ठाकुरबाबा ओ राजापुर ओस्टक बढैयाताल ओ गेरुवा गाउँपालिकाके ७५ वडाके वडागत रुपमे जीवनगाथा श्रेणीबद्ध रुपमे शृंखला मिलाके पोस्टामे ढैगैल बा । ‘जीवनगाथा’ पोस्टा बर्दियक् सब समुदायके बारेम रलेसे फेन समग्रमे थारुन्के ‘जीवनगाथा’ हो ।
