मुक्त कमैया आधारभूत मानवाधिकारसे वञ्चित

समस्या समाधान कैना आयोग ओ स्थानीय प्रशासनसे प्रतिवद्धता
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ७ फागुन । कैलालीके गोदावरी नगरपालिका वडा नम्बर ५ गेटीमे बसोबास रहल मुक्त कमैयाहुक्रे अभिनसम विधिवत पुनस्र्थापना नैहुके आधारभूत मानवाधिकारसे वञ्चित बाटैं ।
खाद्य अधिकार संजाल कैलाली ओ परिवर्तनका लागि कार्यरत युवा समूह (याक) नेपालके संयुक्त आयोजनामे बिफेक रोज धनगढीमे हुइल ‘गेटीमे बसोबास करटीरहल मुक्त कमैया परिवारके जिविकोपार्जन तथा सुरक्षित पुनस्र्थापनाबारे सरोकारवालहुकनसँग छलफल/अन्तरक्रिया’ कार्यक्रममे गेटीके मुक्त कमैया रतरानीदेवी चौधरी यहाँ रहल मुक्त कमैयाहुक्रे गाँस, वास, कपास, विजुली, शिक्षा तथा खानेपानीसे वञ्चित रहल बटैली ।
‘विद्युत सुविधा नैहुके लर्का पह्रे नैपैठै, विजली बारे नैपैठी, सिँचाइके लाग मोटर जोरे नैपैठी, मोबाइल, अटो चार्ज करे नैपैठी,’ उहाँ कहली– ‘सरकारके काममे बेगारी (श्रमदान) करेबेर ओहे कमैया चाहन, मने मुक्त कमैयाहे व्यवस्थापन करेबेर सरकार भागल रना ।’

उहाँ मुक्त कमैयाहे पुनस्र्थापनाके नाउँमे अव्यवस्थित ठाउँमे पठाके दुःख डेहल कटी सरकारप्रति आक्रोस व्यक्त करली । उहाँ कहली, ‘सरकारमे रहल जनप्रतिनिधिहुकनके लाग लर्का बोँका बाँढबाँढ रातदिन डौरबो, अन्त्यमे कुछ ना कुछ पैबो ।’ अस्टेक, उहाँ अपनेहुक्रे केक्रो विरोधमे नैकि आपन जिविकोपार्जनके लाग बैठल बटैली । जग्गासे बञ्चित रहुइयनहे भूमि सम्बन्धी समस्या समाधान आयोगसे भूमिके व्यवस्था करटी रहल बेला अपनेहुक्रे स्थायी बसोबासके लाग पहल करडेहेक लाग सरोकारवालाहुकनसंग मुक्त कमैया रतरानी आग्रह फेन करली ।
उहे मुक्त कमैया बस्तीके भलमन्सा पतिराम चौधरी अपन चाहल व्यवसाय करे नैपाके फेन समस्यामे रहल बटैलैं । ‘हम्रे कैनो फेन कम करेक लाग झोँप्री, टहरालगायतके संरचना बनाइ नैपैठी,’ उहाँ प्रश्न करलैं, ‘अइसिनमे हमार गुजारा कैसिक चली ?’ अस्टेके औरे मुक्त कमैया महेन्द्र डंगौरा अपन घरमे विजुली नैरहल कारण ब्रोइलर मुरगी फर्म चलैना समस्या रहल बटैलैं । उहाँ कहलै, ‘मुरगी पालन व्यावसाय सुरुवाट करल मने औरेक घरसे विजुली जोरके काम चलैना बाध्य बटु ।’
भूमि सम्बन्धी समस्या समाधान आयोगके अध्यक्ष दीपकप्रसाद देवकोटा गोदावरी नगरपालिका वडा नम्बर ५ गेटीमे बसोबास रहल मुक्त कमैयालगायत भूमिसम्बन्धी सक्कु समस्याके समाधान हुइना बटैलैं । उहाँ स्थानीय सरकारसँग समन्वय करके कौनो फेन घरपरिवार बासबिहिन नैरहना मेरिक काम करना प्रतिवद्धता व्यक्त करलैं । उहाँ कहलैं, ‘यी आयोग ३ बरसमे आपन काम सम्पन्न करी, यदि ३ बरसमे फेन कोइ छुटी कलेसे २ बरस ठप करके घर–घर खोजके फेन भूमिहिनहे भूमिसहितके बनाइ ।’

गोदावरी नगरपालिकाके नगरप्रमुख हरिसिंह साउँद गेटीमे बसोबास करुइया मुक्त कमैयाहुकनसे व्यवस्थित पुनस्र्थापना करना प्रतिवद्धता व्यक्त करलैं । ‘मुक्त कमैया, हलिया, सुकुम्बासीके भूमि व्यस्थापनके लाग तथ्यांक संकल सुरु हुसेकल,’ उहाँ कहलैं– ‘कानूनी अल्झनसे यी समस्या समाधानमे चुनौती बा ।’ उहाँ गेटीमे रहल मुक्त कमैयाहुकनके लाग खानेपानी तथा विजुलीके व्यवस्थापनके पहल करना फेन बटैलैं ।
राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोगके गणेशराज जोशी सरकार कमैया मुक्त करैलेसे फेन कमैयाहुकनहे समस्यासे मुक्त कराइ नैसेकल बटैलैं । उहाँ मुक्त कमैयाहुकनके व्यवस्थापनके लाग रोजगारीके अवसर, सीप अभिबृद्धि, व्यवसायमे लगानीके लाग बिना धितो ऋणके व्यवस्था हुइपरनामे जोर डेलैं । कमैयाके समस्या समाधानके लाग संयुक्त प्रयास करेपरना उहाँक कहाइ रहे ।
धनगढी उपमहानगरपालिकाके नगरप्रमुख नृपबहादुर वड जग्गा सम्बन्धी समस्याके समाधानके लाग स्थानीय तह कामके सुरुवाट करसेकल बटैलैं । भूमि समस्याके लाग सक्कु तहसे समन्वय करके आघे बह्रलेसे समस्याके समाधान हुइना उहाँक कहाइ रहे ।

याक नेपालके कार्यकारी निर्देशक डबल बम भूमि समस्याके मिलानके लाग कुछ आवाज उठे कना उद्देश्यसे यी कार्यक्रम करल बटैलैं । गेटीमे बसोकास करुइया समुदाय भोग्टीरहल समस्या, समुदायके माग, आवाससहितके सुरक्षित पुनस्र्थापना यथाशिघ्र करेपरना लगायतके समस्या उजागर करेक लाग यी कार्यक्रममे आयोजना करल कार्यकारी निर्देशक बम बटैलैं ।
कैलालीके टमान ठाउँसे विक्रम् संवत २०५८ सालसे गोदावरी नगरपालिका वडा नम्बर ५ गेटीमे ३७ घर परिवार मुक्त कमैया बैठ्टी आइल बाटैं, कलेसे १४ घरपरिवार रातो कार्ड प्राप्त करले बाटैं । नेपालमे दास प्रथाके अवशेषके रुपमे रहल कमैया प्रथाहे नेपाल सरकार विक्रम् संवत् २०५७ साल सावन २ गते विधिवत रुपमे अन्त्यके घोषणा करले रहे ।
खाद्य अधिकार संजाल कैलालीके अध्यक्ष धनपति ढुंगेलके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रमके सञ्चालन देवीप्रसाद खनाल करले रहिट ।
