प्रधानमन्त्रीके कदमसे प्रजातन्त्र खतरामेः मुख्यमन्त्री भट्ट

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ७ फागुन । सुदूरपश्चिम प्रदेशके मुख्यमन्त्री त्रिलोचन भट्ट प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओलीके कदमसे प्रजातन्त्र खतरामे परल बटैले बाटै ।
शुकके धनगढीमे ७१ औँ प्रजातन्त्र दिवसके अवसरमे आयोजित सभाहे सम्बोधन कैटी मुख्यमन्त्री भट्ट ओइसीन बटाइल हुइट । प्रधानमन्त्री ओलीके कदम विरुद्ध मुख्यमन्त्री भट्ट सक्कु जहनहे विरोध करे पर्ना फेन बटैलै ।
हजारौंके बलिदानीसे आइल लोकतन्त्र उपर प्रधानमन्त्री संविधान कुचलके धावा बोलल् समेत बटैलै । कलेसे मुख्य मन्त्री मुख्यमन्त्री भट्ट प्रधानमन्त्रीसे विघटित प्रनितिधि सभाके पुनस्र्थापनाके लाग सबकोइ आन्दोलित हुइना जरुरी रहल औंल्याइलै । ओकर साथे प्रनितिधि सभाके पुनस्र्थापना कैके प्रजातन्त्र ओ लोकतन्त्र लानल शहिदहुक्रनहे उहाँ सम्मान करे पर्ना फेन बटैलै ।
ओहे कार्यक्रममे मुख्यमन्त्री भट्ट प्रदेश सरकारसे तीन बरसमे ढिउर कामके थालनी करल रलेसे फेन ओकर परिणाम अइना समय लग्ना बटैलै । उहाँ देशमे ढिलासुस्ती कैना प्रवृत्ति पहिलेसे नै रहल ओरसे प्रदेश सरकारसे उहीहे चिरके आघे बह्रना कठिन रहल बटैलै ।
प्रजातन्त्र दिवसके अवसर पारके प्रदेशके अस्थायी राजधानी धनगढीमे मुख्यमन्त्री तथा मन्त्रपरिषद्को कार्यालयसे आन्तरिक मामिला तथा कानून मन्त्रालयसम प्रभात फेरी निकारल रहे । दिवसके अवसरमे आन्तरिक मामिला तथा कानून मन्त्रालयके परिसरमे विशेष समारोहके समेत आयोजना करल रहे । समारोहमे प्रदेश प्रमुख शर्मिला कुमारी पन्तहे नेपाली सेना सलामी अपर्ण करल रहिट ।
समारोहमे प्रदेशके लोकप्रिय बाजागाजा सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम फेन प्रस्तुत करल रहे ।
ओहे बिच प्रदेश सरकारसे प्रजातन्त्रके दिवसके अवसर पारके आपन तीन वर्षे प्रगति विवरण सार्वजनिक करले बा ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकार गठनके तीन वर्ष, प्रमुख उपलब्धी नाम डेहल उ पुस्तकमे प्रदेश सरकारके सातु मन्त्रालयसे तीन बरसमे करल कामके विवरण समावेश करल बा । साथे प्रदेश सरकारसे तीन बरसमे लानल बजेट ओ ओकर कार्यान्वयनके स्थिति फेन उल्लेख करल बा ।
