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‘ १११ औं अन्तर्राष्ट्रिय श्रमिक महिला दिवस ’

प्रदेशमे एक्के सृष्टि समदृष्टि कार्यक्रम लागुः मन्त्री सुवेदी

पहुरा | २४ फाल्गुन २०७७, सोमबार
प्रदेशमे एक्के सृष्टि समदृष्टि कार्यक्रम लागुः मन्त्री सुवेदी

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २४ फागुन ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशके सामाजिक विकास मन्त्री कृष्णराज सुवेदी प्रदेशमे एक्के सृष्टि सम दृष्टि कार्यक्रम लागु करके आघे बह्रल बटैले बटै । १११ औं अन्तर्राष्ट्रिय श्रमिक महिला दिवसके अवसरमे डिसिएके सहयोगमे दलित महिला अधिकार मञ्चसे अँटवारके रोज धनगढीमे आयोजना करल ‘महिलाके न्यायमे पहुँच सम्बन्धी प्रदेश स्तरीय’ अन्तरक्रिया कार्यक्रममे उहाँ उ बाट बत्वाइल रहिट । उहाँ कहलै– ‘सामाजिक विकास मन्त्रालय महिलाके क्षेत्रमे सुदूरपश्चिमके ८८ ठो जिल्लामे रकम पठाके एक्के सृष्टि, समदृष्टि, छावाछाई अक्के हुइट कना कार्यक्रम नन्ले बा ।’ मन्त्रालयसे ‘मै छोट बटु बाह्रे डेउ, बालभोज नाही पह्रे डेउ’ कना कार्यक्रमफे नानल मन्त्री सुवेदी जनैलै ।

‘सुदूरपश्चिम प्रदेशमे बर्षेणी ६३ हजार बालबालिका जल्मठै,’ उहाँ कहलै, ‘ओइन मन्से ३२ हजार छाई जलमठै, हम्रे बालिका विमा कार्यक्रमफे संचालन करले बटी, महिलाके हकअधिकार, सशक्तीकरण, सचेतनाके बाट नानगिल बा, महिलाहुकन दुसरा दर्ताके नागरिक हुइट कना हेर्ना दुष्टि बा, उहीहे सुधार कैना प्रदेश सरकार अपन बजेटमे समेटले बा ।’ उहाँ ग्रामीणस्तरके महिलाहे ओइनके अधिकारबारे सिखाई नइसेकल बटैलै ।

प्रदेशमे १ हजार ६३, टमान मेरिक हिंसा पीडिट, बन्दाबन्दीके बेला ४ सय ६३ ठो महिला घरभिटरसे हिंसामे परल बाट आइल, मने पुरुष कटरा पीडिट हुइलै नइआइल मन्त्री कहलै, महिला केल नाही पुरुषफे पीडित बटै ओइनहेफे लेके जैना आवश्यक रहल उहाँ बटैलै ।

सामाजिक विकास समितिके सभापति कुन्ती जोशी पिछरल वर्ग, महिलाहुकन आत्मनिर्भरताके बनाई सेक्लेसे न्यायमे पहुँच पुग्ना बटैली । हिंसाके घटनामे बृद्धि हुइटी गैलओरसे आबसे दण्डनिय कानून बनाइक लाग छलफल आघे सारे पर्नामे उहाँ जोड डेहल रहिट । उहाँ कहली, मृत्यूदण्डके कानून बनैलेसे हिंसाके घटना न्यूनिकरण करसेजाई मने नेपालके संविधानमे मृत्यूदण्ड डेना कानून नइबनल हो ।

प्रदेशसभा सदस्य टेकबहादुर रैका जातिय ओ वर्गिय रुपमे हिंसाके घटना बह्रल बटैलै । उहाँ कहलै, महिला हिंसाके पीडा पुरुषहे पत्ता हुइलेसे हिंसा कम हुइट, कलेसे दलितके पीडा गैरदलितहे पत्ता हुइलेसे भेदभावके घटनामे न्यूनिकरण हुइ । प्रदेशसभा सदस्य दुर्गा विक कानूनसे कोईफे बरवार नइरहल बटैली । उहाँ कहली, नीति, कानून ढेर बनल मने कार्यान्वयनके आभाव बा ।

सुदूरपश्चिम प्रदेशके मुख्य न्यायधिवक्त कुलानन्द उपाध्याय नेपाल कानून बनैना आघे रहल मने कार्यान्वयनमे कम्जोर रहल बटैलै । राज्यहे जवाफदेहिता बनाइक लाग नागरिक समाजहे वाचडगके रुपमे काम करे पर्ना उहाँ बटैलै । उहाँ कहलै, हिंसाके प्राकृति फरक–फरक रुपमे हुइटी रहल कहटी गैरकानूनी रुपमे गभपर्तनके घटना बह्रल बा, जौन कानूनके मिसयूज हुइटी रहल बा । पत्रकार लोक्सरी कुवँर महिला हिंसा तथा बलात्कारके घटना होस्टाइल हुइटी रहल बटैली । उहाँ ६३ प्रतिशत महिला पुरुषसे पीडित हुइल जनैली ।

सेती प्रादेशिक अस्पतालके यशोदा ढकाल दैनिक ९÷१० जाने गर्भपतन करैटी रहल बटैली । उहाँ कहली,–‘भु्रण हत्याफे हिंसा हो, ढेर जैसिन १७÷१८ बरसके लउण्डी गर्भपतन करैटी रहल बाटै, ओइने मन्से कोई–कोई छाई–छाई बटै कहिके कम अइठै ।’ ओस्टेक बलात्कारके घटना हुइल एक हप्ता, एक महिनापाछे केल चेकजाँच करुवाई आइल कारण पीडित न्याय नइपैना अवस्था रहल उहाँ कहली ।

समता खबरके मिलन परियार न्यायमे विभेद हुइल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘सम्झना विक ओ भागरथी भट्टके बलात्कारपाछे हत्याके घटना संगसंगे हुइलेसेफे भागरथीके लाग ढेर आवाज उठागिल मने सम्झनाके लाग ओत्र ढेर आवाज नइउठाइल पागिल ।’ ओस्टेक निर्मला पन्त–माया विकके बलात्कारपाछे हत्या हुइल मने क्षतिपूर्तिमे भेदभाव करल उहाँ बटैलै ।

कार्यक्रममे वार इकाईमे सचिव प्रेम शाही, महिला पैरवी मञ्चके सपना भण्डारी, अभिवक्ता गणेश कडायत, अधिवक्ता रेणु प्रधान श्रेष्ठ, ओरेक नेपालके विनु राना जोशी, लक्ष्मी विक, सुरक्षित मातृत्व संजालके राजेन्द्र रैका, गैर सरकारी संस्था महासंघके लोकमान धामी लगायत महिलाके सुरक्षा, सम्मान ओ रोजगारबारे अपन बाट राखल रहिट ।

कार्यक्रममे सरकारी वकिल कार्यालयके सहायक न्यायधिवक्ता सुर परियार नेपालके संविधानमे उल्लेख हुइल महिला हक अधिकारके बाट ओ अब्बेक अवस्थाबारे कार्यपत्र प्रस्तुत करले रहिट । ओस्टक नागरिक अगुवा डा. हेमराज पन्त कोभिड–१९ महामारीके सन्दर्भमे लैङिक हिंसा ओ कैलाली जिल्लाके एक विश्लेषणात्मक अध्ययनबारे जानकारी डेहल रहिट ।

दलित महिला अधिकार मञ्च कैलालीके अध्यक्ष सावित्रा घिमिरेके अध्यक्षामे हुइल कार्यक्रममे उहाँ कानून बन्ना मने प्रभावकारी कार्यान्वयनके आभाव विल्गाइल बटैली । उहाँ कहली, कानून कार्यान्वयन नइहुइल कारण महिला हिंसाके घटनामे बृद्धि हुइटी गैल बा । कार्यक्रममे संचालन अभिलाशा भण्डारी करले रहिट ।

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