थारुनके थर सम्बन्धी पहिल मस्यौदा सार्वजनिक

कैलालीमे ३५७ ओ कञ्चनपुरमे २२९ थर
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २८ फागुन । थारु आयोगसे थारु जातिके थर सूचीकरण सम्बन्धी पहिल मस्यौदा सार्वजनिक करले बा ।
शुकके काठमाडौंमे आयोजित एक कार्यक्रमके बीच आयोगसे थारुहुक्रनके थरबारे बृहत छलफल कैटी सूचीकरण सम्बन्धी प्रारम्भिक ड्राफ्ट सार्वजनिक करल हो । डा. कृष्णराज सर्वहारीके नेतृत्वमे संकलन करल थारुहुक्रनके थर सार्वजनिक करल रहे ।
७ प्रदेशमे खटल अनुसन्धानकर्ताहुक्रे थारुनके थर, उपथर ओ थर बन्नाके मिथक प्रस्तुत करल रहिट । आयोगसे छलफलके लाग प्रस्ताव करल कार्यपत्रअनुसार कैलालीमे ३५७, कञ्चनपुरमे २२९, सुर्खेतमे ५३, बर्दियामे ३७९, बाँकेमे १३६, दाङमे १४३, कपिलवस्तुमे १६, रुपन्देहीमे १७ ओ नवलपरासी पश्चिममे २१ ठो थर समावेश करल बा ।
नवलपरासी पूरुवमे २२, चितवनमे २३, मकवानपुरमे ६, पर्सामे २१, बारामे २३, रौतहटमे १५, सर्लाहीमे ९, महोत्तरीमे १२, धनुषामे ३, सिरहामे ६६, सप्तरीमे १४५, उदयपुरमे ४४, सुनसरीमे ७७, मोरङमे ५१ ओ झापामे ५५ थर खोज करल डा. सर्वहारीसे प्रस्तुत करल कार्यपत्रमे उल्लेख रहल बा ।
इ थरमे कतिपय दोहोरल ओ कतिपय समावेश नै रहल फेन हुइ सेक्ना सर्वहारी बटैलै । ‘हाल इहे उल्लेखित संख्यामे सूचीकरण डेखल हो । यम्ने कतिपय थर दोहरल हुइ सेकठ् वा कतिपय छुटल फेन हुइ सेकठ् । थारु आयोगसे सूचीकरणके सुरुवात करले बा । अगामी दिनमे छुटफुट थर पक्के समावेश हुइटी जैना बावै,’ कार्य पत्र प्रस्तुत कैटी उहाँ कहलै ।
त्रिभुवन विश्वविद्यालयके मानवशास्त्र विभागके प्रोफेसर डा. दामोदर चेम्जोङके नेतृत्वमे तयार पारल हो । जेकर लिड अनुसन्धानकर्ता डा. सर्वहारी रहल बाटै । ओस्टके रामसागर चौधरी, राकेश चौधरी, सीएन थारु, हरिमाया थनेत, एकराज चौधरी, छबिलाल कोपिला ओ सुस्मा राई अनुसन्धानकर्ताके रुपमे रहल बाटै ।
