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एक सय मेगावाट विद्युत् उत्पादन हुइटी

पहुरा | २९ फाल्गुन २०७७, शनिबार
एक सय मेगावाट विद्युत् उत्पादन हुइटी

दार्चुला, २९ फागुन । निजी क्षेत्रसे विद्युत् निर्माणके क्रम तीव्ररुपमे हुइटी रहल बा । जलविद्युतके बहुट सम्भावना बोकल यहाँ विद्युत् निर्माणके कार्य तीव्र हुइटी रहल हो । अइना दुई वर्षभिटर जिल्लासे १०० मेगावाट विद्युत् उत्पादन हुइना करके तयारी तीव्र पारल बा ।

जिल्लामे आधा दर्जन आयोजना निर्माणाधीन अवस्थामे बाटै कलेसे कतिपय आयोजना निमार्ण सम्पन्न हुके विद्युत् उत्पादनसमेत हुइटी रहल बा । कुछ आयोजनाके काम शुरु कैना तयारी करले बा । बाह्रु महिना अटुट रुपमे बहटी रहल चमेलिया लडिया ओ चमेलियाके सहायक लडिया, मकरिगाड, नौगाड, क्षतिगाडलगायतके खोलासे अब्बे विद्युत् उत्पादनके थालनी हुइटी रहल बा ।

शैल्यशिखर नगरपालिका–१ बलाँचमे ३० मेगावाट क्षमताके चमेलिया जलविद्युत् आयोजनासे चार वर्षआघेसे विद्युत् उत्पादन शुरु करसेकल बा । चमेलिया जलविद्युत् आयोजना नेपाल विद्युत् प्राधिकरण, सिजीजिसी चाइना गेजुवा कम्पनी ओ कोरियो हाइड्रो एण्ड न्युक्लियर पावर कम्पनी केएचएनपीसे निर्माण करल हो ।

सन् २००७ से निर्माण शुरु करल यी आयोजनाके शुरुमे रु आठ अर्बके लागत अनुमान करल हुइलेसेफे झण्डै रु १५ अर्ब ६० करोडमे आयोजना निर्माण हुइल हो । यी विद्युतसे अब्बे सुदूरपश्चिम ओजरार बनल बा । नौगाड गाउँपालिकामे आठ मेघावाट क्षमताके अपर नौगाड ओ ८/५ मेघावाटके नौगाड जलविद्युत् आयोजना फे निर्माण सम्पन्न हुके विद्युत् उत्पादन करटी रहल बा । नौगाड खोलामे उत्पादन हुइल विद्युतहे चमेलिया जलविद्युत् आयोजनाके शव स्टेशनमार्फत राष्ट्रिय प्रसारण लाईनमे विद्युत् जडान करल बा ।

निजी क्षेत्रके अपि पावर कम्पनीसे यी दुनु जलविद्युत् निर्धारित समयमे निर्माण सेकल हो । विसं २०७३ कुवाँरसे निर्माण शुरु करल आयोजना गैल वर्षसे विद्युत् उत्पादन शुरु करल हो । मार्मा गाउँपालिका–२ घट्टेगाडमे निजी क्षेत्रके लगानीमे सुदूरपश्चिम प्रदेशके दुसरा भारी ४० मेघावाटके अपर चमेलिया जलविद्युत् आयोजना निर्माणाधीन अवस्थामे बा ।

अपि हाइड्रो प्रालिसे निर्माण करे लागल यी आयोजनाके चार महिनाआघेसे काम शुरु करल हो । अब्बे आयोजनास्थलमे निर्माणके काम तीव्र गतिमे हुइटी रहल अपी पावर कम्पनीके सञ्चालक इन्द्रमणि त्रिताल बटैलै । ‘अब्बे सक्कु काम चल्टी रहल बा,’ उहाँ कहलै, ‘निर्धारित समयमे काम सेक्न योजना बा ।’

बीस महिनाभिटर निर्माण सेक्न लक्ष्यसहित आयोजना अब्बे काम करटी रहल बा । आयोजनाके कूल लागत रु सात अर्ब ४० करोड बा । अपि पावर कम्पनीसे दार्चुलामे निर्माण करे लागल जलविद्युत यी टिसरा हो । दुई सय पाँच मिटर हेड (उचाइ) रहल आयोजनाके लाग ३/२ मिटर ब्यास (डायमिटर) के करीब छ किलोमिटर पाइपलाइन निर्माण हुई ।

आयोजनासे उत्पादित विद्युत् नेपाल विद्युत् प्राधिकरणसे निर्माण करल बलाँचस्थित १३२ केभी सवस्टेसनमे जोरजाई । आयोजना सम्पन्न हुइलपाछे वार्षिक २६ करोड ४१ लख युनिट विद्युत् उत्पादन हुई । ओस्टेक अपिहिमाल गाउँपालिका–५ मकरीगाडमे १० मेगावाट क्षमताके मकरीगाड हाइड्रो निर्माणाधीन बा । दुई वर्षभिटर निर्माण सेक्न करके अब्बे आयोजनाके काम चल्टी रहल बा ।

जिल्लामे १३.९४ मेघावाट क्षमताके क्षतिगाड जलविद्युत् आयोजना, ३५ मेघावाटके मध्यचमेलिया जलविद्युत् आयोजनाफे निर्माणके लाग आवश्यक प्रक्रिया आघे बढैले बटै । यिहे खोला ओ आसपासके खोलासे विद्युत् निकर्ना करके टमान परियोजनासे डिपिआर तयार करके निर्माणके लाग इजाजत लेना प्रक्रियामे रहल बटै ।

ओस्टेक वैकल्पिक ऊर्जा प्रवद्र्धन केन्द्रसे संघ, प्रदेश, स्थानीयके सहभागितामे अपिहिमाल गाउँपालिकाके वडा नम्बर ३ छति ओ वडा नम्बर ६ मज्जे खोलामे १०० किलोवाट क्षमताके विद्युत् निर्माणाधीन बा । क्षतिगाडमे निक्रना विद्युत् नयाँ वर्षसम बरना तयारी हुइटी रहल गाउँपालिकाके अध्यक्ष धर्मानन्द मन्याल बटैठै  ।

विकट क्षेत्रमे बहुट मेहनताके साथ काम हुइटी रहल बा । अपि ओजरार बनैना अभियानअन्तर्गत यी विद्युत् निर्धारित समयमे सम्पन्न कैना करके काम हुइटी बा । ओस्टेक अपिहिमाल–३ मे काटैमे १० किलोवाट क्षमताके विद्युत् गृह निर्माण हुइटी बा । मार्मा गाउँपालिकाके वडा नं २ घट्टेगाडमे २४ किलोवाट क्षमताके लघु जलविद्युत् निर्माणके अन्तिम चरणमे बा । विद्युतके सफल परीक्षण हुइल बा । निर्माणके काम कम बाँकी रहल निर्माण समितिके अध्यक्ष कृष्णसिंह विष्ट बटैलै ।

यी आघे जिल्लामे गरिबी निवारण, वैकल्पिक ऊर्जा प्रवद्र्धन केन्द्रलगायत टमान संघ संस्थाके सहयोगमे लघु जलविद्युत् उत्पादनके काम हुइल बा । व्यास गाउँपालिकाके छाङरु तिंङकरमे समेत गरिबी निवारण कोषमार्फत विद्युत् निर्माण करल बा । कालापानी लग्गेक गाउँमे हेलिकप्टरमार्फत सामग्री ढुवानी करके विद्युत् निर्माण करल हो ।

जिल्लामे गरिबी निवारण कोषके सहयोगमे विगतमे ४८ ठो साना लघु जलविद्युत् निर्माण करल बा । कलेसे पाँच हजार ९६३ घरधुरीमे विद्युतके पहुँच पुगल जनाइल बा ।

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