सुरक्षित मातृत्व सम्बन्धी संचारकर्मीनसे छलफल

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ३ चैत । सुरक्षित मातृत्व सम्बन्धी धनगढीमे संचारकर्मीनसे छलफल कैगिल बा ।
सुरक्षित मातृत्व संजाल महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेशके आयोजनामे प्रदेश ओ स्थानीय तहमे बन्ना सुरक्षित मातृत्व ऐन ओ गर्भवती महिलाहुकनसे बच्चा जल्माईबेर हुइना समस्याबारे छलफल हुइल रहे । सुरक्षित मातृत्व संजाल महासंघके महासचिव रबिन्द्र बहादुर प्रधान स्वास्थ्य क्षेत्रमे कम बजेट छुटयाइल बटैलै ।
उहाँ कहलै, ‘नेपाल सरकार चालु वर्ष २०७६/२०७७ के लाग ६८.७८ अर्ब बजेट छुटयाइले रहे, जौन कुल राष्ट्रिय बजेटके ४.८४ प्रतिशत हुई आइठ समय सन्दर्भ हेर्ना हो कलेसे उहे बजेटफे स्वास्थ्य क्षेत्रमे कम हो ।’
सुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार सुनिश्चितताके लाग संघीय सरकारसे सुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार ऐन २०७५ ओ सुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार नियमावली २०७७, सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसेफे प्रदेश जनस्वास्थ्य सेवा ऐन २०७६ जारी करल महासचिव प्रधान जनैलै ।
सुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्य अधिकारबारे ऐन जारी हुइलेसेफे ग्रामीण क्षेत्रमे प्रचार प्रसारके कमी रहल ओ सुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्य समस्या जटिल रहल उहाँ जनैैलै ।
सुरक्षित मातृत्व संजाल महासंघके कार्यक्रम संयोजक लक्ष्मी खनाल संचारकर्मीहुकन सुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्यबारे समाचार रिर्पोटिङ करेबेर शब्दमे ध्यान डैडेना आग्रह करली । अग्रज पत्रकार चित्राङ थापा, उमिदबागचन्द ग्रामीण क्षेत्रमे सुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्य जटिल रहल बटैले बटै, सुदूरपश्चिम प्रदेशके पहाडी भेगमे टमान जैसिन गर्भवती महिला सेवा नइपाइल, पहुँचके भरमे सेवा पाइल बटैलै ।
सुरक्षित मातृत्व सम्बन्धी छलफल कार्यक्रमके सहजीकरण सुरक्षित मातृत्व संजाल महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक विनय लामा करले रहिट ।
कार्यक्रममे महासंघके प्रदेश कार्यक्रम संयोजक राजेन्द्र रैका, जिल्ला अध्यक्ष तपेन्द्र भुषाल, सचारकर्मीनहे सहभागिता रहे । महासंघसे सुदूरपश्चिम प्रदेशमे सदनसे जनतासमः नेपालमे वकालत संजाल मार्फत सिमान्तकृत महिलाहुकनके प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार प्रवद्र्धन परियोजना संचालन करटी आइल बा ।
