थारु राष्ट्रिय दैनिक
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थारु साहित्य लेखनके लग खै पुरस्कार ?

पहुरा | ११ चैत्र २०७७, बुधबार
थारु साहित्य लेखनके लग खै पुरस्कार ?

थारू लेखक संघ नेपाल ‘थारू साहित्य पुरस्कार’ के लग लेखकन्से २०७६/७७ सालमे छपल पोस्टाके आह्वान कर्ले बा । कार्यसमितिके बैठकसे इहे चैत २१ ओ २२ गते सुर्खेतमे हुइना पाँचौ राष्ट्रिय थारू साहित्य सम्मेलनमे स्रष्टाहे पुरस्कार डेजैना जनागइल बा । संघसे स्थापना करल अक्षय कोषके ब्याज रकमसे पहिल बरस नगद ११ हजार १ सय ११ रुप्या पुरस्कार रकम डेजैना फेन कहिगैल बा । बैठकसे थारू साहित्य पुररस्कार व्यवस्थापन निर्देशिका सहित थारू साहित्य पुरस्कार छनौटके लाग ५ सदस्यीय मूल्यांकन समिति फेन बनागइल बा ।

थारु साहित्य लेखनमे लागल स्रस्टनके लग संस्थागत ढंगले आगे बह्रके पुरस्कार नैहो कलेसे फरक नैपरि । असिनमे संस्थागत ढंगसे थारू लेखक संघ नेपालसे स्थापित ‘थारू साहित्य पुरस्कार’के सुचना अपनेमे गर्व लायक बाट हो । इ सुचनाले कुछ ठोस बाट आगे आइल डेखाइठ । सबसे पहिले पुरस्कारके लग अक्षयकोष स्थापना होके ओकर ब्याज रकमसे पुरस्कार डेना निर्नयले इ पुरस्कार परटेक बरस निरन्टरटा पैना डेखाइठ ।

डोसर बाट पुरस्कार गुपचुप डे जाइठ, मने थारू लेखक संघ नेपालके ‘थारू साहित्य पुरस्कार’के लग मूल्यांकन समिति जो बनाके पारदर्शी कैगइल बा । मूल्यांकन समितिहे हरडम अप्ठ्यार पर्ना कलक पुरस्कार डेना टे डेना, मने किहि डेना ? कना रहठ । यकर लग थारू लेखक संघसे पुररस्कार व्यवस्थापन निर्देशिका जो बनागइल बा । जेम्ने २०७६/७७ सालमे छपल पोस्टाहे आधार मानके मूल्यांकन समितिहे पुरस्कारके लग सिफारिस करे पर्ना बा । इहिले मूल्यांकन समितिहे अलमल पर्ना अवस्था नैहो ।

थारु साहित्यमे लागल लेखनके लग डा कृष्णराज सर्वहारी अपन बुडु बुडि नाउँमे स्थापना करल निबुलाल–डोंगली थारु साहित्य पुरस्कार बा । मने इ दाङमे किल सिमिट बा । ओस्टक छविलाल कोपिलाके सम्पादनमे निकरटि रलक लावा डग्गर त्रैमासिक अपन बरसगाँठमे थारु लेखकन् पुरस्कार डेहठ । इ पुरस्कारके रकम क्रमसः २ हजार ओ ५ हजार किल बा । थारु लेखक संघसे स्थापना करल पुरस्कार पहिला बरस जो ११ हजार १ सय ११ रुप्या बा । थारु लेखकन्के लग इ अभिनसमके सबसे बरा रकम हो । पुरस्कारके राशीहे परटेक बरस बह्रैटि जाइ सेक्लेसे मजा रहि । जौन पुरस्कारले लिखुइयन हौसलाके साठ साठे डोसर पोस्ट छप्ना बल पुग्हिन ।

नेपाल सरकार मैथिली साहित्यके प्रवद्र्धनके लग १ करोड अक्षयकोष रकम डेले बा, जेकर १० लाख व्याजसे मैथिली साहित्यमे लागल करिब ५ जाने स्रस्टन परटेक बरस २५ हजारसे लेके २ लाखसमके पुरस्कार डे जाइठ । थारु भासा इ डेसके चौठा बरा भासा हो, मने थारु साहित्य लेखनके लग सरकारसे खै पुरस्कारके व्यवस्ठापन ? लेखकके समुह अप्नेहे पुरस्कार व्यवस्थापनके लग लग्ना टे पर्लि बा । मने कम्टिमे थरुहट क्षेत्रमे जिटल जनप्रतिनिधिन् फेन थारु साहित्य लेखनके लग अक्षयकोषके व्यवस्ठापन कर्डेलेसे लेखकन् हौसला बह्रने रहे । विकास कलक डगर, पुलपुलेसा बन्ना किल नैहो । भासा, साहित्यके संरक्षण, सम्बद्र्धन फेन हो कना बाट हमार जनप्रतिनिधिन् समयमे बुझिट ।

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