जनशक्ति नैहोके प्रयोग विहिन आइसीयु ओ भेन्टिलेटर

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १० बैशाख । सुदूरपश्चिममे कोरोनाके डुसरा लहर फैले लागल बा । नयाँ संक्रमित फेला पर्ना दर दैनिक रुपमे वृद्धि हुइल बा । कोरोनाके त्राससे रोजगारीके लाग भारत गैलहुक्रे धमाधम घर आइ लागल बाटै ओ अउइया मध्ये ढिउर जनहनमे कोरोना संक्रमण डेख परे लागल बा ।
चिकित्सकके अनुसार पाछेक समय जटिल अवस्थाके संक्रमित बह्रल बाटै । संक्रमण भयावह बनलमे अब्बे स्वास्थ्य संरचनासे धाने नैसेक्ना कहटी आवश्यक उपकरण ओ जनशक्ति थपे पर्ना सुझाव जनस्वास्थ्य विज्ञहुक्रे डेटी रहल बाटै । मने सुदूरपश्चिमके अस्पतालमे जडान करल आइसीयु ओ भेन्टिलेटर भर प्रयोगविहिन बावै ।
आवश्यक जनशक्तिके अभावमे अस्पतालसे उ उपकरणहरु प्रयोग करे सेकल नैहुइट । सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे प्रदेशके दशठो अस्पतालमे करिब पाँच महिनाआघे दुई÷दुईठोके दरसे २० ठो भेन्टिलेटर ओ २० ठो आइसीयु जडान करल रहे । सेती प्रादेशिक अस्पताल, टीकापुर अस्पताल, महाकाली अस्पताल, डडेल्धुरा अस्पताल ओर पहाडी जिल्लास्थित अन्य छ जिल्ला अस्पतालमे उपकरण जडान करल रहे ।
उ मध्ये सेती, महाकाली ओ डडेल्धुरा अस्पतालमे किल उपकरण प्रयोगमे रहल सुदूरपश्चिम प्रदेश स्वास्थ्य निर्देशनालय जनैले बा । प्राविधिक जनशक्ति नैहोके उपकरण रहिके फेन सेवा सञ्चालन करे नैसेकल अस्पताल जनैले बावै ।
भेन्टिलेटर ओ आइसीयु चलाइक लाग एनेस्थेसियोलोजिस्ट ओ क्रिटिकल केयर फिजिसियन आवश्यक परठ् । उ जनशक्ति सेती ओ महाकाली अस्पतालमे किल रहल प्रदेश स्वास्थ्य निर्देशनालय जनैले बाा । डडेल्धुरामे तालिम लेहल चिकित्सक चलैटी रहल बाटै ।
एनेस्थेसियोलोजिस्ट ओ क्रिटिकल केयर फिजिसियन नैरलेसे फेन कार्यरत चिकित्सकहे तालिम डेके उ उपकरण सञ्चालनमे निर्देशनालयसे चाँसो डेहल नैहो । प्रदेश स्वास्थ्य निर्देशक गुणराज अवस्थी जनशक्ति नैहोके अधिकांश अस्पतालमे आइसीयु ओ भेन्टिलेटर प्रयोगमे आइ नैसेकल बटैलै । संक्रमणके अवस्था सामान्य नैरहल ओरसे स्वास्थ्य जनशक्तिहे आइसीयु ओ भेन्टिलेटर चलैना लम्मा अवधिके तालिममे पठाइ नैसेकल निर्देशक अवस्थी बटैलै ।
जिल्ला अस्पताल बझाङमे पाँच महिनाआघे जडान करल दुईठो भेन्टिलेटर ओ तीनठो आइसीयु उपकरण प्रयोगविहिन बावै । आइसीयु ओ भेन्टिलेटरमे राखके उपचार करे पर्ना जटिल अवस्थाके बिरामीहे अस्पतालसे डडेल्धुरा ओ कैलाली रेफर करठ् । उ उपकरण जडान करलपाछे एकचो फेन प्रयोग करे नैपाइल अस्पतालके मेडिकल सुपरिटेण्डेण्ट डा. सन्दिप ओखेडा बटैलै । ‘आइसीयु ओ भेन्टिलेटर चलुइया जनशक्ति अस्पतालमे नैहुइट । ओहेमारे उपकरण ओस्टे थन्कल बावै,’ उहाँ कहलै ।
जिल्ला अस्पताल डोटीमे फेन जडान करल आइसीयु ओ भेन्टिलेटर उपकरण प्रयोगमे आइ सेकल नैहो । यी उपकरण प्रयोग करक लाग जिल्ला अस्पतालमे जनशक्ति किल नैहोके, आवश्यक ल्याब ओ अक्सिजनके अभाव रहल बा । अस्पतालके मेडिकल सुपरिटेण्डेण्ट डा. प्रकाश ठकुल्ला उपकरण होके फेन सेवा डेहे नैसेकल बटैलै ।
उपकरण थन्क्याइ परल ओरसे गम्भीर अवस्थाके बिरामीहे जिल्ला बाहरके अस्तालमे पठाइ पर्ना बाध्यताके अन्त्य हुइ नैसेकल उहाँ बटैलै । मेसु ठकुल्लाके अनुसार आइसीयु ओ भेन्टिलेटर चलुइया जनशक्ति नै रहल अस्पतालमे आइसीयु सञ्चालन कैना आवश्यक पर्ना ल्याब फेन नैहो ।
‘आइसीयु चलुइया चाहना ल्याबसमेत हमारसंग नैहो । अक्सिजन फेन तराइसे लाने परठ्,’ उहाँ कहलै । जिल्ला अस्पताल डोटीमे फेन करिब पाँच महिनाआघे तीनठो आइसीयु ओ दुई भेन्टिलेटर जडान करल रहे ।
प्रदेश स्वास्थ्य आपूर्ति यव्यवस्थापन केन्द्र अब्बे थप एक सय २५ ठो आइसीयु खरिद कैके इ अस्पतालमे जडान करले बा । उपकरण थन्क्याइ परलपाछे प्रदेश ओ केन्द्र सरकारसे घरी घरी जनशक्ति माग करल टीकापुर अस्पताल विकास समितिके अध्यक्ष दिपक रावल बटैलै । उपचारके लाग अउइया गम्भीर अवस्थाके संक्रमितहे नेपालगञ्ज मेडिकल कलेज पठैना करल उहाँ बटैलै ।
गम्भीर अवस्थाके संक्रमितके संख्या बह्रे लागलपाछे यहाँके अस्पताल भरिभराउ हुइ लागल बावै । संक्रमितके उपचारके लाग सेतीमे १५ शैय्याके आइसीयु ओ १० शैय्यामे भेन्टिलेटर सुविधा बा ।ओस्टके महाकालीमे छ ठो आइसीयु ओ पाँचठो भेन्टिलेटर रहल निर्देशनालय जनैले बा । संक्रमण भयावह बनलमे उपचारके लाग आइसीयु ओ भेन्टिलेटरके अभाव हुइना स्वास्थ्यकर्मी बटैठै ।
संक्रमितके उपचारके लाग रेफरल अस्पताल तोकल सेतीके कोरोना अस्पतालमे अब्बे २१ जाने संक्रमितके उपचार हुइटी रहल बा । इ मध्ये छ जनहनहे आइसीयु ओ एकजनहनहे भेन्टिलेटरमे राखल बा । प्रदेश स्वास्थ्य निर्देशनालयसे भेन्टिलेटर ओ आइसीयु चलुइया जशक्ति नैपाके पूर्ति करे नैसेकल जनैले बा । संक्रमण फैले लागल ओरसे आइसीयु ओ भेन्टिलेटर सञ्चालनके लाग चिकित्सकहे तत्काल लम्मा अवधिके तालिममे पठैना अवस्था फेन नैरहल प्रदेश स्वास्थ्य निर्देशक अवस्थी बटैलै ।
जनशक्ति नैहोके प्रदेशके अधिकांश अस्पतालमे जडान करल आइसीयु ओ भेन्टिलेटर प्रयोगविहिन अवस्थामे रहल उहाँ कहलै । ‘आइसीयु ओ भेन्टिलेटर गम्भीर अवस्थाके बिरामीहे डेना अत्यन्तै संवेदनशील सेवा हो । ओहेमारे इ सञ्चालनके लाग उच्चस्तरके जनशक्ति आवश्यक परठ् ।’ उहाँ कहलै, ‘मने हमारसंग उ जनशक्ति नैहो । पैना फेन कर्रा बा । ओहेमारे उपकरण प्रयोगविहिन बावै ।’
मेडिकल अधिकृत तहके चिकित्सकहे न्यूनतम तीन महिना लम्मा तालिम डेके आइसीयु ओ भेन्टिलेटर सेवा सामान्य रुपमे सञ्चालन करे सेकजैना उहाँ बटैलै । ‘उ बेला कोरोनाके कारण चिकित्सकहे लम्मा अवधिके तालिममे पठाइ नैसेक्ली । प्रदेशमे जनशक्ति कम बा । संक्रमण बह्रे लागल ओरसे अब्बे फेन तालिममे पठाइ सेक्ना अवस्था नैहो,’ अवस्थी कहलै ।
तालिम डेना सुविधा फेन बीर अस्पताल, शिक्षण अस्पताललगायत कम ठाउँमे किल रहल उहाँ बटैलै । इहीसे आघे उपकरण जडान करेबर कुछ दिनके सामान्य अभिमुखीकरण किल डेहल निर्देशनालयके कहाइ बा । सरकारसे सेवा, सुविधा नैडेहल कनासे फेन संक्रमणसे बच्ना नागरिक अअपनहे सतर्क हुइ पर्र्ना डा. अवस्थीके सुझाव रहल बा ।
‘कोरोनासे विकसित मुलुकके स्वास्थ्य अवस्था फेन लथालिंग बनल । हमार जैसिन गरिब देशमे सरकारसे आइसीयु, भेन्टिलेटर सुविधा नैडेहलल कनासे फेन हरेक व्यक्ति अपनहे बचे परल ।’ उहाँ कहलै, ‘ओकर लाग मास्क, सेनिटाइजर प्रयोग कैना, भीडभाडमे नैजैना जैसिन स्वास्थ्य सावधानी अपनैना आवश्यक रहल बा ।’
