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बनी टे प्रधानमन्त्री ओलीविरुद्ध महागठबन्धन ?

पहुरा | २३ बैशाख २०७८, बिहीबार
बनी टे प्रधानमन्त्री ओलीविरुद्ध महागठबन्धन ?

काठमाडौं, २३ वैशाख । प्रदेशसे शुरु हुइल नेपाली काँग्रेस, नेकपा माओवादी केन्द्र ओ जसपाके जनता समाजवादी पार्टी (जसपा) के एक धार (उपेन्द्र यादव ओ बाबुराम भट्टराई) पक्षके गठबन्धन राष्ट्रियसभा उपनिर्वाचनमे आपुगटसम नेकपा एमालेके माधवकुमार नेपाल समूह फेन थपल बा । चार पक्षसे वागमती प्रदेशओर खुला सदस्यमे डा. खिमलाल देवकोटाहे आघे सरले बाटैं । गृहमन्त्री रामबहादुर थापा बादल नेकपा एमाले प्रवेश करलपाछे रिक्त राष्ट्रियसभा सदस्य पदके ६ जेठमे उपनिर्वाचनमे हुइटा । उपनिर्वाचनमे बादल उम्मेद्वार बन्ना जानकारी एमाले अध्यक्ष केपी शर्मा ओली महाधिवेशन आयोजक कमिटी बैठकहे १० वैशाखमे डेले बाटैं । माओवादी छोरलपाछे बादल सूर्य चिन्हसे चुनाव लरटै कलेसे एमाले पृष्ठभूमिके देवकोटा भर हँसिया हथौडा चिन्ह लेके मैदानमे उत्रटैं ।

एक नेताके अनुसार एमालेके माधव नेपालओरसे रहल देवकोटा साझा उम्मेद्वार बने लागल हुइट । वागमती प्रदेशके नीति तथा योजना आयोग उपाध्यक्ष नियुक्त देवकोटा मुख्यमन्त्री डोरमणि पौडेलसँग असहमति जनैटी राजीनामा डेले रहैं । ओहे देवकोटा साझा उम्मेद्वार बन्नाहे अर्थपूर्ण रूपमे हेरल बा ।

विशेषकरके प्रधानमन्त्री ओलीविरुद्ध गठबन्धन करना प्रयासमे रहल दलसे बादलविरूद्ध साझा उम्मेद्वार तय करनाहे निकट राजनीतिक घटनासँग फेन जोरके हेरल बा । एमाले अध्यक्ष समेत रहल प्रधानमन्त्री ओली विश्वासके मत लेहे चाहलपाछे संसदके विशेष अधिवेशन २७ वैशाखमे बोलागिल बा ।

प्रमुख प्रतिपक्षी काँग्रेस प्रधानमन्त्री ओलीके विपक्षमे मतदान करना निर्णय करसेकल बा कलेसे माओवादी केन्द्र फेन सरकारहे डेहल समर्थन फिर्ता लेसेकल बा । जसपाभित्तर महन्थ ठाकुर–राजेन्द्र महतोसँग फरक मत ढरल बाबुराम भट्टराई ओ उपेन्द्र यादव पक्ष फ्न ओली सरकारके विपक्षमे बा कलेसे एमालेभित्तर अलग संगठनात्मक संरचना बनाइल माधव नेपाल समूह सामूहिक राजीनामा डेना निष्कर्ष लग्गे पुगल बा ।

अइसिनबेला राष्ट्रियसभा उपचुनावमे बनल गठबन्धन प्रधानमन्त्री ओलीविरुद्ध फेन कायम रहेसेक्ना नेताहुक्रे बटैठैं । ‘केपी ओलीके स्वेच्छाचारी सरकारविरुद्ध दल एक हुइपरल कना हमार प्रयत्न हो । काँग्रेसके निर्णयसे कोर्स ओहोर बह्रल बा’, माओवादी केन्द्रके स्थायी कमिटी सदस्य लीलामणि पोखरेल कठैं ।

काँग्रेस केन्द्रीय सदस्य डा.नारायण खड्का फेन वर्तमान सरकारके विकल्प खोजेपरल कना अपनहे प्रष्ट रहल बटैठैं । कर्णाली प्रदेशसभामे फ्लोर क्रस करल नेपाल समूह फेन स्पष्टीकरण ओ कारबाहीके चेतावनीके बीच गठबन्धनमे सामेल हुइना संकेत डेले बा । एमाले नेता माधवकुमार नेपाल फेन काँग्रेस, माओवादी केन्द्र, जसपा लगायत दलसँग सम्वादमे सक्रिय बाटैं । ‘केपी ओलीके कारण यी परिस्थिति सिर्जना हुइल बा । वार्ता ओ सम्वाद टे सब पक्षसँग हुइठ’, नेपाल निकट नेता बेदुराम भुसाल कठैं ।

और टे नेता नेपाल निकटके नेताहे बादलविरुद्ध उम्मेद्वार बनैना सहमतिसे ओलीहे झस्काइल अनुमान करे सेकजाइठ । विश्वासके मतके विपक्षमे रहल निर्णय करल काँग्रेसके सभापति शेरबहादुर देउवाहे भेटे प्रधानमन्त्री ओली उहाँके निवास बूढानीलकण्ठ पुग्ना फेन उ प्रष्ट हुइठ ।

प्रदेशमे पहिले गठबन्धन !

प्रतिनिधिसभा विघटन करना ओलीके कदम कोरे लागल महागठबन्धनके प्रयास प्रदेशसभामे यीआघे डेखाइल रहे । ३ वैशाखमे माओवादी केन्द्रके नेता एवम् कर्णाली प्रदेशके मुख्यमन्त्री महेन्द्रबहादुर शाहीहे हटैना ओली निकट नेता यामलाल कँडेलके प्रयास गठबन्धन बनल कारण असफल हुइल रहे । उहाँ शाहीके पद जोगैना काँग्रेस, माओवादी ओ माधव नेपाल समूह एकठाउँ रहल रहे । एमाले पार्टीके ह्वीप विपरीत फ्लोर क्रस करल ओरसे ओलीसे पाँच प्रदेश सांसदहे निष्कासन करले बा ।

कर्णालीपाछे गण्डकी ओ लुम्बिनीमे फेन ओली समूहहे एक्ल्यइना प्रयत्न हुइटा । गण्डकी ओ लुम्बिनीमे माधव नेपाल समूहके सांसदके भूमिका निर्णायक नैहो । यद्यपि, बाँकी दल मिल्के गण्डकीके मुख्यमन्त्री पृथ्वीसुब्बा गुरुङ ओ लुम्बिनीके मुख्यमन्त्री पोखरेलके पद संकटमे परल बा ।

लुम्बिनीके घटनाक्रम टे और रोचक बन्टी गिल बा । जसपा लुम्बिनीमे पार्टी केन्द्रके असर पुग्के चार सांसद पदमुक्त हुइल बाटैं, जिहिनहे मुख्यमन्त्री पोखरेल मन्त्री नियुक्त करले बाटैं । मने पोखरेलके निकट सांसदहुक्रे धमाधम राजीनामा डेटी गठबन्धनहे सहयोग पुगाइटैं । १९ वैशाखमे दृगनारायण पाण्डे एमाले ओ सांसद पदसे राजीनामा डेके काँग्रेस बन्टी राष्ट्रियसभा सदस्यके उम्मेद्वार बनल तीन दिनपाछे एमालेके औरे सांसद अमरबहादुर डाँगी क्षेत्री बुधके रोज राजीनामा डेलैं । मुख्यमन्त्री पोखरेलके गृहजिल्ला दाङ २ (ख) से निर्वाचित सांसद हुइट, डाँगी । यीआघे दाङसे निर्वाचित विमला वली माओवादी केन्द्र रोजले रही ।

नयाँ सरकार गठनसम पुगी गठबन्धन ?

नेताहुकनके अनुसार यी गठबन्धन कहाँसम पुगी कना प्रष्ट चित्र भर आसेकल नैहो । खासकरके नयाँ सरकार गठनसम जाइ कि नैजाइ कना अभिन टुंगल नैहो ।

अभिनसमके घटनाक्रम हेरलेसे २७ वैशाखमे प्रधानमन्त्री ओली विश्वासके मत नैपैना सम्भावना बह्रटी गिल बा । काँग्रेस ओ माओवादी केन्द्रसे निर्णय करसेले बा कलेसे जसपाके बाबुराम भट्टराई ओ उपेन्द्र यादव पक्षके १६ सांसद फेन विश्वासके मत नैडेना तयार बा । एमालेके माधवकुमार नेपाल समूहमे सामूहिक राजीनामा करेपरना मतमे लगभग सहमति डेखाइठ ।

जसपाके महन्थ ठाकुर—राजेन्द्र महतो पक्षमे फ्न तटस्थ बैठ्के पार्टी फुट टारेपरना मत डेखाइल ओरसे प्रधानमन्त्री विश्वासके मत नैपैही कना कना अनुमान करना गाह्रो नैहो ।

मने उपाछे का हुइ कना अन्योल कायमे बा । नेताहुक्रे अविश्वासके प्रस्ताव दर्ता करना ओ प्रधानमन्त्री ओली विश्वासके मत नैपाइलपाछे नयाँ सरकार गठनके लाग दावी करना प्रस्तावमे छलफल हुइलेसे फेन सहमति हुइ सेकल नैहो । काँग्रेस सभापति शेरबहादुर देउवा तत्काल चुनावमे जाइ चाहठ ओ, उहाँ सहमत नैहुइटसम नयाँ सरकार गठनके प्रयास सफल हुइना नैडेखाइठ । ओहे बुझके प्रधानमन्त्री ओली बुधके देउवा निवासमे पुगके अपनहे मत किल नैमग्लैं, मत नैडेलेसे चुनावमे जैना आग्रह करले बाटैं ।

– एजेन्सी

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