कैलालीके लडियामे डेखपरे लग्लै सोंस

अविनाश चौधरी
धनगढी, २ असार । विश्वमे दुर्लभ गङ्गेटिक प्रजातिके सोंस (डल्फिन) कैलालीके लडियामे डेखपरे लागल बाटै । लडियाके पानीके सतह बह्रलसंगे स्वच्छ पानीमे रमैना दुर्लभ जलचर डल्फिन लडियामे बिल्गे लागल हुइट । वर्षा यामभर यहाँके लडियामे अत्यन्त सजिल तरिकासे डल्फिन डेखपरठै ।
लडियामे पानीके सतह कम्तीमे तीन मिटर पुगलपाछे चारठो डल्फिन आइल डल्फिन जलचर तथा जैविक विविधता संरक्षण नेपालके अध्यक्ष भोजराज ढुङ्गाना जानकारी डेलै ।
‘मोहना–पथरैया लडियाके संगम स्थान, काँढा, पथरैया नदी–गैरी खोलाके दोभानमे मंगरके साँझसे डल्फिन डेखा परटी बाटै’, उहाँ कहलै । ‘मनसुन सुरु हुइलपाछे इ बरस हाली डल्फिन आइल बाटै ।’ गैल बरस फेन असार पहिल अँठ्वार नै डल्फिन कैलालीके टमान लडियामे आपुगल रहिट ।
छोटबर लडियामे पानीके सतह बह्रलपाछे कर्णाली, भारतके घाँघरा लडियासे आहार विहारके लाग यहाँ डल्फिन अइठै । मनसुनभर कैलालीके लडियामे रमैना इ डल्फिन यहाँ बच्चा बह्र्रैना करल शोधकर्ताहुक्रे बटैना करल बाटै ।
बर्खा ओराइलपाछे ढिरेसे फेनसे गहिराई खोज्टी डल्फिन टरे तटीय क्षेत्र ओर जैना करल बाटै । यद्यपि, लडियाके गहिराई कायम रहल बेला मोहना लडियामे हिउँदमेसमेत डल्फिन डेखपरल अभिलेख रहल बा । दुई बरस आघे माघ महिनामे सत्ती घाटमे डल्फिन डेखा परल रहिट । कर्णाली लडियामे भर स्थायी रुपमे गङ्गेटिक डल्फिन रहना करल बटाजाइठ् ।
इ जिल्लाके टीकापुर नगरपालिकास्थित बैदी, भजनी नगरपालिकाके कुछ स्थानमे अत्यन्त लग्गेसे दुर्लभ डल्फिन अवलोकन करे पाजाइठ् । डल्फिन हेरक लाग आन्तरिक तथा बाह्य पर्यटक अइना करल बाटै । गैल बरस कोरोना महामारीके क्रममे फेन विदेशी पर्यटक आके डल्फिन अवलोकन करल ढुङ्गाना जानकारी डेलै ।
लडियाके गहिराई घट्टी जैना, पानी प्रदुषण, आहारा प्रजातिके माछा कम हुइटी जैना, कृषिमे अत्यधिक विषादी प्रयोग जैसिन कारणसे डल्फिनके अस्तित्व संकटमे परटी गैल बा । कैलालीमे झन्डै दुई दशकसे स्थानीयस्तरसे इ दुर्लभ जलप्राणीके संरक्षण कार्य हुइटी आइल बा ।
