कैलाली कारागारके कानुन मन्त्री जोशीसे अनुगमन

धनगढी, १६ असार । सन् १९८१ सालमे १५० जाने क्षमताके रूपमे निर्माण करल कैलाली कारागारमे अब्बे ४८४ जाने कैदी बन्दी बटैं । यहाँ क्षमतासे तीन गुण ढेर कैदी बन्दी हुके समस्या हुइल बा ।
जिल्ला कारागार कैलालीके अनुसार ४४५ जाने पुरुष, ३५ जाने महिला ओ ४ जाने आश्रित (बालबालिका) रहल बटैं । क्षमतासे तीन गुणा ढेर कैदी बन्दी रहल कारण अवस्था जीर्ण बन्टि गैल बा ।
२०७५ सालमे संघीय सरकारहे कारागारके क्षमता बह्रैना स्टेटमेन्ट पठैलेसे फेन अभिनसम काम हुइ नैसेकल जिल्ला कारागार कैलालीके जेलर महेन्द्रसिंह खडका बटैलैं ।
खडका कलैं, ‘थप कारागार निर्माणके लाग संघीय सरकारहे १२ करोड ८२ लाख ८४ हजार ६ सय बराबरके लागत अनुमान करके पठैले बटि । स्टेटमेन्ट करके पठाइल २ वर्ष हुसेकल अभिनसम बजेट आइल नैहो,’ उहाँ कलैं ।
क्षमतासे तीन गुणा ढेर कैदी बन्दी रहल कारागारमे बुधके रोज सुदूरपश्चिम प्रदेशके आन्तरिक मामिला तथा कानुन मन्त्री पूर्ण जोशी पुगल रहि । उहाँ कारागारहे सुधार गृहके रूपमे परिणत करना बटैले बटि ।
भौतिक पूर्वाधारहे सुधार करनाके साथे कैन्दीहुकनके बसाईहे कुछ सहज बनैना उहाँक कहाइ बा । उहाँ कैदी बन्दीहे आयआर्जनमे समेत लगैना बटैलि ।
‘कैदीबन्दीहुकनहे खाली समयमे सीपमूलक तालिक प्रधान करना योजना बा,’ कानुन मन्त्री जोशी कलि, ‘प्रदेशके ९ ठो जिल्ला कारागारके अनुगमन करब ।’
कैलाली कारागार सुधारके लाग बजेट समेत विनियोजन करल उहाँ बटैलि । ‘प्रदेशके कारागाके पूर्वाधारहे व्यवस्थित बनैना ओ भित्तर रहल कैदीबन्दीहुकनहे उत्पादनमे सहभागी कराब,’ अनुगमनके क्रममे उहाँ कलि ।
