थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत २३ असार २६४९, सोम्मार ]
[ वि.सं २३ असार २०८२, सोमबार ]
[ 07 Jul 2025, Monday ]

बैजपुर गाउँमे सामूहिक हरदह्वा

पहुरा | १७ असार २०७८, बिहीबार
बैजपुर गाउँमे सामूहिक हरदह्वा

पहुरा समाचारदाता
हसुलिया, १७ असार ।
कैलाली जिल्लाके कैलारी गाउपालिका बैजपुर गाउमे बिफेक रोज गाउभरीक संगे हरदह्वा रहल बा । बर्खक (पानी) जेठ, असारके महिनामे बैठौउनी (धान) लगाके ओराईल पाछे गाउभरीक किसानहुक्रे हर्षोल्लासके साथ हरदह्वा मनाइ लागल हुइट ।

बर्खा सिजनके धान लगाके सक्कु बैठौउनी ओरवाके घर–घरमे हरदह्वा मनैना चलन थारु समाजमे पुर्खौसे मनैटी आइल चलन हो । हरदह्वामे थारु समाजमे धान खेती ओर्वाके सुवरमाकर जीटा मारके घरघर हरदह्वा मन्ना करठै । हरदह्वामे आपन छाईबेटी नातेदार सकहुनहे हरद्हवा खाईक बोलाजाइठ् ।

खेट्वा सेकलसंगे थारु गाउँमे हरदह्वाक् रौनक रहल बा । कैलारी गाउँपालिकाके बैजपुर गाउँ थारुहुक्रहनके किल बसोबास रहल गाउँ हो । करिब १०६ घरधुरी रहल गाउँमे हरदह्वाके रौनक रहल बा ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू