थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ 28 Apr 2025, Monday ]

निर्मलाहे न्याय खोई

पहुरा | १२ श्रावण २०७८, मंगलवार
निर्मलाहे न्याय खोई

निर्मला पन्तके डाई दुर्गादेवी न्याय मग्टी नेंगल तीन–तीन वर्ष पुगल बा । २०७५ सालमे सावन १० गते कञ्चनपुरके भीमदत्त नगरपालिका–२ के दुर्गादेवी छाई निर्मलाहे गुमैले रहिट मने अभिनसम दोषीके पहिचान हुई नइसेकल हो ।

गृहकार्य करे जाइटु कहटी लग्गेक संघरीयक घर गैल बेला बेपत्ता हुइल निर्मला सावन ११ गते सकारे स्थानीय गन्नाबारीमे मृत अवस्थामे भेटल रहिट । उहाँक डाई न्यायके लाग गाउँ, नगर, जिल्ला, प्रदेश ओ संघीय राजधानी पुगके न्यायके खोजी करे लागल तीन वर्ष बिटल गैल ।

सावन १० गते दुपहरके समयमे संघरीया रोशनीके घर गृहकार्य करे जाइटु कहटी गैल निर्मला घर नइलौटली । अबेर साँझसमफे घर नइलौटलपाछे उहाँक खोजी सुरु हुइल । दुसर दिन सकारे भीमदत्त नगरपालिका–१८ ओ २ के सीमा लग्गेक उखुबारीमे उहाँ मृत भेटल रहिट । शवके प्रकृति ओ शव परीक्षण रिर्पोटपाछे निर्मलाके बलात्कारपाछे हत्या डेखलपाछे उहेअनुसार अनुसन्धान सुरु कैगिल रहे । भदौँ चार गते २०७५ मे प्रहरी निर्मलाके बलात्कारपाछे हत्या करल कहटी दिलीप विष्टहे सार्वजनिक करल रहे । मानसिक अवस्थासमेत ठीक नइरहल विष्टहे सार्वजनिक करलपाछे वास्तविक हत्यारा बचैना नक्कली खडा करल कहटी कञ्चनपुर प्रहरीविरुद्ध आन्दोलन चर्कल । आन्दोलन उग्र रुप लेहलपाछे प्रहरी चलाइल गोली लागके भीमदत्त नगरपालिका–१८ के १४ वर्षीय सन्नी खुनाके ज्यान गैल कलेसे एक दर्जन ढेर घाहिल हुइलै । उहे क्रममे दिलीपके डीएनए नइमिललपाछे उहाँ छुटलै ।

अन्तर्राष्ट्रिय समुदायके ध्यान तानल निर्मला हत्या प्रकरण नेपाल प्रहरीके इतिहासमे सबसे ढेर प्राथमिकतामे परल पहिल घटना हुइल अधिकारी बटैठै । मनेफे तीन वर्षसम घटनाके वास्तविकता बाहेर नन्ना प्रहरी सफल हुई नइसेकल हो ।

जिल्ला प्रहरी कार्यालय कञ्चनपुरके प्रहरी प्रहरी उपरीक्षक (एसपी) उमाप्रसाद चतुर्वेदीके कहाईमे निर्मला प्रकरणके अनुसन्धान निरन्तर चल्टी रहल बटैठै । ओकर लाग नेपाल प्रहरीके केन्द्रीय अनुसन्धान ब्युरो सीआईबीके डीएसपीके नेतृत्वके टोली तीन वर्षसे कञ्चनपुरमे बा कलेसे प्रदेश प्रहरी कार्यालय ओ जिल्ला प्रहरी कार्यालयसे समेत विशेष टोली अनुसन्धानमे संलग्न बटै । मने प्रहरी हालसम घटनाबारे सार्वजनिक करडारे पर्ना ठोस प्रगति हाँसिल करे नइसेकल हो ।

निर्मला हत्या प्रकरणमे गृह मन्त्रालयसे गठित उच्चस्तरीय समिति, राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग, मानव अधिकार संगठन ओ प्रहरी प्रधान कार्यालयके तत्कालीन डीआईजी धिरु बस्न्यात नेतृत्वके समितिसे घटनाबारे अलग अलग प्रतिवेदन तयार परले रहिट । मने प्रतिवेदन अभिनसम कार्यान्वयन हुइल नइहो ।

केपी ओली नेतृत्वके सरकार ढलगिल मने दोषी पत्ता लगाई नइसेकल । अबसिक शेर बहादुर देउवा नेतृत्वके सरकार बनल बा । २०७५ सालके फागुनओर प्रमुख प्रतिपक्षी दलके नेताके रुपमे रहेबेर देउवा निर्मलाहे न्यायके लाग जोडदार आवाज उठाइल रहिट । देउवा प्रधानमन्त्री बनलपाछे निर्मलाहे न्याय मिली की कना हुकान डाईबाबाहे आशा जागल बा । याद रहे जौन जोगी अइलेसे कान चिरल नरहे, अब्बसिक सरकार निर्मलाके हत्याराहे हालीसे हाली पत्ता लगाके कानूनी दायरामे नन्ना चाही, नइटे निर्मला जस्टे हजारौ उप्पर यी घटना घटटी जाई ।

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