थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १४ बैशाख २६४९, अत्वार ]
[ वि.सं १४ बैशाख २०८२, आईतवार ]
[ 27 Apr 2025, Sunday ]

थारु बृहत शब्दकोष : एक ऐतिहासिक दस्तावेज

पहुरा | २६ श्रावण २०७८, मंगलवार
थारु बृहत शब्दकोष : एक ऐतिहासिक दस्तावेज

थारु कल्याणकारीणी सभा क्षेत्रीय कार्यालय दाङ देउखरके पहले बहुट लम्मा समयकबाड हालसाले थारु एडभान्सड डिक्सनरी अर्थात थारु वृहत शब्दकोष निकरलबा । जम्मा ५५७ पेज रलक यी शब्दकोषमे थारु शब्दके नेपाली ओ अंग्रेजीमे अर्थ लिखलबा । अस्टके थारु शब्डके उच्चारण कैना लिरौसी बनाईलग हरेक शब्डके पाछे अन्तराष्टियस्तरके अंग्रेजी उच्चारणके चिन्ह The International Phonetic Alphabet (IPA) समेत ढैगैलबा । अन्तराष्टिय स्तरके शब्डकोषमे हुई पर्ना आधारभुत चीज यी शब्दकोषमे समेटलबा । यी ओजाहसे यी शब्डकोषहे अन्तराष्टिय स्तरके शब्डकोष कलेसे फरक नैपरी । यकरकारण थारु, गैरथारु, विडेशी पाठकलोगहे समेत थारु भाषा बुझ्ना सहज हुईहिन कना विश्वास कैगैलबा । यी शब्दकोषमे २५ हजार से ढेउर थारु शब्ड समेटलबा । यी शब्दकोषमे खास कैके आठ ठो स्वरवर्ण (अ, आ, इ, उ, ए, ऐ, ओ, औ) से अईना थारु शब्द ओस्टके २४ ठो ब्यन्जन वर्ण (क, ख, ग, घ, च, छ, ज, झ, ट, ठ, ड, ढ, न, प, फ, ब, भ, म, य, र ल, व स र ह) से अईना थारु शब्ड समावेश कैगैलबा । यी शब्डकोषहे सरसर्ती हेर्नाहो कलेसे थारु भाषामा हम्रे जा जैसिक बोल्ठी उहे मयरीक बोली लवजहे हुबहु शब्ड लेखन शैलीहे अंगिकार कैल बिल्गठ । यी शब्डकोषमे पश्चिउ तराईक् थारु समुदायमे बोल्जैना, बेल्सना डगौरा ओ डेसौरी थारु भाषाक् शब्ड समोटलबा । थारु भाषामेफे विविधता रलकओरसे यी शब्डकोष तराईक आउर क्षेत्रओर चितौनिया, मोरंगिया, सप्तरिया थारु भाषाक् शब्डकोष प्रकाशन करेपर्ना आवश्यकताहे झन आउर बल डेलेबा ।

थारु भाषा ढेउर मातृभाषामसे एक समृद्धशाली भाषा हो कना बाट यी कोषमे समोटगैलक पच्चीस हजार से ढेर थारु शब्दके बखारीले फे पुष्टी हुइठ । समय परिवर्तनसंगे थारु समुदायमे जीवन पद्धतीमे पहिलकले आब बहुट ढेर बदलाव आईलबा । जेकर कारण पुरान परम्परागत जीवन शैलीमे बेल्सना भाषा, थारु शब्ड प्राय लोप हुईना अवस्ठामे बा । लावा पुस्तामे परम्परागत शब्द बेल्सलेसे फेन बहुट कम बेल्सट विल्गठ । नेपाली ओ हिन्दी भाषासे बहुट प्रभावित हुईटा । उ लोप हुईटीरलक परम्परा, धर्म, संस्कृती, मुल्य, मान्यतासंगे बोलचालमे बेल्सना ठेट थारु शब्द यी शब्डकोषमे समोट्के मौलिक थारु भाषा जोगैना काममे सफल हुईलबा । अस्टके परम्परागत थारु कहकुट (उखान टुक्का) ओ ओकर अर्ठ, थारु समुदायक् गोतियारके नाउँ, थारु डिन, थारु महिना, थारुनके मनैना तरतिउहारके नाउँ, थारु समुदायमे गाजैना गीतबासके नाउँ, अस्टके नाचके नाउँ, थारु गन्टी, थारुनके आस्ठाके देउ देउटानके नाउँ, ओ कुछ प्रमुख धार्मिक स्थलके नाउँ यी कोषमे समोटके मौलिक थारु शब्डके बखारी बँध्ना काममे सफल हुईबा । अस्टके यी शब्दकोषके पुछरियाओर थारुनके घरायसी समान, खोतीपातीम काम लग्ना औजार लगायत थारुनसे सम्बन्धित चिजविजके सचित्र प्रस्तुतीसे शब्डकोषहे झन आउर गडरु बनैलेबा । यिहे ओजासे यी शब्डकोष मौलिक थारु भाषाके संरक्षण, सम्वद्र्धन ओ विकासमे अहं भूमिका खेल्लेबा ओ यी थारु वृहत शब्द कोष थारु भाषाक् विकासमे कोषे ढुंगा सावित हुईलबा । अभिन कहलेसे थारु बृहत शब्दकोष एकठो ऐतिहासिक दस्तावेजके रुपमे आईलबा ।

परापुर्वकालसे बेल्सटी अईलक सक्कु थारु शब्ड समोटकलग बहुटेक बगाल छुट्याके सम्बन्धित क्षेत्रके जानकार मनैनसे पुछपाछके, अध्ययन अनुसन्धान कैके गहन कचहरी कैके शब्ड ओ ओकर अरठ ओ भाव संकलन कैके यी शब्दकोष तयार कैगैलक ओ । यी थारु वृहत शब्दकोष बैज्ञानिक र यथार्थपरक बनैना प्रयास कैगैलबा ।

यो बृहत शब्दकोषमे कबुनै सुन्लक थारु शब्ड पढे मिलठ, यिहीसे थारु समुदायके लावा पुरान पुस्ताके पाठकहे समेत सिखाई हुइना विल्गठ । यकर संगेसंगे यी शब्दकोष थारु भाषा शिक्षक, देशी विदेशी अनुसन्धानकर्तानकेलग फेन बहुट महत्वपूर्ण रिफरेन्स मेटेरियल बनी । अभिन कलेसे यी शब्डकोषहे बडे बडे विश्वविद्यालयके पुस्तकालयमे अध्ययनके लग ढैना लागयकके पाठ्य सामग्री निकरलबा ।

यस शब्दकोष तयारीके क्रममे दांग देउखरी लगायतके ढेउर जिल्लाके दिग्गज दिग्गज ओ लम्मा समयटक प्राज्ञिक क्षेत्रमे काम कैसेकल अनुभवी व्यक्तित्वलोग पुर्व प्राध्यापक, पुर्व प्रधानाध्यापक, शिक्षक, बुद्धिजीवीनके संलग्नता रहलकओरसे थारु वृहत शब्दकोषके विश्वसनीयता आउर बढलबा । यमहे समोटल अरेह शब्डके अर्थहे सम्बन्धित क्षेत्रके जानिफकारलोगसे छलफल कैके अन्तिम रुप डेगैलबा । समग्रमे यी शब्दकोष पूर्ण रुपमे सहभागितात्मक तरिकासे तयार कैगैल विल्गठ । पूरुव ओ पश्छिउमे थारु भाषाक मानक भाषा बनैना बहस चल्टीरलक बेला बृहत शब्दकोष प्रकाशनले झन आउर महत्व बढाडेलेबा । नेपाल संस्कृत विश्व विद्यालयके उपकुलपति प्रा.डा कुल प्रसाद कोईरालाक् शुभकामना मन्तव्य, भाषा आयोगके अध्यक्ष डा लवदेव अवस्थीक् शुभकामना मन्तव्य, थारु कल्याणकारीणीके तर्फसे संयोजक श्री बालगोविन्द चौधरीक् प्रकाशकीय भनाई ओ सम्पादक श्री उदय आलेक् सम्पादकीयसे यी बृहत शब्दहे आउर ओजरार बनैलेबा ।

यी थारु भाषक वृहत शब्दकोष संस्थागत रुपमे प्रकाशित हुईलक पहिला चो हो । खासकैके यी शब्दकोष थारु कल्याणकारीणी सभा क्षेत्रीय समिति दांग देउखुरी क्षेत्र नं. १ देउखरके एकल प्रयाससे निकरलक हो । यी शब्दकोष प्रकाशनले भाषिक आन्दोलनहे थप टेवा डेलेबा । अभिन कलेसे राज्यहे बहुत भारी सहयोग कैलेबा ।

बहुत मिहनतसे पहिलाचो निकरलक यी शब्दकोषके प्रचार प्रसार ओ प्रवद्र्धन कैना ओटने जरुरी बा । यकरलग थारु कल्याणकारीणी सभा केन्द्रीय सभा ओ जिल्ला समित पहल लेना जरुरी बिल्गठ । अस्टके सरकारी तवरसे भाषा संस्कृतीके क्षेत्रमो काम करुइया संस्कृती तथा पर्यटन मन्त्रालय, थारु आयोग, भाषा आयोग, नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान, आदिवासी जनजाति उत्थान राष्टिय प्रतिष्ठान, त्रिभुवन विश्वविद्यालय अन्तर्गतके भाषा विज्ञान केन्द्रीय विभाग ओ अनुसन्धानमुलक संस्था यी शब्डकोषके महत्वके बारेम ठाँउ ठाँउमे बहस, पैरवी करे पर्ना ओत्रे खाँचो बा । अस्टके आगामी दिनमे यी शब्दकोषहे परिमार्जित ओ परिष्कृत पारकलग तत् तत् निकायसे यथेष्ट सहयोगके आवश्यकता विल्गाईलबा ।

आगामी दिनमे लावा संस्कराण निकारकलग प्रचलनमे आइल आउर पुराना पुराना शब्ड खिडोरके परिमार्जन सहित निकारकलग विद्धान पाठकसे सुझाव संकलन गर्न कैना जरुरी बिल्गठ । विश्वव्यापीकरणके प्रभावसे थारु समुदाय फे अछुतो नैहो उहेमारे ढेउरसे आगन्तुक शब्डफे थारु भाषामे सामिलीकरण हुराखल उ बोलिचालीमे अईलक आगन्तुक शब्ड हुबहु समावेश कैलेसे शब्डकोषके डायरा आउर फराक हुई । यमहे डेलक चित्रक सटहा रंगीन फोटु ढारे सेक्लेसे अभिन आउर यथार्थ विल्गैनारहे ओ क्लष्टरिंग करे सेक्लेले पाठकहे बुझ्ना लिरौसी हुईनेरहे । यी महत्वपूर्ण शब्डकोषहे आम पाठकसमक्ष पुगाईना बहुट जरुरी बा । यकरलग आबक युग सुचना ओ प्रविधिक युग हो सबके हाथेमे मोबाईल, नेट बा उहेकमारे छपाईसंगेगे थारु वृहत शब्डकोषके एप्पस् (डिजिटर डिक्सनरी ) बनाई सेक्लेसे सक्कु आम पाठक समक्ष पुगाई सेक्जाई । यकर साथे शब्दकोषके बारेम कुछ सुझाउ, सल्लाह, टिप्पणी संकलन करकलग प्रकाशक, सम्पादक, संयोजक, वा थाकस क्षेत्रीय सभाके सम्पर्क फोन, ईमेल ठेगाना ढैना जरुरी बा ।

शीर्षक : Tharu Advanced Dictionary With English and Nepali (थारु बृहत शब्द कोष)

प्रकाशक : Welfare Society, Regional Committee, Dang Region No1. (थारु कल्याण कारीणी सभा क्षेत्रीय समिति, दाङ, क्षेत्र नं. १)

भाषा : Tharu, Nepali, English (थारु, नेपाली, अंग्रेजी)

सम्पादक : Uday Raj Aley (उदयराज आले)

Institutional Nrs. 2500

Individual Nrs. 1800

US Dollar $ 51.00

ISBN : 9789937035019

समीक्षक थारु भाषाके विज्ञ हुईट, वहाँ लम्मा समयसे थारुभाषामे कलम चलैटी आईलबटा हाल कीर्तिपुर, काठमाडौ बैठाई बटिन ।

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