कम्जोर उप्पर ढेर अन्यायः कानुनमन्त्री जोशी

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २ भदौ । सुदूरपश्चिम प्रदेशके आन्तरिक मामिला तथा कानुनमन्त्री पूर्णा जोशी कम्जोर उप्पर ढेर अन्याय हुइटी रहल बटैले बटी ।
यूएन वुमनके आर्थिक सहयोगमे महिला कानुन र विकास मंचके आयोजनामे बुधके रोजसे धनगढीमे सुरु हुइल लैङिगक उत्तरदायी सेवा ओ संचारके सीप सम्बन्धी प्रहरीसंग तीन दिने अन्तरक्रिया कार्यक्रमके उदघाटन करटी उहाँ उ बाट बटाइल रहिट । ‘यहाँ कम्जोर उप्पर हिंसा हुइठ,’ कानुनमन्त्री जोशी कहलै,–‘हिंसा कहाँ हुइठ कलेसे जब पीडिट न्यायके ढोकामे न्याय मागे पुग्ठै, उजुरी डेना ठाउँमे पुग्ठै, पहिले व्यक्तिसे अन्याय कैगिल रहठ, उहाँफे अन्याय हुइठ, टबमारे कानून प्रहरी प्रशासन कानून कार्यान्वयन कैना ठाउँमे चुके नइपरल ।’
उहाँ कहली,–‘कबु–कबु न्याय पैना अवस्थामे प्रहरी प्रशासन निरीह बनजाइठ, ओइन करल कारण सिंगो प्रहरीउप्परके आशा भरोसा हेराइटा, प्रहरी ओइसिन कैनाफे नइचाही, हमार टे कानून बा, कानून अनुसार पीडित न्याय ओ पीडक सजाय पैना चाही ।’
नेपालमे संविधानमे लैङिकताके आधारमे कुहीहे विभेद करे नइपैना कहले बा । संविधानमे उल्लेख हुइल व्यवस्थामे मौलिक हकफे सुनिश्चित करले बा, मने यहाँ राजनितिभिटर, प्रहरीभिटर अपराधीकरणके बाट बाहेर आइठ, पहुँचके आधारमे अपराधीकरण हुइना, कानूनहे कब्जामे लेटी शोषण कैना काममे हुइल उहाँ बटैली । विधिके शासन मन्ना हो कलेसे प्रहरी ओ कानून मन्त्रालय एकबद्धहुके आघे बढे पर्ना जरुरी मन्त्री जोशी बटैली ।
विभेदपूर्ण समाजमे महिलाहे उपभोगके साधनके रुपमे प्रयोग करजाइठ, यहाँ उपभोक्तबादी चिन्तन समाज बा, हम्रे दासत्व नइस्विकरठी, सहअस्तित्वके लडाईमे बाटी, सहअस्तित्वके बाटहे स्वीकार करटी कानून कार्यान्वयन कैना निकायहे आघे बह्रना उहाँ उहाँ कहली । लैङिगक उत्तरदायी सेवा डेहक लाग पहुँच नइरहल व्यक्तिहुकन राज्यसे डेना पैना सेवाहे उपभोग करे सेक्ना प्रणाली बैठाई पर्ना मन्त्री जोशी कहली ।

महिला कानुन र विकास मंचके कार्यकारी निर्देशक अधिवक्ता सविन श्रेष्ठ कार्यक्रमके उदेश्यके बारेमे प्रकाश परटी लैङिगक उत्तरदायी सेवा डेहक प्रहरी प्रशासनहे जिम्मेबार बनाइलक प्रहरीसे अन्तरक्रिया कार्यक्रमके आयोजना करल बटैलै ।
उहाँ कहलै, पीडितके गोपनियता सुनिश्चित करे पर्नामे ठाउँमे अब्बे पीडकके गोपनियता कैना अवस्थामे समाज गुजरटा, बलाल्कारमे परल पीडित नुकके नेंगे परटा, करलेसे पीडक समाजमे छाती फुलाके नेंग्ना संरचनाके विकासके विकास हुइल बा, जेकर कारण ठप हिंसा बह्रल विल्गाइठ ।
प्रहरी सक्कु हिंसाहे बराबर महत्व डेके न्याय सम्पादन करठ, मने लैङिक हिंसा आउर ढेर संवेदनशिल रहल ओरसे पीडितके गोपनियता हक सुनिश्चित करटी न्याय सम्पादन आघे बह्राई पर्ना उहाँ कहलै ।
तीन दिने अन्तरक्रिया कार्यशलामे लिङ, लैङिकता ओ यौनिक, लैङिक हिंसा विरुद्धके कानुन, अपराध अनुसन्धानके महत्व ओ चरण, प्रमाण संकलन, लैङिकमैत्री अनुसन्धान, अनुसन्धानके क्रममे अपराध पीडितके अधिकार, लैङिक हिंसाके मुद्दामे टमान निकायसंग समन्वय ओ सहकार्य, लैङिगक हिंसाके मुद्दामे संचारके सीपबारे जानकारी डेटी रहल महिला कानुन र विकास मंचके जिल्ला संयोजक जिल्ला संयोजक रेणु प्रधान श्रेष्ठ बटैली ।
