एमाले फुटल, माधव नेपालके नेतृत्वमे बनल एमाले समाजवादी

काठमाडौं, २ भदौ । प्रमुख विपक्षी नेकपा एमाले विभाजित हुइल बा । वरिष्ठ नेता माधवकुमार नेपाल अपन नेतृत्वमे नयाँ दल ‘नेकपा एमाले समाजवादी’ बनैना निर्णय करल हुइट ।
सरकारके सिफारिसमे राष्ट्रपति विद्यादेवी भण्डारी बुधके केल संसदीय दल वा केन्द्रीय समितिके २० प्रतिशत पुगाके दल विभाजन करे सेक्ना करके राजनीतिक दलसम्बन्धी अध्यादेश प्रमाणीकरण करल रहिट । लगटे नेपाल समूह ‘नेकपा एमाले समाजवादी’ दर्ताके लाग निर्वाचन आयोगओर लागल रहिट । एक केन्द्रीय सदस्यके अनुसार ‘नेकपा एमाले समाजवादीके संयोजकमे नेता नेपाल बटै कलेसे ९५ सदस्यीय केन्द्रीय कमिटी रही । चुनाव चिन्हमे खुला किताब प्रस्ताव करल बा ।
स्थायी कमिटीके अधिकांश छोरलै साथ
एमालेके वरिष्ठ नेता नेपाल अपन संयोजकत्वमे नेकपा एमाले समाजवादी दर्ता कैना निर्णय करले बटै कलेसे नम्मा समयसे उहाँहे साथ डेटी आइल दुसरा तहके नेताहुक्रे नयाँ दल एमाले समाजवादीमे नइजैना हुइल बटै ।
नेता नेपालसे नयाँ दल दर्ता करे खोजलपाछे उपाध्यक्ष ज्ञवाली स्थायी कमिटीके बैठक धारके कौन नेता केहोर लग्ना कहिके छलफल कैना प्रस्ताव करले रहिट । मने नेता नेपाल ओम्नेफे सहमत नइहुइलै ओ नयाँ अध्यादेशअनुसार केन्द्रीय कमिटीके २० प्रतिशत संख्या पुगाके दल दर्ता करे आघे बह्रल बटै ।
मने उहाँहे एमाले पदाधिकारी ओ स्थायी कमिटीके भारी हिस्सासे साथ नइडेना हुइल बा । स्रोतके अनुसार तीन उपाध्यक्ष युवराज ज्ञवाली, भीम रावल ओ अष्टलष्मी शाक्य नेता नेपालके साथ छोरले बटै । उपमहासचिव घनश्याम भुसाल सचिव गोकर्ण विष्ट, योगेश भट्टराई ओ भीम आचार्य, स्थायी कमिटी सदस्य सुरेन्द्र पाण्डे ओ अनुशासन आयोगके प्रमुख अमृत बोहरा नयाँ दलमे नइजैना हुइल बटै । स्थायी कमिटी सदस्यद्वय वेदुराम भुसाल ओ मुकुन्द न्यौपाने भर नेता नेपालसंगे नयाँ दलमे रहि ।
केन्द्रीय कमिटीकेफे भारी हिस्सा एमाले समाजवादीमे नइजैना यी समूहके नेताहुकनके दाबी बा । मने यी समूह तत्काल अध्यक्ष केपी शर्मा ओली नेतृत्वके समूहमेफे जैना सम्भावना कम रहल नेताहुक्रे बटैले बटै । अध्यादेश नाने लगाके माधवकुमार नेपालसे ओ नेताहुकनहे कारबाही करके अध्यक्ष ओलीसे पार्टी फुटाई खोजल कहटी उपाध्यक्ष युवराज ज्ञवाली कहठै, ‘व्यक्तिसे करल गल्तीके सजाय पार्टीहे डेहे नइसेक्जाई । हम्रे एकताके पक्षमे बाटी ।’
