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२० प्रतिशत मुक्तहलिया पुनःस्थापनाके पखाईमे

पहुरा | २१ भाद्र २०७८, सोमबार
२० प्रतिशत मुक्तहलिया पुनःस्थापनाके पखाईमे

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २१ भदौ ।
नेपालमे दासत्वके रुपमे रहल हलियाप्रथा अन्त्य हुइल १३ बरस विटलेसेफे अभिनसम २० प्रतिशत मुक्तहलिया पुनःस्थापनाके पखाईमे रहल बटै ।

नेपाल सरकारसे प्रमाणिकरण हुइल १६ हजार ९ सय ५३ घरधुरी मन्से १३ हजार ५ सय ४६ घरधुरी केल पुनस्र्थापना प्याकेज प्राप्त करल राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालके अध्यक्ष ईश्वर सुनार बटैलै ।

१३ औैं हलिया मुक्ती दिवस २०७८ के पूर्व सन्ध्यमे अँटवारके रोज धनगढीमे आयोजना कैगिल पत्रकार सम्मेलनमे उहाँ पुनस्र्थापना प्याकेज पाइल मन्से ९ प्रतिशत घरधुरी दुसरा किस्ताके रकम पाई नइसेकल बटैलै । पुनःस्थापना हुइना बाँकी संख्या २७ सय ११ जाने रहल बटै कलेसे सरकारी तथ्याङकमे भर जम्मा ७ सय ११ जानेकेल पुनःस्थापना कैना बाँकी रहल विल्गाइल अध्यक्ष बटैलै ।

२०६५ सालमे नेपाल सरकारसे सुरुमे लेहल तथ्याङकमे १९ हजार ५९ जाने हलिया रहलमे मन्त्रालयसे दोहारो, तेहरो नाउँ हटाके पुनः प्रमाणिकरण करेबेर २०६८/२०६९ सालमे १६ हजार ९ सय ५३ जानेक संख्या रहल तथ्याङक सार्वजनिक करल रहे । ओम्ने मन्से सुदूरपश्चिम प्रदेशके नौ जिल्ला ओ कर्णाली प्रदेशके ३ जिल्ला करके १२ जिल्लाके क वर्गके १८ सय ३८, ख वर्गके ३६ सय ६३, ग वर्गके ११ सय ७२ ओ घ वर्गके ७५ सय ७९ करके १४ हजार २ सय ४२ जाने परिचयपत्र पैले बटै । कलेसे दार्चुला, डडेल्धुरा, बैतडी, डोटी, बाजुरा ओ सुर्खेतके ५४ जाने मुद्दा प्रक्रियासे अर्धन्यायिक निकायसे प्रमाणित हुके परिचय प्राप्त करल महासंघ जनैले बा ।

सुदूरपश्चिम प्रदेशके नौ जिल्ला ओ कर्णाली प्रदेशके ३ जिल्ला करके १२ जिल्लाके हालसम पुनःस्थापना हुइल संख्या १३ हजार ५ सय ४६ जाने रहलमे जग्गा खरिद ओ घर निर्माण २३ सय ४२ जाने, घर निर्माण केल करल ११ सय ९६, जग्गा केल खरिद करल ८ सय ३, घर मर्मत ८२ सय १९ जाने रहल बटै ।

प्रमाणिकरण कैना बाँकी संख्या १४ सय ९९ घरधुरी, प्रमाणिकरण हुके परिचयपत्र प्राप्त कैना बाँकी संख्या ४ सय ४१ रहल बटै । परिचयपत्र पाके पुनःस्थापना प्याकेजमे परल दुसरा किस्ता रकम पैना बाँकी रहुइयाके संख्या ११ सय ४ जाने रहल राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालके अध्यक्ष सुनार बटैलै ।

पुनस्र्थापनाके साथ साथे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगारी, दिगोजिविकोपार्जन, सामाजिक सशक्तिकरण ओ समावेशी सम्बन्धी मुद्दाहे सरकार विशेष प्राथमिकताके साथ प्रभावकारी रुपमे कार्यान्वयन करे नइसेक्के बाँधाश्रमसे मुक्त हुइल १३ बर्ष विटलेसेफे हलियाहुक्रे रोग भोग ओ शोकसे निरासाजनक जीवन जिना बाध्य रहल अध्यक्ष कहलै ।

उहाँ कहलै–‘मुलुकमे बन्दाबन्दी ओ रोजगारीके शिलशिलामे आन्तरिक तथा बाहय रोजगारीसे हलिया परिवारके सदस्य घर लौटेबेर एक ओर बेरोजगार हुइल बटै, दुसर ओर भोकमरी तथा चरम गरिबीके चक्रविउमे परटी गैल बटै ।

संविधानसभा सदस्य हरि श्रीपाइली प्रदेश सरकारसे सामाजिक न्यायके विषयमे गम्भीर हुइनइसेकल बटैलै । उहाँ कहलै–सुदूरपश्चिम प्रदेशमे मुक्तहलिया संग्गे मुक्तकमैया, मुक्तकमलरीहुकनके समस्या अभिन परल बा मने सरकार ओइनके मुद्दा सम्बोधन कैनामे पाछे परटी गैल आरोप लगैलै ।

कु प्रथाके रुपमे हलिया, कमैया, कमलरीहुकनहे मुक्ती घोषणा करल दशकौसे ढेर हुइलेसेफे ओइने न्यायोचित पुनःस्थापना नइहुइल महशुस करल उहाँ बटैलै । पुनस्र्थापनाके काम बाँकी रहल बेला यिहे आर्थिक बर्षमे पुनस्र्थापना बजेट विनियोजन नइकरके अन्याय करल उहाँ बटैलै । संविधानसभा सदस्य श्रीपाइली सामाजिक न्यायके मुद्दा दिन दिने ओझेलमे परल बटैलै ।

ओस्टेक करके १३ औैं हलिया मुक्ती दिवस सोम्मारके रोज कञ्चनपुर जिल्लाके पुनर्वास नगरपालिकाके सीताबस्तीमे मनैना राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालके अध्यक्ष ईश्वर सुनार बटैलै । जहाँ ५० ठो घरधुरी रहल रहल बा । कार्यक्रमके वडका पहुना सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके मुख्यमन्त्री त्रिलोचन भट्ट रहना आयोजक जनैले बा ।

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